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SIP से 15 साल में बन जाएंगे 2 करोड़ के मालिक, बस जान लें निवेश का सही तरीका

SIP - अगर आप लंबी अवधि में अच्छी-खासी रकम जमा करना चाहते हैं, तो केवल बचत (invest) से काम नहीं चलेगा. इसके लिए आपको वित्तीय अनुशासन और एक स्मार्ट निवेश रणनीति की ज़रूरत होगी. ऐसे में आपको बता दें कि एसआईपी में निवेश कर आप 15 साल में दो करोड़ रुपये के मालिक बन सकते है... 

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SIP से 15 साल में बन जाएंगे 2 करोड़ के मालिक, बस जान लें निवेश का सही तरीका

HR Breaking News, Digital Desk- (SIP) अगर आप लंबी अवधि में अच्छी-खासी रकम जमा करना चाहते हैं, तो केवल बचत (invest) से काम नहीं चलेगा. इसके लिए आपको वित्तीय अनुशासन और एक स्मार्ट निवेश रणनीति की ज़रूरत होगी. आजकल निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड (mutual fund) में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investmnet Plan) काफी लोकप्रिय है. छोटे-छोटे मासिक निवेश से बड़ा फंड बनाने के लिए SIP एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.

SIP बन सकता है जादुई चिराग-

SIP का सबसे बड़ा फायदा है पावर ऑफ कंपाउंडिंग, यानी आपके पैसों से जो कमाई होती है, वही कमाई आगे और कमाई करने लगती है. लेकिन ध्यान रहे, SIP में निवेश का अवधि यानी कितना लंबा समय आप निवेश करते हैं, इसका बहुत बड़ा रोल होता है. जितना लंबा निवेश, उतना ज्यादा संभावित रिटर्न.

कितने साल में तैयार हो जाएगा दो करोड़ का फंड ?

अगर आपकी भी प्लानिंग है कि अगले 15 सालों में 2 करोड़ रुपये का फंड बनाने के लिए आपको हर महीने 42,100 रुपये का निवेश करना होगा, यह मानते हुए कि आपको औसतन 12 प्रतिशत सालाना रिटर्न मिलेगा. यह लक्ष्य हासिल करने के लिए सही रणनीति और मासिक निवेश का अनुशासन ज़रूरी है.

ऐसा करने से आपका कुल निवेश 75.78 लाख रुपये हो जाएगा. इसके अलावा, कुल ब्याज/रिटर्न 1.24 करोड़ रुपये होगा. वहीं, 15 साल बाद कुल वैल्यू 2 करोड़ रुपये हो जाएगी. यानि अगर आप हर महीने 42,100 SIP में डालते हैं और सालाना 12 फीसदी का रिटर्न मिलता है, तो 15 साल में आपका सपना सच हो सकता है.

कहां करें निवेश?

इसके लिए इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (equity mutual funds) सबसे अच्छे माने जाते हैं. खासतौर पर लार्ज-कैप फंड्स सालाना 12 से 16 प्रतिशत तक का रिटर्न दे सकते हैं. अगर आप थोड़ा ज्यादा रिस्क ले सकते हैं, तो मिड-कैप और स्मॉल-कैप फंड्स (Mid-cap and small-cap funds) में भी निवेश कर सकते हैं, जहां ऐतिहासिक आंकड़े दिखाते हैं कि रिटर्न की संभावना और भी ज्यादा हो सकती है. लेकिन याद रखें, मिड और स्मॉल-कैप फंड्स के साथ जोखिम भी ज्यादा होता है.

कंजरवेटिव निवेशकों के लिए सलाह-

रिस्क कम करने के लिए, आप लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश को बैलेंस कर सकते हैं. इसके साथ ही, अपने पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई (diversify your portfolio) करने और बाज़ार के उतार-चढ़ाव से बचाने के लिए, कुछ पैसा गोल्ड, डेट फंड्स या रियल एस्टेट (real estate) जैसी सुरक्षित संपत्तियों में भी लगा सकते हैं. 

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