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Price - 30 तोले सोने के बराबर है इस फल की कीमत

Price - फल का सेवन तो आप भी करते ही होंगे। लेकिन क्या आपने कभी इतना महंगा फल खाया है। जिसकी कीमत तीस तोले सोने के बराबर है। अगर आपका जवाब नहीं है और आप इस फल के बारे में नहीं जानते है तो चलिए आइए जानें इस खबर में...
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Price - 30 तोले सोने के बराबर है इस फल की कीमत

 HR Breaking News, Digital Desk- खरबूज खाना हर किसी को पसंद है. इसमें पोटेशियम काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है. इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. साथ ही हार्ट से सम्बंधित कई बीमारियां भी ठी हो जाती हैं. यही वजह है कि मार्केट में इसकी डिमांड हमेशा रहती है. अप्रैल से लेकर मई महीने तक यह मार्केट में असानी से मिल जाता है. तब इसका रेट 50 से 60 रुपये किलो होता है. लेकिन आज हम खरबूज की एक ऐसी किस्म के बारे में बात करेंगे, जिसकी गिनती दुनिया के सबसे महंगे फ्रूट में होती है. इसकी कीमत हजारों नहीं बल्कि लाखों में है. इतनी कीमत में आप कई लग्जरी कार खरीद लेंगे.

दरअसल, हम जिस खरबूज की बात कर रहे हैं, उसका नाम युबारी किंग है. कहा जाता है कि यह दुनिया का सबसे महंगा फल है. यह एक तरह का जापानी खरबूज है. इसकी खेती सिर्फ जापान में ही की जाती है. युबारी मेलन की खेती जापान के होकैडो द्वीप पर स्थित युबारी शहर में ही होती है. इसी के चलते इसका नाम युबारी मेलन पड़ा. जानकारों का कहना है कि युबारी शहर का टेंपरेचर इस फल के लिए अनुकूल है.

18 लाख रुपये में इस फ्रूट को बेचा गया था-

युबारी शहर में दिन और रात के तापमान में बहुत डिफरेंट होता है, जो कि युबारी मेलन के लिए ‘अमृत’ का काम करता है. कहा जाता है कि दिन और रात के तापमान में जितना ज्यादा अंतर होगा, खरबूज उतना ही ज्यादा मीठा और टेस्टी होगा. युबारी किंग की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसकी बिक्री नहीं होती है. इसकी नीलामी की जाती है. साल 2022 में एक युबारी किंग की नीलामी 20 लाख रुपये में हुई थी. वहीं, साल 2021 में 18 लाख रुपये में इस फ्रूट को बेचा गया था. इस मतलब एक यह हुआ कि भारत में आर एक युबारी किंग की कीमत में 30 तोला सोना खरीद सकते हैं.

अमीर लोग ही इसे खाते हैं-

युबारी किंग संक्रमण रोधी फल है. ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर का रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. इसमें पोटेशियम के अलावा विटामिन सी,फोस्फोरस, विटामिन ए और कैल्शियम भी पाया जाता है. यही वजह है कि इसकी मार्केट में डिमांड बहुत अधिक है. लेकिन दुनिया के अमीर लोग ही इसे खाते हैं.