Property Update : अब तक की सबसे महंगी डील, 5200 करोड़ रुपये में बिकने जा रहा है इस कंपनी का ऑफिस
Property Update : हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक ये कहा जा रहा है कि मुंबई की सबसे बड़ी लैंड डील में वाडिया ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी बॉम्बे डाइंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी का हेडक्वार्टर बिकने जा रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि इस कंपनी का ऑफिस 5200 करोड़ रुपये में बिकने जा रहा है...

HR Breaking News, Digital Desk- देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सबसे बड़ी लैंड डील होने जा रही है. इस लैंड डील के चलते बॉम्बे डाइंग एंड मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी का हेडक्वार्टर जहां बिकने जा रहा है. वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी का फेमस बैस्टियन रेस्टोरेंट भी बंद होने जा रहा है. ये लैंड डील हजार या दो हजार करोड़ की नहीं, बल्कि पूरे 5200 करोड़ रुपये की है.
करीब 22 एकड़ का ये लैंड पार्सल मुंबई के वर्ली एरिया में है. पैसों के मामले में ये मुंबई की अब तक की सबसे बड़ी लैंड डील है. बॉम्बे डाइंग इस लैंड डील को दो चरण में पूरा करेगा. पहले चरण में कंपनी को गोइसु रियल्टी से 4,675 करोड़ रुपये मिलेंगे, बाकी 525 करोड़ रुपये बॉम्बे डाइंग की कुछ शर्तों को पूरा करने के बाद दूसरे चरण में हासिल होंगे.
खाली हुआ हेडक्वार्टर, बंद होगा शिल्पा शेट्टी का रेस्टोरेंट-
इसी जमीन पर बॉम्बे डाइंग का हेडक्वार्टर ‘वाडिया इंटरनेशनल सेंटर’ बना हुआ है. पिछले हफ्ते कई सारे टैंपों में सामान भर-भर कंपनी के हेडक्वार्टर को खाली कर दिया गया. वहीं कंपनी के चेयरमैन नुस्ली वाडिया के दफ्तर को बॉम्बे डाइंग की प्रॉपर्टी दादर-नैगॉम में शिफ्ट किया गया है. ये वाडिया ग्रुप के हेडक्वार्टर के पीछे ही मौजूद है. इसी बिल्डिंग में शिल्पा शेट्टी का बैस्टियन रेस्टोरेंट भी है, जो अब बंद हो रहा है.
जापान की गोइसु रियल्टी ने साल 2019 में भी बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में एमएमआरडीए से 12,141 वर्ग मीटर के लैंड पार्सल की लीज ली थी. इसके लिए 2238 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया.
8 एकड़ में बनेगा पार्क, 8 में हाउसिंग अपार्टमेंट-
महाराष्ट्र की मिल लैंड पॉलिसी के मुताबिक बॉम्बे डाइंग ने अपनी दादर-नैगॉम मिल की आठ एकड़ जमीन वृहन मुंबई नगर निगम (BMC) को पार्क या रीक्रिएशनल स्पेस के लिए सौंपी है. वहीं 8 एकड़ भूमि महाराष्ट्र की हाउसिंग अथॉरिटी ‘म्हाडा’ को दी गई है, जहां पब्लिक हाउसिंग सोसायटी विकसित की जानी है.
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि मिल की ये जमीन सरकारी एजेंसियों को सौंपने के बदले में डेवलपर को 82,000 वर्ग मीटर एरिया विकसित करने का अधिकार मिलेगा. वहीं इस एरिया में जो हाउसिंग बिल्डिंग बनेंगी वो ट्रांजिट एकोमॉडेशन और मिल वर्कर्स के लिए घर बनाने में इस्तेमाल होंगी.