UP Richest Person : ये है यूपी का सबसे अमरी व्यक्ति, कपड़े धोकर बनाई 12000 करोड़ की संपत्ति

HR Breaking News, Digital Desk - दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्क हैं, ये बात तो सभी जानते हैं. लेकिन, अगर आपसे पूछा जाए यूपी यानी उत्तर प्रदेश का सबसे अमीर व्यक्ति (Richest person of Uttar Pradesh) कौन है तो शायद ही किसी को जवाब पता हो. हम जिस आदमी की बात कर रहे हैं, उसके प्रोडक्ट आज घर-घर में इस्तेमाल किए जाते हैं. इतना ही नहीं यह प्रोडक्ट अपने सेग्मेंट में देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रांड भी बन चुका है.
हम बात कर रहे हैं मुरली धर ज्ञानचंदानी(Murli Dhar Gyanchandani) की, जो यूपी के औद्योगिक शहर (industrial cities of up) कानपुर के रहने वाले हैं. रिच लिस्ट के अनुसार, उनकी गिनती यूपी के सबसे अमीर व्यक्ति के तौर पर की जाती है. मुरली धर रोहित सरफैक्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड (RSPL) समूह के मालिक हैं. इस कंपनी की स्थापना 22 जून, 1988 को हुई थी. तब इसका नाम श्री महादेव सोप इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड था. यह कंपनी कपड़े धोने का साबुन(Washing Soap) और डिटर्जेंट बनाती है.
छोटे से बिजनेस को बड़ा करोबार बनाया
मुरली धर के पिता दयालदास ज्ञानचंदानी ने इस बिजनेस की शुरुआत की थी और उन्होंने ग्लिसरीन का इस्तेमाल कर साबुन बनाना शुरू किया था. मुरली धर ने इस बिजनेस को आगे बढ़ाया और आज वह यूपी के सबसे अमीर व्यक्तियों में गिने जाते हैं. हुरून की ओर से साल 2022 में जारी रिच लिस्ट के अनुसार, मुरली धर के पास करीब 12 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति है और वे देश के 149वें सबसे अमीर आदमी हैं.
एक प्रोडक्ट ने बना दिया बादशाह
मुरली धर की कंपनी ने वैसे तो तमाम प्रोडक्ट बनाए, लेकिन एक प्रोडक्ट ने उनका नाम घर-घर पहुंचा दिया. यह प्रोडक्ट है घड़ी डिटर्जेंट पाउडर. उनके भाई के पास भी बड़ा नेटवर्थ है. हुरून के मुताबिक, मुरली धर के भाई यूपी के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं और उनकी नेटवर्थ भी करीब 8,000 करोड़ रुपये थी, जो 2022 में गिरकर 6,600 करोड़ रुपये रह गई है. घड़ी डिटर्जेंट देश का दूसरा सबसे बड़ा डिटर्जेंट ब्रांड है.
एक और बड़े ब्रांड के मालिक
मुरली धर के पास घड़ी के अलावा एक और बड़ा ब्रांड है, जिसे पूरे देश में पसंद किया जाता है. उनके पास जूते बनाने वाली कंपनी रेड चीफ की भी जिम्मेदारी है, जिसके प्रोडक्ट भारत ही नहीं, विदेशों में भी पसंद किए जाते हैं. मुरली धर ने अपने पिता के नाम से कानपुर में एक चैरिटेबल अस्पताल भी बनवाया है, जो शहर में काफी सस्ते में इलाज की सुविधा मुहैया कराता है.