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APY vs NPS- दोनो में से कौन-सी रहेगी आपके लिए सही? समझिए गणित

APY vs NPS : अगर आप भी एक नौकरीपेशा इंसान है तो आप लाजमी है कि अपनी रिटायरमेंट के बारे में जरूर प्लान कर रहे होंगे या करने वाले है। इसके लिए आप कोई ऐसी बचत योजना में निवेश करना चाहेंगे जिसमें कि आपको ज्यादा लाभ मिले और आपका पैसा सुरक्षित रहे। भारत में रिटायरमेंट (retirement planning) के लिए वैसे तो कई स्कीम्स मौजूद है। इनमें से अटल पेंशन योजना (APY) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। अब आप दुविधा में पड़ गए होंगे कि कौन सी योजना में निवेश किया जाए। तो अब आपको टेशन लेन की जरूरत नही है। आप इस खबर को पढ़ने के बाद इस नतीजे पर जरूर पहुंच जाएंगे कि आपको किस योजना में निवेश करना चाहिए। 

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HR Breaking News, Digital Desk- रिटायरमेंट के लिए कई स्कीम्स मौजूद है। इनमें से अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) और नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) भी काफी पॉपुलर है। इन दोनों स्कीम में निवेशक को पेंशन का लाभ मिलता है। हालांकि यह दोनों स्कीम एक दूसरे से काफी अलग हैं। अगर आप भी निवेश का सोच रहे हैं तो इस आर्टिकल में इन दोनों स्कीम के बारे में जानिए।

पूरी उम्र कमाने के बाद व्यक्ति एक उम्र में आकर उस काम या नौकरी से रिटायर होता है। अब रिटायरमेंट के बाद पेंशन ही इनकम का सोर्स होता है। ऐसे में हर कोई चाहता है कि उसकी इनकम कभी न रुके। इसके लिए वर्तमान समय में कई रिटायरमेंट स्कीम (retirement schemes) भी है। रिटायरमेंट स्कीम की जब बात आती है तो अटल पेंशन योजना (APY) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) का नाम जरूर आता है। आपने भी इनके बारे में कही न कही तो जरूर सुना होगा। 

 

 

यह दोनो ही स्कीम्स रिटायरमेंट के लिए काफी प्रसिद्ध (Schemes famous for retirement) है। इन स्कीम्स में निवेशकों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन का लाभ मिलता है। लेकिन, कई मामलों में यह दोनों स्कीम काफी अलग है। ऐसे में आपके लिए इन दोनों स्कीम्स में से कौन-सी बेस्ट है इसके बारे में यहां जानते हैं।

1. राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (National Pension System)


आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत सरकार द्वारा वर्ष 2004 में राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (NPS) शुरू की गई थी। इस स्कीम में निवेशक को एक फिक्स्ड अमाउंट इन्वेस्ट करना होता है। इस योजना में केवल भारतीय शामिल हो सकते हैं, जिनकी 18 से 55 वर्ष की आयु होनी चाहिए। आपको बता दें कि यह स्कीम पेंशन फंड विनियामक और विकास प्राधिकरण (Pension Fund Regulatory and Development Authority) द्वारा कंट्रोल किया जाता है।

बता दें कि एनपीएस में निवेशक को रिटायरमेंट अकाउंट (Retirement Account) में निवेश करना होता है। इस स्कीम में निवेशक स्टॉक,सरकारी बॉन्ड आदि के आधार पर भी निवेश कर सकते हैं। यह स्कीम शेयर मार्केट से लिंक्ड होती है। निवेशक ने जिसमें निवेश किया है उसकी परफॉर्मेंस के आधार पर ही उसे लाभ मिलता है।

एनपीएस बाजार-लिंक्ड योजना (market-linked scheme) है।
इस स्कीम को तीन परिसंपत्ति वर्ग जैसे -इक्विटी, सरकारी प्रतिभूति और कॉरपोरेट बॉन्ड में पेश किया जाता है।
इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है।
निवेशक के अंशदान और निवेश रिटर्न के आधार पर पेंशन (Pension based on contributions and investment returns) मिलता है।
योजना में सरकार की तरफ से कोई योगदान नहीं होता है।
इस स्कीम में  नॉमिनी का होना अनिवार्य है


2. अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana)


भारत की केंद्र सरकार ने पेंशन प्रोग्राम के तहत अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana scheme) शुरू किया है। इसकी शुरूआत की बात करें तो यह योजना वर्ष 2015 में शुरू की गई थी। इस स्कीम में भारतीय के साथ अनिवासी भारतीय भी निवेश कर सकते हैं। यह एक गारंटी पेंशन स्कीम है यानी इसमें गारंटी पेंशन का लाभ मिलता है।

ग्राहक किस उम्र से निवेश करना शुरू करते हैं और कितना निवेश करते हैं उस आधार पर पेंशन (pension scheme) मिलता है। इस स्कीम में 18 से 40 वर्ष की आयु वाले निवेशक निवेश कर सकते हैं और कम से कम 20 साल तक निवेश करना होता है।

इस स्कीम में रिटायरमेंट के बाद गारंटी पेंशन का लाभ (Benefit of guaranteed pension after retirement) मिलता है।
इसमें हर महीने अधिकतम 5000 रुपये का निवेश कर सकते हैं।
योजना में 1,000 रुपये से 5,000 रुपये तक का मासिक पेंशन मिलता है।
इस स्कीम में निवेशक को परमानेंट रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) नहीं मिलता है।
सरकार नियमों और शर्तों के तहत निश्चित राशि दी जाती है।
योजना में नॉमिनी का नाम देना अनिवार्य है।