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Sovereign Gold Bond Scheme : सोमवार से सस्ता सोना बेचेगी सरकार, जानिये मार्केट से कितनी कम है कीमत

Sovereign Gold Bond Scheme 2024 : अगर आप भी सोना खरीदने का सोच रहे है तो ये खबर आपके लिए है। आज हम आपको आरबीआई की इस स्पेशल संविधा के बारे में बताने वाले है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सोमवार 12 फरवरी से सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड जारी करेगा। यह इश्यू पांच दिन तक खुला रहेगा। और सबसे खास बात तो यह है कि सरकार ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को खास फायदा भी देगी

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HR Breaking News (ब्यूरो) : सोने के गहने या फिर सोना हर घर की जरूरत होती है। अभी शादियों के सीजन में भी सोने की खूब डिूमांड रही है। अगर आप सोना खरीदना चाहते हैं या फिर खरीदने का सोच रहे हैं तो आपके लिए यह एक शानदार मौका है। सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond Scheme) की चौथी किश्‍त लाने जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सोमवार 12 फरवरी से सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड जारी करेगा। यह इश्यू पांच दिन तक खुला रहेगा। निवेशक 16 फरवरी तक गोल्‍ड बॉन्ड में निवेश कर पाएंगे। सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड का रिटर्न शानदार रहा है। इसकी वजह से निवेशक बड़ी संख्या में इसमें निवेश करना चाह रहे (Invest in Sovereign Gold Bond Scheme) हैं। भारत सरकार ने ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है।


जान लें कीमत


आप सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड (sovereign gold bond) में एक ग्राम सोना 6,263 रुपये में खरीद सकते हैं। खुशी की बात तो यह है कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले और डिजिटल माध्यम से भुगतान करने वाले निवेशकों को सरकार ने अंकित मूल्य से 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। इस तरह डिजिटल भुगतान करने वालों को गोल्ड बॉन्ड का इश्‍यू प्राइस 6,213 रुपये होगा। सॉवरेन गोल्‍ड बॉन्ड को अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (छोटे वित्त बैंकों, भुगतान बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), भारतीय निपटान निगम लिमिटेड (CCIL), नामित डाकघरों, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड और बीएसई लिमिटेड के माध्यम से बेचा जाएगा।


नहीं होता पैसा डूबने का जोखिम 


आपकी जानकारी के लिए बजा दें कि आरबीआई (RBI) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में बैंक की एफडी जैसे निवेश विकल्पों से बेहतर रिटर्न मिलता है। इसमें पैसा डूबने का जोखिम नहीं होता। इसी के साथ ही गोल्ड के बढ़ते भावों (rising prices of gold) का निवेशकों को फायदा मिलता है। वहीं गोल्ड खरीद पर ब्याज भी दिया जाता है। अगर निवेशक बॉन्ड को मैच्योर होने तक रखते हैं तो मैच्योरिटी के समय होने वाली आय टैक्स फ्री होगी। बांड की मैच्योरिटी आठ साल में होती है।