Liquor : हर दिन (60 mL) शराब पीने से क्या होता है, पीने वालों को जरूर पता होनी चाहिए ये बात

HR Breaking News : (alcohol effect on health) शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है लेकिन फिर भी लोग इसका सेवन करने के बहाने ढुंढते रहते है। आज दुनिया में शराब का क्रेज काफी तेजी से बढ़ रहा है। यह लोगो की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुकी है। वैसे तो शराब पीना ही ठीक नहीं लेकिन अगर आप पी रहे हैं तो कोशिश करें कि आपकी सेहत को इससे कम से कम नुकसान हों। आइए खबर में आपको बताते है कि 60 mL शराब का अगर रोजाना सेवन किया जाएं तो इसका हमारें शरीर पर क्या असर होगा।
आज दुनिया में पीने वालों की संख्या करोड़ों-अरबों में है। युवाओं में शराब, बीयर या अन्य एल्कोहल वाली ड्रिंक्स पीने का शौक (consume alcohol) तेजी से बढ़ रहा है। इस मामले में महिलाएं भी पीछे नहीं है। कुछ लोग 1-2 पेग से शुरूआत करते हैं और कब ये पेग दो पेग की आदत (peg habit) लत में बदल जाती है पता हीं नहीं चलता। और ऐसे में वे रोज पीना शुरू कर देते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि रोज कितनी शराब पीना सुरक्षित है?
कितनी मात्रा में पीनी चाहिए शराब ? (drinking advice)
यहां हम शराब पीने की सलाह बिल्कुल नहीं दे रहे है, लेकिन अगर आपसे शराब छूट नहीं रही है तो कुछ बातों को ध्यान में रखकर पीने से शराब के शरीर पर होने वाले दुष्प्रभाव (Side effects of alcohol on the body) को कम किया जा सकता है। अक्सर दोस्तों के साथ एंजॉयमेंट या पार्टी में कई लोग हद से ज्यादा शराब पी लेते हैं, जिससे बाद में उन्हें दिक्कत होने लगती है।
मिली रिपोर्ट के अनुसार, वयस्कों को शराब के जोखिम (risks of alcohol) से बचे रहने के लिए एक हफ्ते में 10 और एक दिन में 4 पेग (ड्रिंक) से ज्यादा शराब नहीं पीनी चाहिए। एक स्टैन्डर्ड ड्रिंक का साइज (standard drink size) 30 ml हार्ड अल्कोहल जैसे व्हिस्की, जिन आदि और 150 ml वाइन (रेड और व्हाइट) और 330 ml बीयर होता है।
एक पेग शराब में कितनी अल्कोहल होती है-
जहां तक एक पेग में शराब की मात्रा (amount of alcohol in a peg) का सवाल है तो लगभग 14 ग्राम शराब की मात्रा होती है। हालांकि अलग-अलग अल्कोहल की मात्रा वाली शराब के पेग में अंतर होता है। कोई शराब ऐसी होती है जिसमें 50 प्रतिशत तक अल्कोहल है तो किसी में 35 प्रतिशत होता है। ऐसे में पेग बनाते समय शराब की मात्रा का ध्यान रखें और लिमिट में पिएं।
शराब का लिवर पर होता है ये प्रभाव- (liquor effect on liver)
हमारे शरीर के अंदर जाने वाले हर लिक्विड (तरल पदार्थों) की प्रॉसेसिंग लिवर करता है। शराब जब आपके शरीर में पहुंचती है तो लिवर इसकी प्रॉसेसिंग शुरू करता है। मगर लिवर एक बार में बहुत ज्यादा शराब की प्रॉसेसिंग नहीं कर सकता है क्योंकि इसका आकार छोटा होता है। अब जब आप ज्यादा शराब पीते हैं, तो लिवर इसे प्रॉसेसिंग करने के लिए स्टोर नहीं कर पाता है और शराब आपके पेट और छोटी आंत से होते हुए आपके खून में घुलने लगती है।
ये खून शरीर के अन्य अंगों तक पहुंचने से पहले लिवर के पास फिल्टर होने के लिए पहुंचता है। खून में घुले ये शराब एक खास तरह का एंजाइम बनाने लगते हैं, जिसे एसिडएल्डिहाइड (Acidaldehyde) कहते हैं। ये एंजाइम आपके लिवर को नुकसान पहुंचाते हैं। लंबे समय तक ज्यादा मात्रा में शराब (excessive alcohol consumption) पीने वाले लोगों का लिवर धीरे-धीरे खराब होता जाता है। लिवर अगर 60-70% तक काम करना बंद कर दे, तो व्यक्ति का जीवन मुश्किल हो जाता है और उसे कई तरह की गंभीर बीमारियां हो जाती हैं।