Gold Rate : सोने के भाव होगा 1 लाख के पार या गिरेंगे 40% रेट, जानिये क्या कह रहे है एक्सपर्ट
Gold Rate : सोने के दामों में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। इस साल सोने के दामों में काफी तेजी देखने को मिली है। वही बीच-बीच में बड़ी गिरावट भी देखने को आई है। सोने (Gold Rate) में इस प्रकार की अस्थिरता ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। लोग सच में पड़ गए हैं कि सोने के दाम अब कम होंगे या और ज्यादा बढ़ेंगे आईए जानते हैं क्या कहते हैं एक्सपर्ट–

HR Breaking News (Gold Rate) सोने के दाम इस साल सातवें आसमान पर चल रहे हैं। साल भर में सोने में जो बढ़ोतरी होती है। वह 2025 के कुछ महीनो में हो चुकी है। सोने में इतनी तेजी ने निवेशकों को आकर्षित किया है। वही दूसरी और अब सोने के बढ़ने और घटने को लेकर अलग-अलग अनुमान सामने आ रही है।
बाजार की अस्थिरता और आर्थिक मंदी का बना रहा दिलचस्प आंकड़ा
अलग-अलग विशेषज्ञ क्यों का मानना है कि इस साल के अंत तक सोने (Gold Rate) के दाम 100000 को क्रॉस कर जाएंगे वहीं कई विशेषज्ञों का मानना है कि सोना भी इतना ज्यादा बढ़ चुका है कि यह सोने का पिक है और सोना एकदम से क्रश होगा और 40% तक दाम गिर जाएंगे। चलिए जानते हैं कि सोना बढ़ने के पीछे क्या तर्क दिया जा रहा है।
अमेरिका ने छोड़ा ट्रेड वॉर
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अनेक देशों पर टैरिफ लगाने को लेकर घोषणा की गई है। इसके बाद सोना फिर से हाई लेवल पर पहुंच गया है। घोषणा से पहले सोने के दाम गिर रहे थे।
लेकिन जैसे ही ट्रंप की ओर से टैरिफ को लेकर घोषणा की गई तो सोने के दाम फिर से सरपट दौड़ने लगे। हालांकि बाद में अमेरिका ने चीन को छोड़कर बाकी देशों को राहत दे दी, लेकिन फिर भी सोने (Gold Rate) के दाम में हल्की ही गिरावट देखने को मिली है।
सुरक्षित विकल्प मानकर कर रहे सोने में निवेश
बाजार में अस्थिरता का माहौल है। इस वजह से निवेश को ने सोने को सुरक्षित एसेट माना है और जिस वजह से सोना खरीदना शुरू कर दिया है। सोना लोगों द्वारा सुरक्षित निवेश का माध्यम माना जा रहा है लोगों का मानना है कि बाजार एकदम से गिर सकता है लेकिन सोना नहीं परंतु यह कंफर्म नहीं है।
एक्सपर्ट्स लगा रहे अलग-अलग अनुमान
सोनी को लेकर विशेषज्ञों की अलग-अलग राय हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सोना इससाल के अंत तक एक लाख को आराम से पार कर जाएगा वहीं कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि सोना (Gold Rate) 40% तक काम हो जाएगा लिए जानते हैं किसने क्या तर्क दिया है।
एक लाख के पार जाने का इन विशेषज्ञों का अनुमान
एक्सपर्ट रायन मैकइंटायर का अनुमान है कि मजबूत केंद्रीय बैंक खरीदारी और भू-राजनीतिक एवं आर्थिक अनिश्चितता के चलते सोना (Gold Rate) बढ़ रहा है। वहीं ट्रंप की टैरिफ नीति भी सोने की कीमतों को समर्थन दे रही है।
कामा ज्वेलरी के मैनेजिंग डायरेक्टर कोलिन शाह की ओर से भी एक मीडिया संस्थान को बताया गया है कि फेडरल रिजर्व की ओर से इस वर्ष ब्याज दरों में दो बार कटौती की जा सकती है। ऐसे में सोना (Gold Rate) एक लाख पार चला जाए तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी।
इसी प्रकार मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विस से किशोर नार्ने ने भी कहा है कि सोने (Gold Rate) की कीमतों की कोई सीमा नहीं है। सोना (Gold Rate) 4000 से 4500 डॉलर प्रति औंस पर जा सकता है। सोने के दाम जितने आप सोच रहे हैं वो पहुंच ही जाएंगे।
नहीं होगा एक लाख के पार सोना
वहीं एबन्स फाइनेंशियल सर्विस के सीईओ चिंतन मेहता का मानना अलग है। उनके अनुसार फिलहाल सोने में तेजी किसी नई शुरुआत की बजाय मौजूदा ट्रेंड का विस्तार है। सोने (Gold Rate) को लेकर अधिकतर पॉजिटिव फैक्टर पहले ही बाजार में आ चुके हैं। सोने के दाम बढ़ने का कोई नया कारण नहीं है तो एक लाख जाने की उम्मीद ठीक नहीं है।
ट्रेड वॉर और मंदी का डर भी सता रहा
सोने के दाम अभी ज्यादा बढ़ने को लेकर एक कारण तो ट्रेड वॉर ही है। वहीं, दूसरी और निवेशकों की चिंता है कि आर्थिक मंदी आ सकती है जिससे महंगाई बढ़ने से सोने की कीमत और ज्यादा बढ़ सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर लगातार टैरिफ बढ़ा रहे हैं। चीन भी जवाब में टैरिफ बढ़ाए जा रहा है। इस वैश्विक अस्थिरता के चलते केंद्रीय बैंक सोना (Gold Rate) जमा कर रहे हैं। ऐसे में निवेशकों के लिए सोना सेफ हेवन है।
गोल्डमैन के अनुसार सोना 2025 के आखिर तक 4,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। वहीं, फिलहा सोना 3,198 प्रति औंस है। ऐसे में सोने का दाम करीब 25% तक बढ़ सकता है। इस बढ़ौतरी को देश में मौजूदा स्तर को देखें तो यह 95,660 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 1,19,575 रुपये प्रति 10 ग्राम तक हो सकता है।
ऐसे गिरेंगे सोने के दाम
मार्केट स्ट्रैटजिस्ट जॉन मिल्स का अनुमान बाकियों से पूरी तरह अलग है। उनका मानना है कि सोना (Gold Rate) 1,820 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है। भारत के लिहाज से देखें तो सोना करीब 40 प्रतिशत कम होकर 56 हजार तोला के आसपास आ जाएगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में फिलहाल सोना 3,198 डॉलर प्रति औंस से करीब है। यह 40% तक की गिर सकता है।
ऐसे में दाम 95,660 रुपये से गिरकर 56 हजार प्रति 10 ग्राम के आसपास रह सकते हैं। सोने (Gold Rate) के दाम गिरने के पीछे तर्क है कि सोना अभी हाई पर चल रहा है और बाजार के हालात ठीक होते ही सोना धड़ाम हो जाएगा। दूसरी और बैंकों की ओर से भी आगे अपने गोल्ड रिजर्व को बेचने की उम्मीद है।