Gold Rate : सोना गिरा औंधे मुंह, दिसंबर 2025 तक इनते हो जाएंगे 10 ग्राम गोल्ड के रेट
Gold Rate : सोने के दाम इस साल लगातार चर्चा का विषय रहे हैं। सोने के दाम कभी बहुत ज्यादा बढ़ रहे हैं तो कभी धड़ाम से गिर रहे हैं। सोने के दामों को लेकर एक बड़ी रिपोर्ट आई है। जिसमें बताया गया है कि दिसंबर 2025 में सोने के दाम क्या हो जाएंगे आईए जानते हैं-

HR Breaking News (Gold Rate) सोने के दाम वैसे तो रोजाना ही कम और ज्यादा होते रहते हैं, लेकिन 2025 में सोने की चाल कुछ अलग ही है। इस साल सोना कभी बेहिसाब बढ़ा है तो कभी बड़ी कटौती देखी गई है।
सोने के दाम हाल ही में कम हुए हैं। वहीं एक रिपोर्ट आ गई है, जिसमें बताया गया है कि साल के अंत तक सोने के दाम कितने हो जाएंगे।
इस साल दिखी सोने में अलग प्रकार की तेजी
सोने के दामों (Gold Rate) में इस साल अलग ही प्रकार की तेजी देखने को मिली है। सोने के दाम (Gold Rate) इस साल 34 प्रतिशत तक का रिटर्न दे चुके हैं।
साल की शुरुआत में 24 कैरेट सोने की कीत 76 हजार के करीब थी, जोकि इस साल 22 अप्रैल को एक लाख को क्रॉस कर गई थी। इसके बाद सोना धड़ाम भी हुआ है।
सोने के दाम बढ़ने का कारण
फिलहाल सोने के दाम (Gold Rate) रॉकेट की रफ्तार से चल रहे हैं। ऐसे में सोने की कीमतों में उछाल का कारण आर्थिक अनिश्चितता और महंगाई की चिंता व भू-राजनीतिक तनाव है। निवेशकों ने सोने को एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में चुना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति के कारण भी ये हुआ है।
औंधे मुंह गिरा सोना
आज 6 जून को 24 कैरेट 10 ग्राम सोने के दाम में 805 रुपये की गिरावट आई है, जिसके बाद ये घटकर 97,358 रुपये हो गई है। जबकि इससे पहले सोने की कीमत (Sone Ke Bhav) 98,163 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
इसके साथ ही बात करें चांदी की तो 1 किलो चांदी का भाव (Silver Rate) 65 कम हुआ है, जिसके बाद इसके भाव 1,04,610 रुपये प्रति किलो पर आ गया।
सोने की आपूर्ति ज्यादा होने से गिरेंगे दाम
सोने की कीमतों में संभावित गिरावट का पहला कारण सोने की बढ़ती सप्लाई माना जा रहा है। 2024 की दूसरी तिमाही में सोने के खनन से होने वाला मुनाफा करीब 950 डॉलर प्रति औंस पहुंच गया। वहीं, सोने का वैश्विक भंडार 9% बढ़कर 2,16,265 टन हो गया है। इससे सोने की आपूर्ति ज्यादा हो गई है।
कम हो जाएगी सोने की मांग
दूसरी ओर सोने (Gold Rate) की मांग घट रही है। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों ने पिछले साल 1,045 टन सोना खरीदा था। यह खरीदारी अब कम कर दी गई है। वहीं, भविष्य के लिए 71% केंद्रीय बैंक अपने सोने के भंडार को कम करने या मौजूदा स्तर पर बनाए रखने की योजना बना रहे हैं।
40 फीसदी से ज्यादा की गिरावट संभव
एक्सपर्ट ने उपरोक्त कारणों के चलते दावा किया है कि गोल्ड की कीमतों में 40 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आएगी। ऐसे में सोना एक बार फिर से मिडिल क्लास की पहुंच में आ जाएगा। एक साल में ही सोने की कीमतों (Gold Rate) में 35 से 40 प्रतिशत का उछाल आया है।
दिसंबर 2025 में ये होंगे सोने के दाम
अमेरिकी विश्लेषक फर्म मॉर्निंगस्टार का कहना है कि सोने के दाम हाईलेवल पर चल रहे हैं। सोने के दाम बढ़ने से निवेशकों को लाभ हो रहा है। परंतु साधारण उपभोक्ता को परेशानी है। उन्होंने दावा किया कि अगले कुछ महीने में सोने की कीमतों में भारी गिरावट आ सकती है।
गिरावट 38% से भी अधिक हो सकती है। भारत में दस ग्राम सोने की कीमत 55,000 रुपये रह जाएगी। जॉन मिल्स अनुसार सोना 1,820 डॉलर प्रति औंस तक आ सकता है।