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Gold Rate : सोना छलांग लगाकर फिर नए रिकॉर्ड पर, साल के अंत तक ये होंगे 1 तोला सोने के रेट

Gold Rate : सोने-चांदी की कीमतों में पिछले  कुछ दिनो से खूब तेजी देखी जा रही है। सोना हर दिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। सोने (Gold Rate) की कीमतों में यह उछाल कई कारणों के चलते आ रहा है। कुछ एक्सपर्ट का कहना है कि अभी सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि आने वाले समय में सोने की कीमतें (Gold prices)रिकॉर्ड के नए स्तर पर पंहुच सकती है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि साल के अंत तक सोने के दाम कितने होने की संभावना है।

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Gold Rate : सोना छलांग लगाकर फिर नए रिकॉर्ड पर, साल के अंत तक ये होंगे 1 तोला सोने के रेट

HR Breaking News (Gold Rate)। सोने की कीमतो में तेजी लगातार जारी है। अप्रैल में भी सोने की कीमत ने छलांग लगाई है। सोना हर दिन  नए रिकॉर्ड पे रिकॉर्ड बना रहा है।

 

हालांकि सोना महंगा हो रहा है, लेकिन आने वाले समय में अभी सोना खरीदना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि एक्सपर्ट के अनुसार आने वाले समय में सोने की कीमतें (Gold price today)नई ऊचाईया छु सकती है। आइए जानते हैं कि साल के एंड तक सोने की कीमतें कितनी हो सकती है।

 

 

कितने चल रहे एक तोला सोने के भाव
 

सोने की कीमतो में लगातार तेजी देखने को मिल  रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी बीते मंगलवार को सोने की कीमतों (Gold rate updates) में 50 रुपये  का इजाफा हुआ था, जिससे इसकी कीमत बढ़कर 96,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।

 

वहीं, अगर बात करें चांदी की कीमतो की तो चांदी (Chandi ke rate)में भी 2,500 रुपये तक का उछाल आया है, जिसके बाद  ये बढ़कर 97,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है।

भारतीय बाजार में सोने की कीमत 
 

एक्सपर्ट  का कहना है कि सोने की कीमतो (Gold Rate) में ये उछाल अभी जारी रहने वाला है। उनका कहना है कि सोने की कीमतों में यह उछाल डॉलर के कमजोर होने और अमेरिकी ट्रेड पॉलिसी को लेकर अनिश्चितता के चलते आया है। निवेशकों के नजरें भी अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हैं।

गोल्डमैन के आकंड़ों के अनुसार  2025 के अंत तक सोना 4500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है यानी की भारतीय बाजार में सोने की कीमत (gold price in indian market) 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।

95,000 रुपये के पार चल रहे सोने के भाव
 

सुत्रों के अनुसार बीते मंगलवार को दिल्ली में सोना (Gold Rate)96,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गया। इस बात की जानकारी अखिल भारतीय सराफा संघ की ओर से दी गई है। इससे पहले बीते सोमवार को सोने की कीमत (Gold Rate) में 50 रुपये की नरमी देखी गई थी।

तब सोना 96,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोने में भी 50 रुपये का इजाफा हो गया था, जिसके बाद इसके कीमतें 96,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई थी। इसके साथ ही आपको बता दें कि इसका पिछला बंद भाव 95,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था।

चांदी भी आया जोरदार उछाल
 

सोने (Gold Rate)के अलावा बात करें चांदी की कीमतो की तो चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ने से इसके रेट में इजाफा हुआ है। इस समय में चांदी में 2,500 रुपये का इजाफा हुआ है, जिसके बाद यह बढ़कर 97,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।

बीते सोमवार को चांदी  की कीमतों (Gold Rate)में 500 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी, जिसके बाद इनकी कीमतें 95,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतो (Gold Rate) में इजाफा हुआ है।

हाजिर सोना 13.67 डॉलर यानी 0.43 प्रतिशत बढ़कर 3,224.60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। एक्सपर्ट का कहना है कि डॉलर के कमजोर होने और अमेरिकी व्यापार नीति को लेकर लगातार अनिश्चितता के चलते यह तेजी आ रही हैं।

किस पर टिकी है निवेशकों की निगाहें
 

एक्सपर्ट के अनुसार निवेशकों ने अपनी निगाहें आज बुधवार को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) के प्रमुख जेरोम पावेल की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकाई हुई हैं। निवेशक बस इस बात के बारे में जानना चाहते हैं कि अगर व्यापार तनाव बढ़ता है या आर्थिक स्थिति कमजोर होती है तो ऐसे में केंद्रीय बैंक क्या कदम उठा सकता है। इसके साथ ही आप यह भी जान लें कि एशियाई बाजार में हाजिर चांदी में थोड़ी गिरावट आई। अब यह 32.32 डॉलर प्रति औंस पर आ गई।


एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्‍ट का कहना है कि अब कारोबारी अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों के इंतजार में हैं, जिसमें मंगलवार को जारी होने वाला एनवाई एम्पायर स्टेट मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स भी शामिल हो सकता है।
 

इसके साथ ही बाजार के लोग फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (Federal Open Market Committee) के सदस्य थॉमस बार्किन और यूरोपीय केंद्रीय बैंक (European Central Bank) की अध्यक्ष के भाषणों का भी इंतजार कर रहे हैं, ताकि उन्हें बाजार की दिशा के बारे में कुछ पता चल सकें।

एक्सपर्ट का कहना है कि टैरिफ से जुड़े घटनाक्रमों पर भी बाजार के लोगो की निगाहें टिकी हुई हैं, जिसका असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ सकता है।

कितने होंगे साल के अंत तक सोने के दाम
 

एक्सपर्ट का  कहना है कि 2025 के अंत तक सोना (gold by end of 2025) 4500 डॉलर प्रति औंस तक कारोबार कर सकता है। इसके साा ही अगर स्थिति और खराब होती है तो इससे ऊपर भी सोने की कीमतें जा सकती है।

गोल्डमैन कहना है कि इस साल तीसरी बार सोने के लिए अपना लक्ष्य बढ़ाया गया है। पहले यह लक्ष्य 3300 डॉलर था, जिसे बाद अब यह बढ़कर 3700 डॉलर प्रति औंस हो गया है। 4500 डॉलर का अर्थ है कि भारतीय बाजार में सोना 1.25 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकने की संभावना है।


गोल्डमैन के मुताबिक अगर अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध बढ़ता है तो सोना 4500 डॉलर तक पहुंच सकने की संभावना है। उनका कहना है कि आर्थिक मंदी की आशंका के चलते सोने की मांग बढ़ सकती हैं, क्योंकि लोग सोने में निवेश (Gold Investment) को सुरक्षित निवेश मानते हैं।


 
पहले इस निवेश बैंक ने साल के आखिर तक सोने का भाव (Gold Rate) 3,300 डॉलर रहने का अनुमान लगाया था। अब उनके अनुसार केंद्रीय बैंकों की तरफ से सोने की मांग (gold demand)औसतन 80 टन प्रति महीना रहेगी, जबकि इससे पहले यह अनुमान 70 टन था। 2022 से पहले यह आंकड़ा सिर्फ 17 टन प्रति महीना था।


बैंक का  कहना है कि सोने में उछाल के चलते सोने के ईटीएफ में इन्वेस्टमेंट (Investment in ETFs) बढ़ रहा है, क्योंकि लोगों को मंदी का डर है। उसके अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अगले 12 महीनों में अमेरिका में मंदी आने की 45 प्रतिशत की संभावना है।

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