Personal Loan : पर्सनल लेते समय इन बातों का रखें खास ध्यान, नहीं तो पड़ेगा महंगा

HR Breaking News (Personal Loan Rules)। भारत में सभी सरकारी एवं निजी बैंक (Banking Rule for Personal Loan) लोगों को उनकी जरुरत के अनुसार लोन प्रदान करते है। बैंक व्यक्ति के सिबिल स्कोर के आधार पर लोन प्रदान करते है। जिन लोगों का सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा होता है।
बैंक उन लोगों को आसानी से और कम ब्याज दर पर लोन प्रदान करता है। बैंक पर्सनल लोन अन्य लोन (Personal Loan Apply) के मुकाबले आसानी से प्रदान करते है। पर्सनल में पेपर वर्क भी अन्य लोन के मुकाबले कम होता है। प्री अप्रूव्ड पर्सनल लोन मोबाइल में एक क्लिक से ले सकते है।
पर्सनल लोन में होती है सबसे अधिक ब्याज दर
बैंक लोगों को खराब सिबिल स्कोर (CIBIL Score High) होने पर भी कुछ शर्तों के आधार पर पर्सनल लोन प्रदान कर देते है। पर्सनल लोन (Personal Loan Interset rate) अन्य लोन के मुकाबले आसानी से मिल जाता है। इस लोन को प्रदान करते समय बैंक ज्यादा पूछताछ भी नहीं करता है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है पर्सनल लोन (Personal Loan Low Interest) में ब्याज दर अन्य लोन के मुकाबले काफी अधिक होती है। पर्सनल लोन बहुत मजबूरी की स्थिति में लेना चाहिए।
लोन लेते समय अन्य बैंकों में करें पूछताछ
तकनीक के इस दौर में लोग बैंकों (Personal Loan Knowledge) के चक्कर न काटने के लिए एक ही बैंक से बिना किसी जांच पड़ताल के पर्सनल लोन ले लेते है। पर्सनल लोन लेने से पहले ग्राहक को विभिन्न बैंकों और एनबीएफसी के पर्सनल लोन ऑफर्स (Personal Loan Offers) की तुलना कर लेना चाहिए। बैंक समय-समय पर ग्राहकों को लुभाने के लिए लोन पर आकर्षक ऑफर्स निकालते है। इनमें प्रोसेसिंग फीस (Personal Loan Processing fees) में पूरी छूट या थोड़ी छूट, कम ब्याज दर, फोरक्लोजर फीस से छूट, गिफ्ट वाउचर आदि शामिल हैं।
पर्सनल लोन की फिजुल खर्ची
सभी सरकारी एवं निजी बैंक पर्सनल लोन (Personal Loan EMI Tenure) आसानी से प्रदान कर देते है। आसानी से लोन मिलने के कारण लोग इसकी अहमियत नहीं समझते है। पर्सनल लोन की रकम (Personal Loan Uses) का उपयोग कभी भी शेयर ट्रेडिंग, फैंटेसी स्पोर्ट्स गेम, सट्टेबाजी, जुआ आदि जैसे कामों में नहीं करना चाहिए। इन कामों में पैसा खोने की संभावना काफी अधिक होती है। पर्सनल लोन का इस्तेमाल हमेशा जरुरत की चीजों के लिए करना चाहिए। अनावश्यक खर्चें होने के कारण लोगों को बाद में लोन की किश्त भरने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जरुरत अनुसार लोन न लेना
पर्सनल लोन कर्मचारी और व्यवसाय (Personal Loan for Employees) करने वाले लोगों को आसानी से प्राप्त हो जाता है। बैंक आपकी आय की अनुसार लोन प्रदान करता है। कई बार लोगों को कम राशि की आवश्यकता होती है, लेकिन बैंक आय के अनुसार ज्यादा लोन प्रदान कर देता है। ऐसे में हमें अपनी जरुरत के अनुसार ही लोन लेना चाहिए।
समय पर किश्त न भरना
पर्सनल लोन एवं अन्य लोन (Personal Loan EMI) लेते समय उनकी किश्त समय पर अदा करनी होती है। समय पर किश्त भरने से सिबिल स्कोर अच्छा होता है। वहीं, समय पर किश्त न भरने से आपका सिबिल स्कोर खराब होता है। अगर आप ईएमआई चुकाने में 90 दिनों से ज्यादा की देरी करते हैं, तो आपको डिफॉल्टर (Personal Loan Defaulter) घोषित कर दिया जाएगा। आपके क्रेडिट स्टोर में यह डिफॉल्ट स्थिति वर्षों तक दिखाई देगी।
लोन अवधि में ईजाफा
बैंक कई ग्राहक की रिक्वेस्ट के आधार पर लोन (Personal Loan Tenure hike) की अवधि में बढ़ौतरी कर देता है। ऐसे होने से किश्त की राशि कम हो जाती है। इससे आपका लोन लंबे समय (Long term Loan) तक चलता रहता है। इसका नुकसान यह है कि आपको ब्याज के रूप में काफी अधिक रकम देनी पड़ जाएगी। हमें ऐसी स्थिति से हमेशा बचना चाहिए।
एक समय एक पर्सनल लोन लेना
लोग अक्सर अपनी जरुरतों के अनुसार बैंकों से एक साथ कई पर्सनल लोन लेते है। ऐसा करने से लोगों को किश्त अदा करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे आपका बजट गड़बड़ा सकता है। अगर संभव हो तो नया लोन लेने से पहले मौजूदा लोन को खत्म करने की कोशिश करें।