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Success Story - इन 3 बड़े अधिकारियों के बच्चे पढ़ते है सरकारी स्कूल में, जानिए वजह

आज के दौर में अधिकतर मां-बाप अपने बच्चों का प्राइवेट स्कूल में भेजना चाहते है। फिर चाहे उनके पास पैसों की ही तंगी क्यों न हो। लेकिन आज हम आपको अपनी इस खबर में ऐसे तीन बड़े अधिकारियों के बारे में बताने जा रहे है। जिन्होंने अपने बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूल में करा रखा है। 
 
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HR Breaking News, Digital Desk- सरकारी स्‍कूलों में शिक्षा की स्‍थिति से हर कोई वाकिफ है.समय-समय पर आने वाली रिपोर्टस में ये बात सामने आई है कि कक्षा पांच के बच्‍चे कक्षा दो की भी किताबें नहीं पढ़ पाते हैं. कई स्‍कलों में शिक्षक भी नहीं हैं. ऐसी हालत में जिन अभिभावकों की आर्थिक स्‍थिति थोड़ी भी अच्‍छी है वे बिल्‍कुल नहीं चाहते हैं कि उनके बच्‍चे सरकारी स्‍कूल में पढ़ें. वहीं ऐसे हालात में कुछ अधिकारी ऐसे भी हैं, जिन्‍होंने अपने बच्‍चों को सरकारी स्‍कूलों में दाखिला करवाया है.जी हां कई जिलों के कलेक्‍टर ने अपने बच्‍चों को सरकारी स्‍कूलों में एडमिशन दिया है.

दरअसल अब ऐसे तमाम अधिकारी सामने आ रहे हैं, जो सरकारी स्‍कूलों की सेहत को सुधारने के लिए ऐसा कदम उठा रहे हैं. वे न केवल अपने बच्‍चों का दाखिला इन स्कूलों में करा रहे हैं बल्‍कि वे इन स्‍कूलों में जाकर बच्‍चों को पढ़ाते भी हैं. इस कड़ी में आइए जानते हैं कि कौन-कौन से जिले के अधिकारी अपने बच्‍चों को सरकारी स्‍कूलों में पढ़ा रहे हैं.

तेलंगाना की कलेक्टर ने बेटी का कराया एडमिशन-

तेलंगाना की कलेक्टर मसर्रत खानम आएशा ने हाल ही में बेटी का विकाराबाद के ही तेलंगाना माईनोरिटी रेजीडेंशियल स्कूल में पांचवीं कक्षा में दाखिला कराया है. यहां स्‍कूल हैदराबाद से 75 किलोमीटर दूर है. योस्‍टोरी के मुताबिक कलेक्टर का मानना है कि इस स्कूल में शिक्षा का स्तर अच्छा होने से वहां उनकी बिटिया का का संपूर्ण विकास संभव है.

चमोली के डीएम ने बेटे का आंगनबाड़ी में कराया दाखिला-  

चमोली जिले की जिलाधिकारी स्‍वाति भदोरिया ने अपने 2 साल के बेटे अभ्‍युदय का दाखिला आंगनबाड़ी में कराया है. जिलाधिकारी ने  मीडिया को दिए इंटरव्‍यू में बताया ये फैसला इसलिए लिया ताकि आंगनबाड़ी को लेकर आम लोगों की सोच में बदलाव आ सके. ये फिजिकल-मेंटल ग्रोथ के लिए भी सही होता है.

बलरामपुर के डीएम ने कराया एडमिशन-

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलरामपुर के आईएएस ऑफिसर अवनीश शरण ने अपनी बेटी का एडमिशन आंगनबाड़ी में कराया था. अब उनकी बेटी छत्‍तीसगढ़ के केदारधाम के सरकारी स्‍कूल में पढ़ रही है. रिपोर्ट् के मुताबिक अवनीश शरण ने बताया, साल2016 में मैंने अपनी बेटी वेदिका का दाखिला छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में मौजूद आंगनबाड़ी केंद्र में कराया था.