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Gold Rate : डबल इंजन के रॉकेट की रफ्तार से बढ़ेगा सोना, तोड़ देगा सारे रिकॉर्ड, साल के अंत तक ये होंगे दाम

Gold Rate : इस साल सोने का दाम रॉकेट की रफ्तार से भाग रहा है। सोना लगातार सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है, लेकिन अब जो सोने को लेकर संयोग बन रहा है उस से सोना डबल इंजन के रॉकेट की रफ्तार से दौड़ेगा। सोने का भाव इतना ज्यादा बढ़ जाएगा जो लोगों ने सोचा नहीं होगा। इसको लेकर एक रिपोर्ट भी सामने आई है। आईए जानते हैं साल के अंत तक सोने के दाम कितने हो जाएंगे।

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Gold Rate : डबल इंजन के रॉकेट की रफ्तार से बढ़ेगा सोना, तोड़ देगा सारे रिकॉर्ड, साल के अंत तक ये होंगे दाम

HR Breaking News (Gold Rate) जनवरी 2025 से लेकर अब तक सोना 23% बढ़ चुका है। सोने में बढ़ोतरी पिछले साल के अंत से शुरू हुई थी जोकि निरंतर जारी है। कुछ दिन के लिए सोना थोड़ा बहुत सस्ता भी हुआ, लेकिन सोने के दाम बढ़े बेहिसाब हैं। सोने के दाम लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में साल के अंत तक तो सोना आम लोगों की पहुंच से ही बाहर हो जाएगा।

 

 

सोने के दाम दो कारकों पर करते हैं निर्भर
 

सोने के दाम दो कारकों पर निर्भर करते हैं। देश में सोने की कीमत घरेलु और ग्लोबल दोनों फैक्टर्स से प्रभावित होते हैं। सोने की मांग और सप्लाई पर भी सोने के दाम निर्भर करते हैं। सोने के दामों (Gold Rate) में निरंतर बढ़ौतरी लोगों को काफी प्रभावित कर रही है।  

 

 

क्या चल रहे हैं सोने के दाम
 

22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की अलग अलग कीमत है। 22 कैरेट सोना जेवराती सोना होता है, वहीं 24 कैरेट सोना प्योर गोल्ड होता है। देश में 22 कैरेट गोल्ड (Gold Rate) की कीमत 89450 रुपये तोला के आसपास चल रही है। वहीं, 24 कैरेट सोने की कीमत 97580 रुपये तोला के आसपास चल रही है। 

एक सप्ताह में इस प्रकार बढ़े दाम
 

सोने के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। एक हफ्ते में 24 कैरेट सोना 1910 रुपये महंगा हुआ है। 22 कैरेट सोना 1750 रुपये महंगा हुआ है। वहीं, दिल्ली में 24 कैरेट सोना 97,730 रुपये तोला चल रहा है। सोने के दाम लगातार बढ़ ही रहे हैं।  


सोने के भावों में अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर भी तेजी
 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने के दामों में तेजी जारी है। सोना (Gold Rate) अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3,371.89 डॉलर प्रति औंस तक चल रहा है। यह कुछ कम होकर बाद में 3,340.61 डॉलर औंस पर कारोबार कर रहा है। सोने में तेजी बरकरार है। 


सोने के दामों में बढ़ौतरी का कारण 
 

एक्सपर्ट्स के अनुसार अमेरिका की ओर से टैरिफ को लेकर उठाए गए कदम सोने में अब तक की बढ़ौतरी का कारण रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से चीन पर लगाए टैरिफ का चीन ने जवाब दिया तो ग्लोबल मार्केट में हलचल आई और सोने के दाम (Gold Rate) और अधिक प्रभावित हुए। निवेशकों ने सोने को सुरक्षित मान सोने में निवेश किया। सोना विदेशी निवेशकों को और ज्यादा आकर्षित कर रहा है। 

डबल इंजन रॉकेट की रफ्तार दिखाएगा सोना
 

देश में फिलहाल खरमास हट चुका है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेंशन का दौर जारी है। ऐसे में एक्सपर्ट संदीप सोनी का कहना है कि देश में भी अब मांगलिक कार्यों के लिए डिमांड बढ़ेगी, पहले मांगलिक कार्यों के लिए सोने (Gold Rate) की मांग रुकी हुई थी।

केवल अंतरराष्ट्रीय कारण ही कीमतें बढ़ा रहे थे। अब निवेशकों और शादी विवाह जैसे कार्यों के लिए आम लोगों, यानी दोनों की ओर से मांग बढ़ेगी तो सोना डबल इंजन की रॉकेट की रफ्तार से भागेगा। ऐसे में एक लाख को तो सोना कुछ ही दिनों में पार कर सकता है।  

साल के अंत तक क्या होंगे सोने के दाम
 

ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन की ओर से अनुमान लगाया जा रहा है कि साल के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस से 4500 डॉलर प्रति औंस (Gold Rate) तक भी जा सकता है। यानी इन्हें भारत के हिसाब से देखें तो साल के अंत तक सोना 1 लाख 8 हजार रुपये से 1 लाख 30 हजार रुपये प्रति तोला तक जा सकता है।