अब ATM से पैसे निकालने पर देना होगा इतना चार्ज, जानिये RBI का फैसला
ATM Transaction New Rules : एटीएम से कैश निकालने की सुविधा का फायदा अनेक लोग उठा रहे हैं। आजकल किसी भी बैंक का ग्राहक किसी भी बैंक के एटीएम से अपने खाते से राशि निकाल सकता है। अब तक बैंक ग्राहक कैश ट्रांजेक्शन के लिए एटीएम का यूज बेहद कम चार्जेज (ATM Transaction charges) में करते आए हैं, लेकिन अब ये चार्जेज बढ़ने वाले हैं। इस बारे में आरबीआई ने भी अपना निर्णय सुना दिया है। आइये जानते हैं अब ग्राहकों को एटीएम ट्रांजेक्शन के लिए कितने चार्ज देने होंगे।

HR Breaking News - (ATM Transaction)। एटीएम से ट्रांजेक्शन करने वालों के लिए बड़ा अपडेट आया है। अब एटीएम से ट्रांजेक्शन करना महंगा पड़ने वाला है। यह सुविधा कुछ दिन बाद सस्ते में मिलनी बंद हो जाएगी। जल्द ही इसके लिए चार्ज बढ़ा दिए जाएंगे, जिसका सीधा असर एटीएम (New ATM Transaction Rules) से नकदी निकालने वालों की जेब पर पड़ेगा। इसके लिए कई तरह के प्रस्ताव व सुझाव भी तैयार कर लिए गए हैं। इस मामले में आरबीआई (RBI latest update) ने भी अपना रुख क्लियर कर दिया है।
बढ़कर इतने हो जाएंगे चार्ज-
एटीएम से कैश निकालने पर चार्ज बढ़ना तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बारे में नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपनी ओर से प्रस्ताव व सुझाव भी दे दिया है। इसमें बताया गया है कि किसी ग्राहक द्वारा पांच फ्री ट्रांजेक्शन एटीएम (ATM transaction limit) से कर लेने के बाद नकदी निकाली जाती है तो 22 रुपये अधिकतम शुल्क होना चाहिए, जो फिलहाल 21 रुपये है।
यानी एक रुपये के हिसाब से प्रति ग्राहक इसमें बढ़ौतरी करनी चाहिए। ये चार्जेज बैंक ग्राहकों के लिए मुफ्त पांच लेनदेन की लिमिट से अधिक होने पर लिए जाएंगे। इसके अलावा एटीएम इंटरचेंज फीस (atm interchange fees) भी बढ़ेगी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) मिलकर इस दिशा में तैयारी कर रहे हैं।
एटीएम इंटरचेंज फीस में भी होगी बढ़ौतरी -
इतना ही नहीं, NPCI ने एटीएम इंटरचेंज फीस बढ़ाने पर भी जोर देते हुए नया सुझाव दिया है। उसके अनुसार एटीएम से कैश निकालने पर इंटरचेंज फीस 2 रुपये बढ़ाई जानी चाहिए। यह 17 रुपये से 19 रुपये की जानी चाहिए। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (online transaction rules) के लिए चार्ज 6 रुपये से बढ़ाकर 7 रुपये होना चाहिए।
बता दें कि ATM इंटरचेंज फीस वह होती है जो एक बैंक ग्राहक के द्वारा दूसरे बैंक के एटीएम से ट्रांजेक्शन करने पर चुकाता है। इसमें सबसे बड़ा मोड़ तो यह है कि यह फीस प्राय: एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज (ATM transaction fees) के रूप में ग्राहक से ही ली जाती है।
यहां लागू होंगे नियम -
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स व ताजा अपडेट के अनुसार NPCI का यह प्रस्ताव सही माना जा रहा है। बैंक और एटीएम ऑपरेटर इस प्रस्ताव से सहमत दिख रहे हैं। एटीएम से पैसे निकालने वालों के लिए यह बढ़ौतरी महानगरों से लेकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में स्थित एटीएम पर भी लागू होगी। इस मुद्दे पर बड़े स्तर पर भी बैठक हो चुकी है।
आरबीआई ने भारतीय बैंक संघ (IBA) के सीईओ, सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (state bank of india)और निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी के अधिकारियों की एक कमेटी बनाई थी। इस कमेटी ने यह निर्णय दिया था कि बैंकिंग सेक्टर की लागत काफी बढ़ गई है, इसलिए एटीएम से ट्रांजेक्शन करने पर चार्ज बढ़ाए जाने की जरूरत है।
एटीएम ऑपरेट करने में खर्च बढ़ा-
यह सुझााव इसलिए सामने आया है क्योंकि एटीएम ऑपरेटर्स और बैंकिंग सेक्टर के जानकारों का कहना है कि कुछ ही सालों में एटीएम ऑपरेट करने के खर्चे बढ़े हैं। एटीएम में पैसे डालने का खर्च भी महंगाई के कारण बढ़ा है।
खासकर यह खर्चा ग्रामीण इलाकों और अर्ध शहरी इलाकों में बढ़ा है। इस बारे में NPCI या RBI (reserve bank of india) ने कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है और न की कोई बयान आया है। अगर ऐसा होता है तो कैश के लिए एटीएम यूज करने वालों की जेब पर बोझ पड़ सकता है।