Home Loan : 50 लाख रुपये के होम लोन पर 31 लाख रुपये की कर सकते हैं बचत, लोन लेने वाले समझ लें कैलकुलेशन
Home Loan EMI : होम लोन की राशि बड़ी होती है, इस कारण इसकी ईएमआई भी आमतौर पर अधिक ही होती है। इस कारण होम लोन (home Loan repayment rules) चुकता करने में लोन की मूल राशि से भी ज्यादा पैसा लोनधारक को चुकाना पड़ता है। अगर आप होम लोन की पूरी कैलकुलेशन (home loan calculation) को सही से समझ लेंगे तो आप 50 लाख के होम लोन पर 31 लाख रुपये तक की बचत कर सकते हैं। आइये जानते हैं कैलकुलेशन सहित इसकी खास ट्रिक।

HR Breaking News - (home loan news)। होम लोन लेने के बाद इसे चुकाने तक की प्रक्रिया काफी लंबी होती है। आमतौर पर लोन राशि, लोन की अवधि, ब्याज दरों (home loan interest rates) सहित कई तरह के चार्ज इसे और महंगा बना देते हैं। इस तरह से छोटी सी लोन राशि भी दोगुनी तिगुनी तक चुकानी पड़ती है।
इसके बजाय अगर आप सही तरीके से लोन (Bank Loan) को मैनेज करते हुए इसकी कैलकुलेशन करेंगे तो मोटी बचत कर सकते हैं। आप 50 लाख के होम लोन पर आप आधे से भी अधिक रुपयों की बचत कर लेंगे। इसके लिए खबर में आप पूरी कैलकुलेशन (home loan calculation) समझ सकते हैं।
बचत के लिए चुनने होंगे विकल्प -
होम लोन पर पैसे बचाने का जो तरीका आपको यहां बताने जा रहे हैं, उसके अनुसार 50 लाख का होम लोन 20 साल की बजाय 10 साल में चुकाकर आप 31 लाख रुपये ब्याज (Home Loan Interest Rate) के बचा सकते हैं। अधिकतर लोगों का प्रयास रहता है कि प्री-पेमेंट (loan prepayment rules) के जरिये लोन को फटाफट खत्म कर दिया जाए। कुछ विकल्पों का इस्तेमाल करके आप ज्यादा से ज्यादा लोन की राशि को कम समय में चुका सकते हैं और बचत भी कर सकते हैं।
किस्तों में प्रीपेमेंट करने के ये हैं फायदे-
कई लोग पूरी लोन राशि की प्रीपेमेंट (home loan prepayment) करने के बजाय इसे किस्तों में प्रीपेमेंट करते हैं। इससे आपका प्रीक्लोजर चार्ज भी बच जाता है। कम समय में लोन चुकाना का प्रीपेमेंट बेहतर जरिया है। इस सुविधा के तहत ग्राहक जब चाहें ईएमआई (home loan EMI) के अलावा मर्जी अनुसार लोन राशि की प्रीपेमेंट कर सकते हैं। इससे होम लोन की प्रिसिंपल अमाउंट कम हो जाती है। इसके बाद लोन की अवधि कम होगी और काफी सारी ब्याज राशि बचा लेंगे।
प्रीपेमेंट करने का यह तरीका रहेगा सही-
लोन प्रीपेमेंट सुविधा के तहत आपके पास दो तरह से प्रीपेमेंट (laon repayment rules) करने का विकल्प रहता है। एक तो लोनधारक अपनी आर्थिक क्षमता के हिसाब से जितना चाहे प्रीपेमेंट कर सकता है, दूसरा यह कि बीच-बीच में एक साथ या फिर थोड़े-थोड़े अंतराल पर या हर महीने कुछ राशि प्रीपेमेंट कर सकते हैं। बचत और आपको मिलने वाली बोनस राशि से आप जब चाहें जितना प्रीपेमेंट (home loan prepayment rules) कर सकते हैं।
इस बात का अवश्य रखें ध्यान -
जब भी आप विकल्पों के रूप में प्रीपेमेंट कर रहे हैं तो यह ध्यान रखें कि आपने फ्लोटिंग रेट या फिक्स्ड रेट में से किस दर पर लोन लिया है। फिक्स्ड रेट पर लोन लिया है तो प्रीपेमेंट करने पर बैंक अधिक चार्ज (home loan charges) लेते हैं, वहीं हर महीने थोड़ी-थोड़ी प्रीपेमेंट करते हैं तो आसान रहेगा।
अगर 20 साल के लिए 50 लाख रुपये का होम लोन 7 प्रतिशत ब्याज दर (home loan interest rates) पर लिया है तो इसकी ईएमएआई 38,765 रुपये हर महीना बनेगी। इसमें पहली ईएमआई (loan EMI) में 9,598 रुपये मूलधन यानी लोन राशि और 29,167 रुपये ब्याज शामिल होगा।
हर ईएमआई पर ऐसे होती जाएगी बचत-
हर ईएमआई पर जैसे जैसे आप प्रीपेमेंट (how to prepayment home loan) करते जाएंगे, मूलधन राशि बढ़ती जाएगी और ब्याज राशि घटती जाएगी। ईएमआई में कुछ साल तक तो ज्यादातर हिस्सा ब्याज का ही होता है। इस तरह से प्रीपेमेंट (home loan prepayment) का विकल्प चुनते हैं और हर महीने 19,600 रुपये प्रीपेमेंट करते हैं तो आपका 20 साल वाला लोन आधे समय में ही यानी 10 साल में ही चुकता हो जाएगा। ऐसा करके आप 30,87,000 रुपये से अधिक का ब्याज (save interest on home loan) बचा लेंगे।