Success Story: छोटी सी उम्र में पेन बेचकर सीखा मुनाफा कमाना, आज खड़ी कर दी 300 करोड़ की कंपनी
HR Breaking News (नई दिल्ली)। Success Story: अगर जिंदगी में कुछ पाने के लिए कड़ी मेहनत की जाए तो किस्मत बदलते देर नहीं लगती है। ऐसा कोई काम नहीं है जो नामुमकिन हो। मेहनत और संघर्ष से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बिग बॉय टॉयज (Big boy Toyz) कंपनी के फाउंडर जतिन आहूजा (Jatin Ahuja) ने। एक समय ऐसा भी था जब जतिन तीन रुपये का पेन बेचा करते थे। लेकिन आज वह करोड़ों की कंपनी के मालिक हैं। जतिन के पास बीएमडब्लू (BMW), रेंज रोवर, लैंबोर्गिनी जैसी कई लग्जरी गाड़ियों की लाइनें लगी हुई है।
छोटी उम्र से सीखा मुनाफा कमाना -
जतिन ने छोटी उम्र से ही मुनाफा कमाना सीख लिया था। जतिन के पिता चार्टर्ड अकाउंटेंट थे। जतिन बचपन से ही दूसरे बच्चों से अलग थे। जतिन को बचपन से ही कार का बहुत अधिक शौक था। जतिन की आयु जब 10 वर्ष की थी। उस समय उन्होनें अपने दोस्तों के साथ पेन बेचकर मुनाफा कमाया था। जतिन गुरुग्राम में रहने वाले हैं। जतिन आहूजा ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की जिसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए किया।
जतिन 23 साल की उम्र में ही बिग बॉय टॉयज के मालिक बन गये थे। बिग बॉय टॉयज के कई सारी जगह शोरूम है जैसे मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, गुरुग्राम हैं। जो बिग बॉयज टॉयज ब्रांड है यह यूज्ड कार होती है उसको लक्जरी कार में बदलती हैं।
ऐसे हुई बिजनेस की शुरुआत -
जतिन जब छठी क्लास में थे तभी उनके दिमाग में खुद की कार कंपनी खोलने का आइडिया आया था। इसके बाद जतिन ने अपने सपनों का पीछा करते हुए सचिन ने 17 साल की उम्र में ही बिज़नेस वेंचर खड़ा कर दिया। जतिन की जिंदगी में बड़ा मोड़ 17 साल की उम्र में आया उन्होंने मर्सिडीज एस क्लास को खरीदा। उन्होंने उस कार को रिफर्बिश्ड किया और एक अच्छे प्रोफिट पर उसे बेच दिया।
उधार लेकर शुरू की कंपनी -
जतिन ने बिग बॉय टॉयज़ की शुरुआत अपने पिता से 70,000 रुपये उधार लेकर की थी। उस पैसों से जतिन ने साल 2009 में दिल्ली में एक छोटा-सा स्टूडियो खोला था। आज उस स्टूडियों में 150 से ज्यादा लोग काम करते हैं। जतिन ने अपनी पहली डील 2005 में की थी। यह डील काफी दिलचस्प थी, जिसमें मुंबई बाढ़ में खराब हुई मर्सिडीज को उन्होंने सही किया।
कार की रिपेयरेंग कर उन्होंने उसे 25 लाख की कीमत में बेच दिया था। जतिन ने कार के साथ-साथ नए मोबाइल नंबर पर भी ध्यान दिया था। उन्होंने 2006 में फैन्सी मोबाइल नंबर की डिमांड को देखते हुये 1200 सिम कार्ड 99999 की सीरीज वाले खरीदे, जिनसे 24 लाख का बिजनेस किया और 2007 में उनकी कमाई का आंकड़ा 2 करोड़ तक पहुंच गया था।
करोड़ों का कारोबार -
रिपोर्ट के मुताबिक, 70 हजार रुपये से शुरुआत करने वाली जतिन की कंपनी आज 300 करोड़ रुपये की हो चुकी है। गुरुग्राम के रहने वाले जतिन की कंपनी बिग बॉय टॉयज यूज्ड कार्स को लग्जरी कार्स में बदलने में माहिर है। इसके जरिये वह अपने कस्टमर्स के दिल जीत लेती है।