Property Knowledge : मात्र 1 रुपये में होगी रजिस्ट्री, आसानी से मिलेगा मालिकाना हक
Property Knowledge :किसी भी जमीन का मालिक बनने के लिए रजिस्ट्री सबसे जरूरी दस्तावेज है। अगर आप जमीन ले रहे हैं और आपने रजिस्ट्री नहीं कराई है तो आपको मालिकाना हक नहीं मिलेगा। कानून में भी साफ है कि बगैर रजिस्ट्री के प्रोपर्टी का मालिकाना हक मिलना संभव नहीं है।

HR Breaking News (Property Knowledge) किसी भी जमीन मी प्रोपर्टी वैसे तो वहां के सर्किल रेट के हिसाब से होती है, जमीन की कीमत पर प्रतिशत के हिसाब से होती है, लेकिन सरकार ने 1 रुपये में रजिस्ट्री कराने का फैसला लिया है।
जमीन की रजिस्ट्री के साथ ही लोगों को आसानी से मालिकाना हक (Property Knowledge) मिल जाएगा। सरकार ऐसा फैसला लोगों की भलाई के लिए ले रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सभी की रजिस्ट्री की फीस केवल एक रुपया होगी।
नंबरदार की रिपोर्ट के आधार पर मिलेगी रजिस्ट्री
सरकार की ओर से लोगों को जमीन का मालिकाना हक देने के लिए रजिस्ट्री (registry fees) की फीस नाममात्र करने के साथ कुछ शर्तें भी हैं। लोगों को रजिस्ट्री नंबरदार की रिपोर्ट के आधार पर मिलेगी। हरियाणा के फरीदाबाद में नगर निगम ने गांव के लोगों को जमीन का मालिकाना हक देने के लिए प्रक्रिया अपनाई गई है। इसके लिए सर्वे शुरू कर दिया गया है।
स्वामित्व योजना के तहत मिलेगा अधिकार
निगम की ओर से लोगों को मालिकाना सर्टिफिकेट (registry) जारी किए जाएंगे। प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के तहत यह कार्य किया जा रहा है। उम्मीद है कि मार्च तक लाल डोरे की जमीन में रहने वाले लोग मालिकाना हक प्राप्त कर सकते हैं।
फिलहाल नहीं है रजिस्ट्री
दरअसल, गांव के लोगों की लाल डोरे की जमीन है, जिसमें अभी तक गांव के लोगों के पास अपने घरों और दुकानों के मालिकाना हक (registry fees) के दस्तावेज नहीं है। यह लोगों का कब्जे का अधिकार है। अब नगर निगम की ओर से ऐसी जमीनों के सर्वे कराए जा रहे हैं, जिसके बाद नाममात्र फीस में मालिकाना हक दिया जा सकता है।
दस साल का कब्जा दिखाने के लिए होने चाहिए दस्तावेज
लोगों को मालिकाना हक के सर्टिफिकेट (registry fees) लेने हैं तो इसका साबित करना होगा। यह प्रमाणित करने के लिए 10 साल से संपत्ति का कब्जा दिखाना होगा। यह साबित करने के लिए बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, घरेलू गैस कनेक्शन आदि कागजात हो सकते हैं। अगर यह सत्यापन हो जाता है मालिकाना हक मिल जाएगा।
अब ले सकेंगे जमीन पर लोन
जमीन का मालिकाना हक लेने के लिए रजिस्ट्री बहुत जरूरी है। अगर रजिस्ट्री मिल (registry fees) जाती है तो बैंक लोन भी आसानी से दे देगा। पहले लोन लेने के लिए लोगों को धक्के खाने पड़ते थे और बैंक ऐसी जमीन पर आसानी से लोन नहीं करते हैं।
अब लोन भी आसानी से हो जाएगा और मालिकाना हक का दस्तावेज होने के बाद जमीन की खरीद-बिक्री भी आसानी से कर सकेंगे। वहीं, निगम अधिकारियों ने कहा कि 99.99 गज तक के खाली प्लॉट पर कोई गृहकर नहीं लिया जाएगा, वहीं, 100 गज या उससे अधिक पर गृहकर लिया जाएगा। यह प्रति गज के हिसाब से तय होगा।