Success Story : पहले डॉक्टर, फिर राजनीति और अब बन गई अफसर, जानिए इनकी सफलता की कहानी
HR Breaking News, Digital Desk - कहते हैं असफलताएं इंसान को सफल बनने के लिए प्रेरित करती हैं और मजबूत बनाती हैं. असफलताओं से इंसान सीखता भी है और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी होता है. यह कहावत सटीक बैठती है हिमाचल प्रशासनिक सेवा (Himachal Administrative Services,HAS) में कार्यरत अधिकारी ओशिन शर्मा (Oshin Sharma)पर.
ओशिन शर्मा वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के नाग्गर कुल्लू में असिस्टेंट कमिश्नर कम बीडीओ के पद पर कार्यरत हैं. ओशिन ने हिमाचल प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में 10वां रैंक हासिल किया था.
कई बार हुईं असफल
ओशिन शर्मा ने सरकारी नौकरी के लिए कई प्रयास किए, कई परीक्षाएं दीं. एक बार तो उनका सेलेक्शन सिविल सर्विसेज के लिए भी होते होते रह गया और वह महज 5 नबंरों से पिछड़ गईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और वर्ष 2019 में उनका सेलेक्शन बीडीओ के लिए हो गया.
बीडीओ बनने के बाद भी ओशिन अपनी तैयारी नहीं छोड़ी और और आखिरकार दूसरे प्रयास में हिमाचल प्रशासनिक सेवा (एचएएस परीक्षा) में उनका चयन हो गया. इस परीक्षा में उनका 10वां रैंक आया.
ओशिन शर्मा जितनी अपनी प्रशासनिक कार्यों को लेकर चर्चा में हैं उतनी ही सोशल मीडिया पर भी छाई हैं. इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब पर भी उनके फॉलोवर्स हैं.
ऐसे बदल गया सपना
ओशिन शर्मा बताती हैं कि परिवार में पढ़ाई- लिखाई का अच्छा माहौल रहा. ओशिन हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की रहने वाली हैं और शिमला में पली-बढ़ी हैं. उनके पिता भुवनेश शर्मा नायब तहसीलदार और मां कांगड़ा के सेटेलमेंट ऑफिसर के पीए के पद पर कार्यरत हैं.
ओशिन बताती हैं कि पहले उनका ख्वाब डॉक्टर बनने का था, फिर कॉलेज के दिनों में वह छात्र राजनीति में भी सक्रिय हुईं लेकिन बाद में पढ़ाई लिखाई के प्रति उनका रूझान देखकर घरवालों ने सिविल सर्विसेज की तैयारी करने की सलाह दी, जिसके बाद उनका सपना सिविल सर्विसेज में जाने का हो गया. बस उसके बाद वह इसकी तैयारी में जुट गईं. ओशीन ने पंजाब यूनिवर्सिटी से केमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है.
युवाओं को करती हैं मोटिवेट
ओशिन शर्मा समाजसेवा व युवाओं को जागरूक करने का भी कार्य कर रही हैं. अभी हाल ही में लाडली फाउंडेशन ने उन्हें ब्रांड अम्बेसडर भी बनाया है. वह एचएएस परीक्षा क्रैक करने के टिप्स और ट्रिक्स भी बताती हैं. ओशिन शर्मा कहती हैं कि युवाओं को असफलताओं से निराश नहीं होना चाहिए और उससे सीखना चाहिए.
फिल्मों में जाने के मिले थे ऑफर
ओशिन शर्मा बताती हैं कि उन्हें फिल्मों में भी जाने के ऑफर मिले थे, लेकिन परिवार वालों को यह पसंद नहीं था. जिसकी वजह से वह फिल्मों में नहीं गईं.
ओशिन बताती हैं कि सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें और उनकी सक्रियता देख कई प्रशंसक भी उनसे फिल्मों में जाने का सवाल करते हैं, लेकिन फ़िलहाल अभी तक तो फिल्मों में जाने का कोई इरादा नहीं है. उनको समाजसेवा करनी है और वह उस दिशा में आगे बढ़ रही हैं.