CIBIL SCORE पहुंच जाएगा 800 के पार, अपना लें ये 6 तरीके, झट से मिलेगा लोन
How to Improve CIBIL Score : जब भी बात लोन की आती है तो सभी सबसे पहले अपने सिबिल स्कोर को चक करते हैं। क्योंकि बैंक सिबिल स्कोर के आधार पर ही लोन देते हैं। यदि स्कोर कम होता है या ज्यादा डाउन होता है तो मिलना मुश्किल हो जाता है। अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि इसके कैसे सुधार सकते हैं। आज हम आपको छह ऐसे तरीके बताएंगे, जिससे आपका क्रेडिट स्कोर (CIBIL SCORE) 800 के पार पहुंच जाएगा।

HR Breaking News - यदि आपका सिबिल स्कोर कम है तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में बैंक लोन और क्रेडिट कार्ड देने से मना कर सकते हैं। इसके अलावा बैंक में नौकरी के लिए भी सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE Update) को चेक किया जाता है।
दरअसल, सिबिल स्कोर के आधार पर बैंक और वित्तीय संस्थान आपको लोन या क्रेडिट कार्ड देते हैं। लेकिन सिबिल स्कोर डाउन आने के बाद बार बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं परंतु हर बार निराशा ही हाथ लगती है। एक बड़ी गलती यह भी होती है कि रिजेक्शन (Loan rejection reason) मिलने के बाद भी लगातार आवेदन करते रहने से भी सिबिल स्कोर गिरने लग जाता है।
ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप सिबिल स्कोर (CIBIL SCORE) को सुधार सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे ट्रिक्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप आसानी से क्रेडिट स्कोर से ठीक कर लेंगे। लेकिन बता दें कि सिबिल स्कोर को सुधारना कोई एक या दो दिन का काम नहीं है। इसमें आपको धैर्य रखने की आवश्कता होगी। इस आर्टिकल में हम आपको सिबिल स्कोर (Good range of CIBIL SCORE) बेहतर करने के 6 तरीके बता रहे हैं जिन्हें अगर आप सही तरीके से अमल में लाते हैं तो 800 के पार ले जा सकते हैं।
1. क्रेडिट कार्ड का यूज करने से पहले दें इन बातों का ध्यान-
अगर आप क्रेडिट कार्ड का यूज करते हैं तो इसका यूज करने सो पहले आपको अपने बैंक से क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) को बढ़वाने के लिए रिक्वेस्ट करनी चाहिए। हालांकि आपको इस बात का ध्यान देना चाहिए कि आपको अपने खर्च को उतना ही रखना है जितना पहले हुआ करता था। लिमिट को बढ़ाने की वजह से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (Credit Utilization Ratio) कम हो जाएगा।
जानिये क्या है क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो-
क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो का मतलब है कि आप अपनी कुल क्रेडिट लिमिट (Credit Credit Limit) का कितने प्रतिशत राशि का यूज करते हैं। क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो जितना कम होता है, उतना ही आपका सिबिल स्कोर बेहतर होता है। आमतौर पर, 30 प्रतिशत से कम क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो को सही माना जाता है।
उदाहरण की मदद से समझिये-
उदाहरण के तौर पर आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट 50,000 रुपये है और आप हर महीने 25,000 रुपये की राशि को खर्च करते हैं तो इसकी वजह से आपका क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (Credit Utilization Ratio) 50 प्रतिशत (25,000/50,000) है। अगर आप लिमिट बढ़वाकर 1,00,000 रुपये करवा लेते हैं और खर्च 25,000 रुपये ही रखते हैं, तो आपका CUR 25 प्रतिशत (25,000/1,00,000) हो जाएगा, जिससे आपके स्कोर में सुधार होगा।
2. पुराने क्रेडिट कार्ड को न करें बंद-
आपका सबसे पुराना क्रेडिट कार्ड आपके क्रेडिट इतिहास को लंबा बनाता है, जो आपके सिबिल स्कोर को बढ़ाने में काफी मदद करता है। इसे बंद करने से आपके क्रेडिट हिस्ट्री (Credit History) की लंबाई कम हो जाएगी और आपका स्कोर गिर सकता है। भले ही आप उस कार्ड को यूज नहीं करते हो तो उसे चालू रखें।
3. नए लोन को लेने से पहलें करें इन बिलों का भुगतान-
अगर आपका सिबिल स्कोर 650 से भी कम हैं तो नए लोन के लिए आवेदन करने की बजाय पहले अपने क्रेडिट कार्ड के बिल को क्लियर करें और सिबिल स्कोर (CIBIL Score) में सुधार करें। जब आपका स्कोर बेहतर हो जाए, तब लोन के लिए आवेदन करें। इस तकनीक से लोन अप्रूवल भी जल्दी दिया जाता है। ब्याज दरें को भी कम किया जाता है।
4. लोन प्रोफाइल में दे ध्यान-
सिर्फ पर्सनल लोन लेने से आपका स्कोर धीरे-धीरे बढ़ जाता है। अगर आपके लोन प्रोफाइल में क्रेडिट कार्ड, होम लोन और एजुकेशन लोन का मिश्रण होता है, तो इससे आपके सिबिल स्कोर (How to improve CIBIL Score) में तेजी से सुधार हो जाता है। विभिन्न प्रकार के लोन यह दर्शाती हैं कि आप विभिन्न प्रकार के क्रेडिट को सफलतापूर्वक मैनेज कर सकते हैं।
5. छोटी सी गलती पड़ सकती है भारी-
कई बार लोन एंट्री या डुप्लिकेट अकाउंट आपके सिबिल स्कोर को नीचे गिराया जा सकता है। CIBIL (CIBIL Score) की वेबसाइट पर जाकर अपनी रिपोर्ट को जरूर चेक करें और अगर कोई गलती हो जाती हैं तो तुरंत इसकी रिपोर्ट को पैश करें। आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से गलती सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं।
6. ऑटो-पेमेंट का ऑप्श्न का करें चयन-
ये काफी ज्यादा जरूरी और बुनियादी नियम हो सकता है। अपने सभी लोन और क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान समय पर करना होगा। एक छोटी सी चूक आपके सिबिल स्कोर (CIBIL Score Update) पर बूरा असर डाल सकती है। आप ऑटो-पेमेंट का ऑप्श्न का भी चयन कर सकते हैं ताकि आप कभी भी भुगतान करना न भूलें।