Home Loan Charges : होम लोन लेते समय कौन कौन से लगते हैं चार्ज, लोन लेने वाले जान लें ये जरूरी बात
Home Loan tips : आज के समय में बढ़ती जरूरतों की वजह से लोगों को घर खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेना पड़ जाता है। ऐसे में होम लोन (tips before taking Home Loan) लेते समय आपको कुछ चार्ज का भुगतान करना होता है। इन चार्ज के बारे में जानकारी होनी काफी ज्यादा जरूरी है। लोन लेने वालों के लिए इन बातों को जानना काफी ज्यादा जरूरी है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी डिटेल।

HR Breaking News - (Home Loan fees)। होम लोन को लेते समय आपको कुछ चार्जेज का भुगतान करना होता है। इन चार्जेज में एप्लिकेशन फीस, मॉर्गिज डीड फीस, लीगल फीस, प्रीपेमेंट पेनाल्टी और कमिटमेंट फीस को शामिल किया जाता है। कई बार देखा जाता है कि बैंक इन चार्जेज (installment for home loan) को ग्राहकों से छुपा लेते हैं, जिसकी वजह से ग्राहकों को इन चार्जेज के बारे में जानकारी नहीं होती है और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ जाता है। लोन लेने से पहले आपको इस बारे में जानकारी होनी काफी ज्यादा जरूरी है।
होम लोन लेने पर करना होगा इन चार्जेज का भुगतान-
अगर आप घर की खरीदी करने के लिए जा रहे हैं तो आपको होम लोन (Duration of home loan) लेने की जरूरत पड़ सकती है। इसके लिए आपको कुछ चार्जेज का भी भुगतान करना होता है।
आज के दौर में कई बैंक होम लोन देने की कतार में हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि उनके चार्ज (hidden charges in home loan) अलग-अलग होते हैं। जब भी आप लोन लेने के लिए जाते हैं तो इससे पहले आपको इसपर लगने वाले चार्जेज के बारे में जानकारी होनी काफी ज्यादा जरूरी है।
1. ऐप्लिकेशन फीस-
ऐप्लिकेशन फीस आपके होम लोन को प्रोसेस करने के लिए ली जाती है। इस फीस (Application Fee for home loan) का आपको लोन मिले या न मिले, इससे कोई भी लेना-देना नहीं है। ये फीस पूरी तरीके से गैर वापसी होती है।
अगर आप किसी बैंक या वित्तीय संस्थान में ऐप्लिकेशन (home loan processing fees) को जमा कराते हैं और इसके बाद आपका इरादा बदल जाता है तो आपकी ऐप्लिकेशन फीस पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है। इस वजह से आवेदन देने से पहले आपको इस बात को सुनिश्चित करना चाहिए कि आपको किस बैंक या वित्तीय संस्थान से लोन लेना है।
बैंक से माफ करा सकते हैं ये फीस-
बैंक द्वारा ये फीस लोन ऐप्लिकेशन के साथ ही अग्रिम ली जाती है। ये फीस गैर वापिसी होती है। हालांकि कुछ बैंक इस फीस के एक हिस्से को लोन ऐप्लिकेशन (loan application) के साथ देते हैं और बाकी को लोन मिलने से पहले देने की सुविधा दी जाती है।
यह फीस या तो फ्लैट होती है या लोन के पर्सेंटेज के रूप में, इस फीस का निर्धारण वित्तीय संस्थान या बैंक द्वारा किया जाता है। अगर बैंक चाहे तो इस शुल्क (charge on loan) को पूरी तरह से माफ भी करा सकते हैं। आप अगर मैनेज करने में माहिर हैं तो इस फीस को माफ करवा सकते हैं या कम करा सकते हैं।
2. मॉर्गिज डीड फीस-
होम लोन को लेते समय मॉर्गिज डीड फीस (Mortgage Deed Fees) एक बड़ा चार्ज होता है। ये चार्ज आपको अदा करना होता है। आमतौर पर होम लोन के पर्सेंटेज के रूप में ही इस चार्ज को लिया जाता है और लोन लेने के लिए अदा किए जाने वाली कुल फीस राशि का ये एक बड़ा हिस्सा होता है। कुछ संस्थानों द्वारा होम लोन (Home Loan Products) प्रॉडक्ट को और भी ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए इस चार्ज को माफ कर दिया जाता है।
3. लीगल फी-
इसके अलावा वित्तीय संस्थानों द्वारा आमतौर पर प्रॉपर्टी की कानूनी स्थिति की छानबीन के लिए बाहरी वकीलों को भी नियुक्त किया जाता है। इसके लिए वकीलों द्वारा जो फीस (Home Loan Products) लेते हैं, वह वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों से ही वसूलते हैं। लेकिन, अगर इस प्रॉपर्टी को संस्थान ने पहले ही कानूनी रूप से मंजूरी दे दी है तो आपको इस चार्ज का भुगतान नहीं करना होता है।
आपको संस्थान से इस बात की जानकारी लेनी चाहिए कि जिस प्रॉजेक्ट (property verification) में आप निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं, कहीं उसको पहले से मंजूरी तो नहीं दी गई है। इस हिसाब से आप लीगल फीस को बचा सकते हैं।
4. प्रीपेमेंट पेनाल्टी-
प्रीपेमेंट का अर्थ होता है कि लोन धारक (Loan holder) को पूरी या फिर बाकी लोन अवधि के समाप्त होने से पहले ही जमा कर दिया जाता है। इसकी वजह से बैंक को ब्याज दर का नुकसान होता है, इस स्थिति में बैंक कुछ हद तक इसके नुकसान की भरपाई के लिए बैंक पेनल्टी (panelty on loan) को लगाते हैं। अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज अलग-अलग हो सकता है। यह लोन के टाइप पर भी निर्भर करता है।
इस बात पर देना होगा ध्यान-
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फ्लोटिंग इंट्रेस्ट रेट (floating interest rate) पर लिए गए होम लोनों पर प्रीपेमेंट पेनल्टी को वसूलने का सभी बैंकों को निर्देश दिया है। फिक्स्ड रेट होम लोन के लिए फ्लैट रेट पर प्रीपेमेंट पेनल्टी का भुगतान करना होता है। ये चार्ज पहले अदा किए जाने वाली राशि (intrest on loan ammount) का 2 फीसदी तक होता है। इस वजह से अगर आप होम लोन का भुगतान समय से पहले ही कर देते हैं तो आपको इस फैक्टर पर भी ध्यान देना होगा।
5. कमिटमेंट फीस-
कुछ बैंक या फिर NBFC (Non-Banking Financial Company) द्वारा लोन को प्रोसेसिंग और मंजूरी देने के बाद एक निर्धारित समय अवधि के अंदर लोन नहीं लेने की स्थिति में कमिटमेंट फीस (Commitment Fees in home loan) की वसूली करते हैं। यह एक ऐसी फीस होती है जो अवितरित लोन पर वसूल की जाती है। उदाहरण के तौर पर निर्माण से जुड़े लोन के लिए परियोजना समापन का चरण लोन वितरण के लिए काफी ज्यादा जरूरी है।
लाइन ऑफ क्रेडिट को लेकर ये है नियम-
कर्ज देने वाले संस्थानों (loan financing institutions) द्वारा आपके लिए इस लाइन ऑफ क्रेडिट को खुला रखा जाता है। हालांकि कुछ खास रकम वसूलने की वजह से आपको भविष्य में यह लोने में आसानी हो सकती है। यह फीस आमतौर पर मंजूर और वितरित राशि (Amount Disbursed) के बीच अंतर के एक फीसदी के रूप में वसूल की जाती है। होम लोन लेने वालों के लिए ऊपर बताए गए चार्जों के बारे में जानना जरूरी होता है।