home page

Income Tax on Gold : घर में रखा सोना बेचने पर अब कितना देना होगा टैक्स, जानिये इनकम टैक्स के नियम

Income tax rules on gold : आजकल लोग सोने में निवेश करना काफी पसंद कर रहे हैं। वे सोने को खरीद कर घर में रख लेते हैं और जैसे ही सोने का भाव तेज होता है, तो उस सोने  (Gold par tax) को बेचकर अच्छा खासा पैसा कमाते हैं, लेकिन अब आपको इस प्रक्रिया में एक और चीज का सामना करना पड़ेगा, वह यह कि घर में रखा सोना बेचने पर अब टैक्स के नए नियम (tax rules for gold) लागू हो गए हैं। इसके लिए सोने की बिक्री से जुड़ी इनकम टैक्स की गाइडलाइंस जान लेनी जरूरी हैं। आइये इन नियमों के जरिये जानते हैं कि सोना बेचने पर अब कितना टैक्स देना होगा। 

 | 
Income Tax on Gold : घर में रखा सोना बेचने पर अब कितना देना होगा टैक्स, जानिये इनकम टैक्स के नियम

HR Breaking News - (Gold sale tax)। सोने की खरीद फरोख्त पर टैक्स देना होता है, यह बात तो अधिकतर लोग जानते हैं, लेकिन शायद ही कोई यह बात जानता है कि अगर सोना घर में रखा है, तो क्या उसके  बेचने पर भी टैक्स देना होगा। हाल ही में इनकम टैक्स विभाग (income tax department)ने सोने की बिक्री पर टैक्स नियमों में बदलाव किए हैं। अब घर में रखे सोने को बेचते वक्त टैक्स देने को लेकर इनकम विभाग ने नियम बनाया है। इन नए नियमों से बिक्री करने वालों को ज्यादा टैक्स (soan bechne par tax) का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में सोना बेचने से पहले टैक्स की सही जानकारी होना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं क्या हैं ये नियम -

सोने में निवेश के हैं कई तरीके-

भारत में सोने की खरीदारी न केवल आभूषणों के रूप में होती है, बल्कि यह एक पारंपरिक निवेश (Investment In Gold) भी है। लोग अक्सर त्योहारों या खास अवसरों पर इसे खरीदते हैं। शादी के मौकों पर भी सोने की खूब खरीदारी होती है। इसे बाद में घरों में ही अधिकतर लोग रख लेते हैं, लेकिन घर में सोने की मात्रा पर कुछ नियम होते हैं। अगर कोई व्यक्ति घर में सोना रखता है, तो उसे यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह निर्धारित सीमा से अधिक न हो। इसके अलावा, अगर कोई सोना बेचना चाहता है, तो उसे लाभ पर टैक्स देना पड़ता है। यह जानकारी जानना जरूरी है ताकि टैक्स (gold tax rules) संबंधी परेशानियों से बचा जा सके।

घर में सोना रखने की लिमिट -

आयकर नियमों के अनुसार, महिलाओं के लिए सोने का भंडारण सीमा अलग-अलग है। विवाहित महिलाएं घर में 500 ग्राम (married women gold limit) तक सोना रख सकती हैं, जबकि अविवाहित महिलाएं 250 ग्राम तक सोने का भंडारण कर सकती हैं। पुरुषों के लिए, चाहे वे शादीशुदा हों या अविवाहित, केवल 100 ग्राम तक सोना (couple gold limit) रखने की अनुमति है। इन नियमों का पालन करना जरूरी है ताकि कोई भी कानूनी दिक्कत न हो।

खरीद का प्रमाण होना जरूरी -

यदि आपके पास सोने की मात्रा निर्धारित सीमा से अधिक पाई जाती है, तो यह जरूरी है कि आपके पास उसके खरीदी या तोहफे से संबंधित प्रमाण हों। यह प्रमाण यह साबित करेंगे कि सोना कानूनी तरीके से प्राप्त किया गया है या नहीं। अगर आपके पास ऐसे कोई दस्तावेज नहीं है और अधिक सोना (gold limit at home) पाया जाता है, तो संबंधित विभाग आपके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। इसीलिए उचित दस्तावेज रखना बेहद महत्वपूर्ण है।

विरासत के सोन पर कितना देना होगा टैक्स -

अगर किसी को उपहार या संपत्ति के रूप में सोने के रूप में कीमती धातु मिलती है, तो उसे टैक्स नहीं देना पड़ता। इसी तरह, यदि आयकर विभाग किसी की जांच करता है और निर्धारित सीमा तक आभूषण (gold jewellery limit) पाए जाते हैं, तो उन्हें जब्त नहीं किया जा सकता। यह नियम सुरक्षा प्रदान करता है और सुनिश्चित करता है कि एक निश्चित सीमा तक सोना रखना (Gold limit rules) कानूनी और बिना किसी कठिनाई के होता है। ऐसे मामले में कोई भी अतिरिक्त कर  का भुगतान नहीं करना पड़ता।


इनकम विभाग के गोल्ड टैक्स पर नियम - 

घर में एक तय सीमा तक रखा हुआ कीमती धातु बिना किसी टैक्स (Tax Payment on gold) के सुरक्षित रहता है। यदि किसी व्यक्ति ने लंबे समय तक धातु अपने पास रखा और बाद में उसे बेचा तो उस पर होने वाले लाभ पर एक निश्चित प्रतिशत टैक्स लगेगा। यह टैक्स लगभग 20 प्रतिशत  होता है। इस प्रकार के निवेश पर टैक्स भुगतान लंबी अवधि तक रखने पर लागू होता है। यह लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (Long Term Capital Gain)की श्रेणी में आता है। जबकि छोटी अवधि में इसे अलग तरीके से लागू किया जाता है।

जानिये शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन के बारे में-

अगर सोने को तीन साल से पहले बेचा जाए तो उस पर टैक्स शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन (Short Term Capital Gain) के रूप में लगेगा। इस समय में अगर किसी व्यक्ति ने डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) खरीदा है तो उसे सुरक्षित और नुकसान से मुक्त माना जाता है। डिजिटल गोल्ड में निवेश करने से चोरी या खोने का कोई खतरा नहीं होता, क्योंकि ये ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (how to buy gold online) के जरिए सुरक्षित रहता है और इसमें निवेशकों को अन्य पारंपरिक तरीकों से अधिक आरामदायक अनुभव मिलता है।