Success Story : 700 करोड़ से भी ज्यादा की मालकीन है ये महिला, लेकिन 24 साल में एक नई साड़ी तक नहीं खरीदी, पढिये ये सफलता की कहानी
सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) को पद्म श्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है. पद्म भूषण देश का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) की सालाना आय 300 करोड़ रुपये बताई जाती है. आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

HR Breaking News (नई दिल्ली)। आज जहां दुनिया दिखावे की ओर बढ़ रही है, ऐसे समय में एक भारतीय महिला ऐसी भी हैं जिन्होंने 30 साल के एक भी नई साड़ी नहीं खरीदी है. 300 करोड़ रुपये की मालकिन इस महिला द्वारा साड़ी ना खरीदने का भी एक बेहद दिलचस्प कारण हैं. क्या आप बता सकते हैं कि हम किनकी बात कर रहे हैं? हम बात कर रहे हैं इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति की. सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) पिछले कुछ समय से अपनी सादगी को लेकर काफी चर्चा में है.
अब उनकी एक और बात सामने आई है जिसके पीछे की वजह जानकर लोग उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं. दरअसल, सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) ने पिछले 30 साल से कोई नहीं साड़ी नहीं खरीदी है. सुधा मूर्ति एक शिक्षाविद्, लेखक और परोपकारी शख्सियत हैं. उन्हें 2006 में पद्म श्री सम्मानित किया जा चुका है. 2023 में उन्हें भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
300 करोड़ की आय
सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) की सालाना आय करीब 300 करोड़ रुपये है और उनकी नेटवर्थ 700 करोड़ रुपये आंकी गई है. हालांकि, वह बाकी रईसों की तरह अपनी ऐशो-आराम वाली जिंदगी नहीं, बल्कि सादगी के लिए जानी जाती हैं. इसी सादगी का एक उदाहरण है कि उन्होंने 30 साल से कोई नई साड़ी नहीं खरीदी है. इसके पीछे का कारण उनके द्वारा माना जाने वाला सनातम धर्म है. उन्होंने अपने धर्म की एक मान्यता के लिए ऐसा किया है.
क्या है वजह
सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा, “मैं काशी में पवित्र डुबकी के लिए गई थी, जब आप वहां जाते हैं तो आपको कोई एक ऐसी चीज त्यागनी होती है जो आपको पसंद हो. मैंने वहां खरीदारी विशेषकर साड़ी खरीदना त्याग दिया. अब मैं केवल जरूरी सामान खरीदती हूं.” वह बताती हैं कि उनके पति नारायण मूर्ति भी इतने ही सादे व्यवहार के हैं. हालांकि, मूर्ति दंपति किताबों पर अच्छा-खासा पैसा खर्च करते हैं. दोनों के पास करीब 20,000 किताबों का संग्रह है.