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फसलों के लिए आफत बनी बरसात, 23 हजार किसानों ने मुआवजे का किया दावा

Haryana. पिछले साल धान और कपास के सीजन में भी किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ी थी। धान और कपास की पकाई के समय ओलावृष्टि और बारिश के चलते 3.50 लाख एकड़ में फसलें खराब हो गई थीं।

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फसलों के लिए आफत बनी बरसात, 23 हजार किसानों ने मुआवजे का किया दावा

सरकार ने इसके लिए विशेष गिरदावरी कराई थी। इसके बदले सरकार ने किसानों को खराबे के अनुसार 561 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है। हाल ही में यह राशि वितरण शुरू किया गया है। 

हरियाणा में बेमौसम बारिश फसलों पर भारी पड़ रही है। पिछले खरीफ के सीजन के बाद अब रबी के सीजन में भी बारिश किसानों के लिए आफत बन रही है। मात्र दो माह में अब तक 39 हजार हेक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई हैं।

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23 हजार किसानों ने अपनी फसल खराब बताते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजे का दावा किया है। ये केवल उन किसानों का आंकड़ा है, जिन्होंने फसल बीमा करा रखा है, वे किसान अलग हैं, जिनकी फसलें खराब हुई हैं लेकिन वे दावा नहीं कर पाए।

प्रदेश में इस बार 22.9 लाख हेक्टेयर में गेहूं और 19 लाख एकड़ में सरसों की बिजाई की गई है। जनवरी माह में तीन से चार बार आई बारिश से फसलों में पानी जमा हो गया था। 30 जनवरी तक बेमौसमी बारिश से प्रभावित किसानों की संख्या 16 हजार थी। फरवरी माह में फिर आई बारिश के कारण सरसों, गेहूं, आलू समेत सब्जी वाली फसलों के लिए नुकसानदायक रही।
 

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सोनीपत, रोहतक समेत सेम के इलाकों में आज तक भी फसलों में पानी जमा है, जिससे फसलों को अधिक नुकसान हुआ है। इसी प्रकार, महेंद्रगढ़, भिवानी और हिसार में सरसों की फसल प्रभावित हुई है।

जीटी रोड के जिलों में सब्जी वाली फसलें काफी हद तक प्रभावित हुई हैं। किसान लगातार मुआवाजे के लिए दावे कर रहे हैं। हालांकि, भारतीय किसान यूनियन और विपक्षी दल विशेष गिरदावरी की मांग भी कर रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

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कहां कितनी फसलें हुई प्रभावित

  • जिला     किसान       भूमि (हेक्टेयर)
  • कुरुक्षेत्र     3243        6525 
  • सोनीपत   3129        5452
  • अंबाला      2777        6169
  • रेवाड़ी       2638        2890
  • चरखी दादरी 1567     2128
  • झज्जर    1587          2218
  • जींद        1109          2227
  • हिसार     708           1614
  • गुरुग्राम   600           857
  • कैथल     613           1390
  • मेवात    573           1116
  • यमुनानगर 571       583
  • करनाल   471        904
  • पलवल  411          720
  • भिवानी  376         745
  • महेंद्रगढ़  167       227
  • पंचकूला   35         41
  • पानीपत  23          44
  • सिरसा   21          50
  • फरीदाबाद 16        22
  • फतेहाबाद  12       23

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कुल    23069     39813 हेक्येटर

इस बार बारिश से फसलों पर असर पड़ा है। प्रभावित किसान मुआवजे के लिए आवेदन कर रहे हैं। इनकी जांच के बाद ही पूरी स्थिति का पता चल पाएगा कि असल में कितनी फसलें खराब हुई हैं। फिलहाल मौसम ठीक है और गेहूं में कोई अधिक नुकसान नहीं है।  - डॉ. जगराज ढांडी, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग।

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