RBI का बयान, रेपो रेट में बदलाव को लेकर कह दी ये बड़ी बात
RBI on Repo Rate : हाल ही में भारत के केद्रीय बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट का लेकर एक बड़ी बात कह दी है। मौजूदा मुद्रास्फीति पर चल रही चर्चा को गर्वनर ने विराम दे दिया है। आरबीआई (RBI News) के इस ब्यान के बारे में विस्तार से जानने के लिए इस खबर को विस्तार से पढ़ें।

HR Breaking News, Digital Desk- Shaktikanta Das : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI governer) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को ब्याज दरों को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि महंगाई की मौजूदा दर और उसे चार फीसदी पर लाने के लक्ष्य के बीच अंतर को देखते हुए नीतिगत दर (Repo rate) पर रुख में बदलाव के सवाल का अभी कोई मतलब नहीं है।
आरबीआइ गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति के स्तर को देखें तो नीतिगत दरों (रेपो रेट) में परिवर्तन करने का फैसला अभी करना संभव नहीं है।
रेपो रेट को लेकर दास ने दिया ये जवाब
गर्वनर शक्तिकांत दास (Governor Shaktikanta Das) ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति और आरबीआई द्वारा इसे चार प्रतिशत रखने के लक्ष्य के अंतर को देखें तो रेपो रेट को बदलने का सवाल समय से पहले पूछे जाने वाला प्रश्न है। जब चार प्रतिशत खुदरा मुद्रास्फीति (four percent retail inflation) लगातार कुछ महीनों तक रहेगी तभी हमें अपने रुख में बदलाव के बारे में सोचने का आत्मविश्वास मिलेगा।
RBI की जून की द्विमासिक रिपोर्ट का ब्यान
भारत के केंद्रीय बैंक ने जून की द्विमासिक रिपोर्ट (bimonthly report of june) में कहा था कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (consumer price Index) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। हालांकि तिमाही वार अनुमान में पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 4.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
बता दें कि सरकार ने आरबीआई (RBI news) को 2 प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ खुदरा मुद्रास्फीति (retail inflation) को 4 प्रतिशत पर बनाए रखने को कहा है। आपको बता दें कि मौद्रिक नीति (monetary policy) पर कोई फैसला लेते समय आरबीआई खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है।