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Success Story: चाय बेचने वाले की बेटी ने ऐसे हासिल की DSP अफसर की कुर्सी , आंखें नम कर देगी निशा डेहरिया के संघर्ष की कहानी

Nisha Dehriya Success Story: हौसले बुलंद हो और मेहनत में दम हो तो जीत हासिल करने से कोई भी नहीं रोक सकता। ऐसी ही कहानी है मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में चाय बेचने (motivational story) वाले की बेटी निशा डेहरिया जो अपनी अह्नत के बल पर डीएसपी के लिए चयनित हुई है। आपको बता दें, निशा के पिताजी संदीप डेहरिया चांदामेटा में बाजार रोड पर एक छोटी सी चाय की दुकान चलाते हैं। और मां मीना डेहरिया गृहिणी हैं।
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HR BREAKING NEWS (ब्यूरो)। भंडारिया गांव निवासी निशा डेहरिया महज 26 वर्ष की उम्र में एमपीपीएससी की परीक्षा (MPPSC Exam) पास कर डीएसपी के पद पर चयनित हुई हैं। तीन भाई बहन में सबसे बड़ी निशा वर्तमान में छिंदवाड़ा में ही सांख्यिकी विभाग में अन्वेषक (DSP) के पद पर पदस्थ हैं।

 

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 10 शासकीय नौकरी में भी चयनित

वह वर्ष 2017 में पटवारी के पद पर भी चयनित हो गई थीं। उनका चयन व्यापम के माध्यम से 10 शासकीय नौकरी के (UPSC Exam strategy) लिए भी हुआ। इसमें एसआई, एएसआई, पटवारी, वन विभाग, पोस्ट ऑफिस सहित अन्य पद शामिल था। हालांकि उन्होंने अन्वेषक की नौकरी ज्वाइन कर ली थी।इसलिए उन्होंने इसी में ही रहकर एमपीपीएससी की तैयारी जारी रखी।

 

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 निशा UPSC की तैयारी करने का मन

जिले की रहने वाली निशा का सपना तो कलेक्टर बनना है, लेकिन पारिवारिक स्थिति ठीक न होने की वजह से उन्होंने पहले एमपीपीएससी की (how to become IAS) तैयारी करने के बारे में ही सोचा। इसमें सफल होने के बाद निशा UPSC की तैयारी करने का मन बनाया था। निशा मैं जानकारी देते हुए बताया कि वह शुरू से ही मेधावी छात्रा थी। 10वीं एवं 12वीं तक की पढ़ाई परासिया में ही शासकीय स्कूल में पूरी की। एमपी बोर्ड से 10वीं में ब्लॉक (DSP Nisha) टॉपर एवं 12वीं गणित संकाय में जिले में दूसरे स्थान पर रही।

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गुरुवार 6 जून को बिटिया को परिणाम घोषित के बाद पिता संदीप पहले कुछ समझ नहीं पाए, लेकिन जब लोगों ने उन्हें समझाया कि तुम्हारी बिटिया अफसर (Success story) बन गई है तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। निशा कहती हैं पिता कहते हैं कि जिस चाय की दुकान ने तुम्हे इतना बड़ा बनाया, उसे मैं कैसे छोड़ सकता हूं।