Success Story : स्कूल टाइम में फेल होने के बाद भी नहीं मानी हार, रुक्मिणी रियार बनी IAS
आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं जो पढ़ाई में इतनी होशियार नहीं थी लेकिन फिर भी अनेकों असफलताओं के बाद बड़ी कुर्सी हासिल की।
HR Breaking News (ब्यूरो)। आईएएस रुक्मिणी रियार चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. उनके पिता बलजिंदर सिंह रियार होशियारपुर के रिटायर्ड डिप्टी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी हैं (Retired Deputy District Attorney of Hoshiarpur). उनकी मां तकदीर कौर होममेकर हैं (IAS Rukmani Riar Family). रुक्मिणी रियार बचपन से पढ़ाई में होशियार नहीं थीं. उनके परिजन उनकी पढ़ाई को लेकर काफी चिंतित रहते थे.
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आईएएस रुक्मिणी रियार की शुरुआती पढ़ाई गुरदासपुर से हुई थी. उनका पढ़ाई-लिखाई में मन कम लगता था. उनके परिजनों ने उन्हें चौथी क्लास में डलहौजी के सेक्रेड हार्ट स्कूल (Sacred Heart School) भेज दिया था, जोकि एक बोर्डिंग स्कूल (Boarding School) है. वहां रुक्मिणी 6वीं क्लास में फेल हो गई थीं. इस असफलता से आहत होकर वह काफी परेशान रहने लगी थीं. कई महीनों तक तनाव में रहने के बाद उन्होंने ठान लिया कि वह होनहार बनकर दिखाएंगी.
रुक्मिणी रियार ने कक्षा 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद अमृतसर की गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी से सोशल साइंस में ग्रेजुएशन किया था. फिर उन्होंने टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ मुंबई से सोशल साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की थी. इसमें वह गोल्ड मेडलिस्ट थीं. इसके बाद रुक्मिणी रियार ने योजना आयोग के अलावा मैसूर में अशोदया और मुंबई में अन्नपूर्णा महिला मंडल जैसे एनजीओ के साथ इंटर्नशिप की. इस दौरान वह सिविल सर्विसेज की ओर आकर्षित हुईं और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी.
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यूपीएससी परीक्षा के लिए रुक्मिणी रियार ने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया था. इसके लिए उन्होंने किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया था. उन्होंने छठी से 12वीं कक्षा तक की एनसीईआरटी (NCERT) की किताबों से पढ़ाई शुरू की थी. इंटरव्यू के लिए रोजाना कई अखबार पढ़े. रुक्मिणी कई मॉक टेस्ट में शामिल हुईं और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र भी हल किए. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और यूपीएससी सीएसई 2011 परीक्षा (UPSC Exam) में वह दूसरे स्थान पर रहीं (IAS Rukmani Riar Rank).
आईएएस रुक्मिणी रियार फिलहाल श्रीगंगानगर जिला कलेक्टर के पद पर तैनात हैं. उन्होंने हरियाणा के हिसार जिले के रहने वाले आईएएस सिद्धार्थ सिहाग (IAS Siddharth Sihag) से शादी की है. आईएएस ऑफिसर बनने से पहले सिद्धार्थ सिहाग दिल्ली में मेट्रोपोलिटन जज थे. साल 2010 में यूपीएससी परीक्षा में 148वीं रैंक हासिल कर वह आईपीएस बने थे. फिर 2011 में 42वीं रैंक पाकर आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन गए.