IPS Officer Eligibility : आईपीएस बनने के लिए कितनी होनी चाहिए हाइट, चेस्ट, वजन और आंखों की रोशनी, जानिये पूरी जानकारी

HR Breaking News (ब्यूरो)। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) क्रैक करके आईपीएस बनने का ख्वाब है तो आपको कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं. आईपीएस अधिकारी बनने के लिए कुछ शारीरिक मापदंड हैं. जो कैंडिडेट मापदंड की शर्तें पूरी करते हैं वही आईपीएस अधिकारी बन पाते हैं. आईपीएस का फुल फॉर्म है इंडियन पुलिस सर्विस (Indian Police Service) यानी भारतीय पुलिस अधिकारी. यह देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है.
एक आईपीएस अपने करियर में राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न पदों पर काम करता है. आईपीएस अपने करियर में राज्य पुलिस सेवा के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलों और रॉ व आईबी जैसी सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसियों का चीफ तक बन सकता है.
आईपीएस बनने के लिए शारीरिक मापदंड
आईपीएस अधिकारी बनने के जनरल कैटेगरी के पुरुषों की लंबाई कम से कम 165 सेमी होनी चाहिए. यदि पुरुष कैंडिडेट एससी, एसटी या ओबीसी कैटेगरी का है तो उसकी लंबाई कम से कम 160 सेमी होनी चाहिए. जबकि जनरल कैटेगरी की महिलाओं की लंबाई कम से कम 150 सेमी और एससी, एसटी व ओबीसी वर्ग की महिलाओं की लंबाई 145 सेमी होनी चाहिए. आंखों की रोशनी की बात करें तो सभी वर्ग के उम्मीदवरों के आंखों की रोशनी 6/6 या 6/9 होना जरूरी है. कमजोर आंखों का विजन 6/12 या 6/9 होना चाहिए.
आईपीएस बनने के लिए पुरुष उम्मीदवारों की चेस्ट 84 सेमी की होनी चाहिए. जबकि महिलाओं की चेस्ट 79 सेमी होनी चाहिए. पुरुष और महिलाओं, दोनों की चेस्ट कम से कम 5 सेमी फूलनी चाहिए.
…तो दोबारा कर सकते हैं अपील
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के बाद आईपीएस पद के लिए फिजिकल फिटनेस टेस्ट होता है. जिसमें यदि कोई कैंडिडेट पहली बार में चेस्ट एक्सपेंशन न कर पाने के चलते बाहर हो जाता है तो उसे अपील का मौका मिलता है. अपील के बाद दोबारा फिजिकल फिटनेस टेस्ट होता है.
आईपीएस की ट्रेनिंग
आईपीएस पद पर सेलेक्ट(Selected on IPS post) होने के बाद तीन महीने की ट्रेनिंग लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में होती है. इसे फाउंडेशन कोर्स कहते हैं. यह आईएएस, आईपीएस, और आईएफएस अधिकारियों के लिए एक कॉमन कोर्स है. जिसे सभी को करना होता है. इसके बाद आईपीएस को 11 महीने की ट्रेनिंग के लिए नेशनल पुलिस एकेडमी, हैदराबाद भेज दिया जाता है. यहां ट्रेनी आईपीएस को इंडोर और आउटडोर दोनों तरह की ट्रेनिंग दी जाती है.