Success Story : MP के इस घर से निकले है 3 आईपीएस, अपने आखिरी प्रयास में सफलता हासिल कर प्रियंका बनी IPS

HR Breaking News, New Delhi : जब भी भारत की सबसे कठिन परिक्षा की बात आती है तो टॉप में में सिविल सेवा (UPSC) का नाम सूची का नाम जरूर आता है.अपना तन, मन और धन सब देने के बाद भी कई लोग अंतिम मुकाम तक भी नहीं पहुंच पाते हैं. इसके लिए तैयारी करने के दौरान एक समय ऐसा आता है. जब आपको यह लगने लगता है कि अब आप नहीं कर पाएंगे और आप थक हार कर प्रयास करना छोड़ देते हैं.
लेकिन यही वो समय होता है जब सफलता आपसे बस एक कदम ही दूरी पर होती है. ऐसे में निराशा और असफलताओं के कारण आप आगे नहीं बढ़ पाते है. इसी निराशा को पीछे छोड़ते हुए जो आगे बढ़ जाता है वो इस मुकाम को हासिल कर लेता है. ऐसी ही कुछ कहानी है जबलपुर में ASP के रूप में पदस्य IPS प्रियंका शुक्ला (IPS Priyanka Shukla) की है. जिन्होंने बार-बार टूटने के बाद भी हार नहीं मानी और 2019 में 109वी रैंक प्राप्त कर अपने सपने को पूरा कर लिया और दूसरों के लिए एक प्रेरणा बनी.
प्रियंका शुक्ला (Priyanka Shukla success story) मध्य प्रदेश के भिंड इलाके के एक छोटे से गांव मेहगांव की रहने वाली हैं. इन्होने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव मे ही रहकर की है. उसके बाद आगे की पढ़ाई ग्वालियर से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से अपनी इंजीनियरिंग पूरी हुई. प्रियंका का बचपन से ही आईपीएस बनने का सपना था. अपनी ग्रेजुएशन के बाद प्रियंका यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली चली गई. वहां उन्होंने 8 से 10 महीने कोचिंग क्लासेस ली. उसके बाद यूपीएससी (UPSC Exam) की परीक्षा में अपना पहला प्रयास दिया. जिसमें वे प्रीलिम्स में ही बाहर हो गई थी. उसके बाद दूसरे प्रयास में भी 2 अंको से उनका प्रीलिक्स नही निकल पाया था.
आखिरी प्रयास में किया था UPSC कलीयर
प्रियंका शुक्ला (IPS Priyanka Shukla) ने बताया कि जब उन्होंने तीसरी बार परीक्षा दी. लेकिन, उसमें भी असफल होने के बाद उन्हें भी निराशा का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने हार नही मानी और जिस वक्त अपनी असफलताओं के चलते व्यक्ति हताश हो जाता है. प्रियंका ने अपने आप को संभाला और युवाओं के लिए एक प्रेरणा बनकर सामने आई और अपने चौथे प्रयास में सफल हुई और 109वी रैंक पाईं.
प्रियंका के दादाजी भी थे आईपीएस
बता दें कि अपने परिवार में प्रियंका इकलौती आईपीएस (IPS) नहीं थी. उनके दादाजी एस एस शुक्ला भी आईपीएस अधिकारी (IPS officer SS Shukla) थे और मध्य प्रदेश में ADG के पद पर रिटायर हुए. प्रियंका को तैयारी करते देख प्रियंका शुक्ला की छोटी बहन मिनी शुक्ला में भी आईपीएस बनने की भावना जागी और प्रियंका के बाद मिनी शुक्ला ने भी मेहनत कर 90वी रैंक के साथ सफलता प्राप्त की.