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Property Documents : प्रोपर्टी खरीदते समय एक बार जरूर चेक कर लें ये 5 डॉक्यूमेंट, इसके बिना नहीं मिलेगा मालिकाना हक

Property Documents : आमतौर पर प्रोपर्टी से जुड़े नियमों और कानूनों को लेकर लोगों में जानकारी का अभाव होता है. इसी कड़ी में आज हम आपको अपनी इस खबर पांच ऐसे डॉक्यूमेंटस के बारे में बताने जा रहे है. जिसे प्रोपर्टी खरीदते समय एक बार जरूर चेक कर लेना चाहिए...इसके बिना नहीं मिलेगा मालिकाना हक.

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Property Documents : प्रोपर्टी खरीदते समय एक बार जरूर चेक कर लें ये 5 डॉक्यूमेंट, इसके बिना नहीं मिलेगा मालिकाना हक

HR Breaking News, Digital Desk- अपना घर बनाने का सपना पूरा करने के लिए लोग बहुत मेहनत करते हैं और पाई-पाई जोड़ते हैं. यह सपना जब हकीकत बनने वाला होता है, तो ढेर सारे कागजी काम सामने आते हैं. अगर आप होम लोन ले रहे हैं, तो बैंक और सरकारी दफ्तरों से जुड़े पेपरवर्क (paper work) की लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. 

कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें प्रॉपर्टी से जुड़े डॉक्यूमेंट (property documents) के बारे में ज्ञान भी बहुत कम होता है. पर यही डॉक्यूमेंट (document) संपत्ति पर आपकी दावेदारी पेश करते हैं. इसलिए जरूरी है घर-मकान, जमीन लेने से पहले आपको इनके बारे में पता होना.

ऐसे में कोई भी डील करने से पहले बहुत सारी चीजों की जानकारी जुटा लेना बेहद जरूरी है. इस काम के लिए आप कानूनी सलाह भी ले सकते हैं. आइए आपको उन दस्तावेजों के बारे में बताते हैं जो घर खरीदने के लिए अनिवार्य होते हैं-

बैनामा-

घर खरीदने के लिए कागज का यह पन्ना सबसे जरूरी होता है. असली बैनामा संपत्ति पर आपका मालिकाना हक साबित करता है. जिस इलाके में संपत्ति स्थित है, वहीं के सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस (Sub-Registrar's Office) में जाकर आपको अपनी प्रॉपर्टी रजिस्टर करानी पड़ती है.

पजेशन लेटर-

डिवेलपर खरीददार के हक में पजेशन लेटर जारी करता है, जिसमें प्रॉपर्टी पर कब्जे की तारीख लिखी होती है. होम लोन पाने के लिए इस दस्तावेज की असली कॉपी को पेश करना जरूरी होता है. जब तक ओसी हासिल नहीं किया जाएगा, तब तक पोजेशन लेटर अकेले प्रॉपर्टी पर कब्जे के लिए काफी नहीं माना जा सकता.

म्यूटेशन (दाखिल-खारिज)-

यह दस्तावेज ग्राम पंचायत की संपत्तियों में काम आता है. इसमें पिछले मालिक की जानकारी होती है. हालांकि असली दस्तावेज देने की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन अगर आप ग्राम पंचायत के तहत आने वाले इलाकों में प्रॉपर्टी (property) लेते हैं तो इसे दिखाना अनिवार्य होता है.

ऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट-

ऑक्यूपॅन्सि सर्टिफिकेट (Occupancy Certificate) एक अहम दस्तावेज है, जिसे बिल्डर से जरूर लेना चाहिए. अगर वह इसे नहीं देता तो खरीददारों को यह अधिकार है कि वह डिवेलपर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करें.

नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)-

बहुत कम लोग यह बात जानते होंगे कि एक प्रोजेक्ट बनाने के लिए बिल्डर को अलग-अलग अथॉरिटीज से 19 एनओसी लेनी पड़ती हैं. हालांकि विभिन्न शहरों में यह संख्या अलग-अलग हो सकती है. आप अपने डिवेलपर से इन एनओसी की कॉपी अपने पर्सनल रिकॉर्ड (personal reocrd) में रखने के लिए मांग सकते हैं.

मॉर्गेज-

मॉर्गेज (Mortgage) या गिरवी रखना एक प्रकार का ऋण है जिसका उपयोग उधारकर्ता किसी मकान की खरीद या रखरखाव करने के लिए या रियल एस्टेट के अन्य रूपों में करता है. साथ ही समय के साथ इसका भुगतान करने पर सहमति जताता है. प्रॉपर्टी, लोन सिक्योर (loan secure) करने में कोलैटरल के रूप में काम करती है.

प्रॉपर्टी टैक्स की रसीदें-

घर के मालिकों को टैक्स चुकाना पड़ता है. यह भी सुनिश्चित करें कि पिछले मालिक ने प्रॉपर्टी टैक्स चुकाया है और अब कोई बकाया नहीं है. प्रॉपर्टी टैक्स (property tax) की रसीदें संपत्ति की कानूनी स्थिति साबित करने में भी मदद करती हैं.

अलॉटमेंट लेटर-

होम लोन के लिए अलॉटमेंट लेटर (allotment letter) एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ है, जो डेवलपर (developer) या हाउसिंग अथॉरिटी (housing authority) जारी करते हैं। इसमें प्रॉपर्टी का पूरा विवरण और ग्राहक द्वारा बिल्डर (builder) को भुगतान की गई राशि का उल्लेख होता है। 

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