Gold Rate : आ गई रिपोर्ट, साल 2025 के अंत तक सोना महंगा होगा या सस्ता
Gold Rate Hike : 2025 के अंत तक सोने की कीमतों को लेकर कई अनुमान लगाएं जा रहे हैं। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोने में बंपर तेजी (Gold Rate hike) देखने को मिलेगी तो वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि साल 2025 के अंत तक सोने में बंपर गिरावट आएगी। इसको लेकर अब अंतिम रिपोर्ट सामने आ गई है। आइए विस्तार से जानते हैं कि साल 2025 के अंत तक सोना महंगा होगा या फिर सस्ता।

HR Breaking News - (Gold Price)। सोने की कीमतों में आए दिन उतार-चढ़ाव देखने को मिल जाता है। पिछले कुछ समय में ही सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल और जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी वजह से ये अनुमान लगा पाना मुश्किल हो जाता है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों (Gold price down) में गिरावट देखने को मिलेगी या फिर सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिलेगा।
हाल ही में एक्सपर्ट्स द्वारा आने वाले समय में सोने की कीमतों (sone ki kemat) को लेकर अंतिम रिपोर्ट पैश की गई है। इस रिपोर्ट में क्लियर कर दिया गया है कि आने वाले समय में सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी या फिर सोने की कीमतों में गिरावट आएगी।
इन कारणों से सोने की कीमतों में आई तेजी-
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक 2025 में गतिशील वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (Global economic scenario) के बीच सोने के लिए उम्मीद और चुनौतियों का मिश्रण देखने को मिलने वाला है। इसी के साथ पीली धातु की कीमतों में तेजी आने की उम्मीद है। केंद्रीय बैंक की कार्यवाहियां, (Central bank Update) भू-राजनीतिक तनावों और विकसित हो रही उपभोक्ता और निवेशक मांग जैसे कारकों की वजह से सोने के प्रदर्शन के लिए इसे काफी अहम माना जा रहा है।
सोने की कीमतें रही स्थिर-
नए साल की शुरुआत के साथ ही सोने की कीमतें (sone ki kemat) भी स्थिर रह सकती है। इसके अलावा कीमतों में मामूली वृद्धि भी देखी जा सकती है। सोने की कीमतों के स्थिर रहने को लेकर वैश्विक जीडीपी, बॉन्ड प्रतिफल और मुद्रास्फीति (Inflation hike) जैसे प्रमुख आर्थिक घटकों का संकेत मिल रहा है, लेकिन जोखिम अभी भी बने हुए हैं।
एमसीएक्स पर सोने की कीमतों की संभावना-
सोने की कीमतों के वर्तमान परिदृश्य को देखें तो फिलहाल कमजोरी एमसीएक्स (Gold price on MCX) में 76,000-78,000 की संभावित ट्रेडिंग रेंज की ओर इशारा कर रही है। इसके साथ बाजार (Gold price today) में जारी अस्थिरता के बीच अल्पकालिक दृष्टिकोण भी सतर्क बना हुआ है।
तेजी से निवेशक कर रहे मुनाफा बुक-
एलकेपी सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट, ने बताया कि अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों से मिले-जुले संकेतों के बाद मुनाफावसूली तेज होने से निवेशकों द्वारा सोने (sone ki kemat) पर मुनाफे को तेजी से बुक किया जा रहा है। उत्पादक मूल्य सूचकांक (पीपीआई) डेटा कम रहा, हालांकि साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में बढ़ौतरी होने की वजह से कॉमेक्स पर सोने के रेट 2,710 डॉलर (Gold price in Dollar) से गिरकर 2,670 डॉलर पर आ पहुंचे हैं।
सोने की कीमतों में आई गिरावट-
एक्सपर्ट ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि एमसीएक्स पर सोने की कीमत (Sone ki kemat) 79,000 रुपये से गिरकर 77,450 रुपये पर आ पहुंचे हैं। सोने की कीमतों में कल से 1,500 से अधिक की गिरावट देखने को मिल रही है। इसके अलावा, राष्ट्रपति ट्रंप (President Trump) के दूसरे कार्यकाल में संयुक्त राज्य अमेरिका सोने की गति में एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में देखा जा रहा है। एक व्यवसाय समर्थक एजेंडा घरेलू भावना को बढ़ावा दे सकता है। हालांकि, वैश्विक निवेशक सतर्क बने हुए हैं और मुद्रास्फीति के दबाव (Inflationary pressures) और सप्लाई चेन से जुड़ी बाधाओं को लेकर काफी ज्यादा चिंता में हैं।
फेडरल रिजर्व बैंक ने की ब्याज में कटौती-
उम्मीद लगाई जा रही है कि फेडरल रिजर्व (federal Reserve Bank) इस वर्ष के अंत तक ब्याज दरों में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती करने वाली है। जोकि सोने का समर्थन करेगा, लेकिन नीति में उलटफेर चुनौतियों को पैदा कर सकता है। सोने के प्रदर्शन के लिए भारत और चीन, जो कि सोने (Gold price Today) के दो सबसे बड़े बाजार हैं, महत्वपूर्ण बने रहने वाले हैं। चीन में आर्थिक विकास और सरकारी प्रोत्साहन उपभोक्ता मांग भी इसकी वजह से काफी प्रभावित हो रही है।
सोने के निवेश पर होगा लाभ-
भारत 6.5 प्रतिशत से अधिक आर्थिक विकास के साथ एक मजबूत स्थिति में है, जो उपभोक्ता मांग (Demand of gold) का समर्थन कर सकता है। इसके अलावा, देश में वित्तीय सोने के निवेश प्रोडक्ट लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं, जो बाजार में लचीलापन जोड़ने में मददगार बन रहा है। 2025 में सोने (sone ke rate) के 2024 के अंत की रेंज के भीतर ट्रेड करने की उम्मीद है। वहीं, केंद्रीय बैंक की खरीदारी महत्वपूर्ण बनी रहेगी, जो नए साल में सोने के लिए एक स्थिर आधार प्रदान करेगी।