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House Construction Cost: जल्द घर बनाना कर दें शुरू, औंधे मुंह गिरे सरिया-सीमेंट के दाम, जानें लेटेस्ट रेट

घर बनवाना हर किसी का सपना होता है और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए लोग जी-तोड़ मेहनत करते हैं. लोग छोटी-छोटी सेविंगस को जोड़कर घर बनाने के लिए पैसे जमा करते हैं,  ताकि अपने ड्रीम होम के सपने को पूरा कर सकें. ऐसे लोगों के लिए यह खबर फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि कई फैक्टर्स के चलते भवन निर्माण सामग्रियों की कीमतों में नरीमी आई है।
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HR Breaking News, Digital Desk-
अपना घर बनवाने का सपना देख रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है. कम डिमांड (Low Demand), सुस्त रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) और सरकारी दखल से बीते कुछ दिनों में घर बनाने के सामानों (Construction Building Materials) के दाम तेजी से कम हुए हैं. कुछ महीने पहले तक आसमान छू रहे सरिया के दाम कम तेजी से कम हुए हैं.

 

 

कुछ महीने पहले तक आसमान छू रहे सरिया के दाम कम हुए हैं. इनके साथ ही सीमेंट (Cement) और ईंट (Bricks) जैसी भवन निर्माण सामग्रियों के दाम में भी गिरावट आई है. इन कारणों से यह ड्रीम होम के सपने को पूरा करने (Dream Home Construction) का सबसे अच्छा समय बन गया है. ये सारे फैक्टर मिलकर मकान के कंस्ट्रक्शन के लिए शानदार शुभ मुहूर्त बना रहे हैं. 


सरकार के इस फैसले ने की मदद-

आपको बता दें कि सरकार ने स्टील पर एक्सपोर्ट ड्यूटी हाल ही में बढ़ा दी थी. इसकी वजह से घरेलू बाजार में स्टील के दाम तेजी से गिरे हैं. सरिये के दाम में आई कमी की मुख्य वजह भी यही है. इसके अलावा देश के कई हिस्सों में हो रही भारी बारिश के चलते निर्माण गतिविधियों में कमी आई  आई है, जिसका असर डिमांड पर हुआ है. मार्च-अप्रैल के दौरान सरिये का भाव रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया था. पिछले कुछ दिनों में इसमें फिर से तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन यह अब भी मार्च-अप्रैल के मुकाबले ठीक-ठाक सस्ता मिल रहा है.


इतना कम हुआ सरिये का भाव-

इस्पात मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, TMT सरिया का खुदरा भाव अप्रैल की शुरुआत में 75,000 रुपये प्रति टन के आसपास था, जो 15 जून को गिरकर करीब 65 हजार प्रति टन पर आ गया. खुदरा बाजार के हिसाब से देखें तो अप्रैल में एक समय सरिये का भाव 82,000 रुपये प्रति टन पहुंच गया था,  जो अभी कम होकर 50 से 55 हजार रुपये प्रति टन रह गया है.

इसका मतलब हुआ कि अप्रैल के रिकॉर्ड हाई की तुलना में सरिये का भाव अब भी करीब 30 हजार रुपये प्रति टन पहुंच गया था, जो अभी कम होकर 50 से 55 हजार रुपये प्रति टन रह गया है. इसका मतलब हुआ कि अप्रैल के रिकॉर्ड हाई की तुलना में सरिये का भाव अब भी करीब 30 हजार रुपये प्रति टन कम है. सिर्फ लोकल ही नहीं बल्कि ब्रांडेड सरिये का भाव भी पिछले कुछ महीनों में काफी कम हुआ है. मार्च 2022 में ब्रांडेड  का रेट 01 लाख रुपये प्रति टन के पास पहुंच गया था, जो अभी 80-85 हजार रुपये प्रति टन पर आ गया है.

सीमेंट के भाव में भी गिरावट-

भू-राजनैतिक तनाव समेत अन्य कारणों की वजह कच्चे माल की कीमतों में काफी तेजी देखी गई थी, जिसका सीधा असर घरेलू स्तर पर सीमेंट की कीमतों पर दिखा. अप्रैल में एक समय सीमेंट की 50 किलो की बोरी 450 रुपये तक पहुंच गई थी. अभी इसकी कीमत 400 रुपये प्रति बोरी के आसपास है. अंबुजा सीमेंट (Ambuja Cement) और अल्ट्राटेक सीमेंट (Ultratech Cement) की कीमत 385 रुपये जबकि एसीसी सीमेंट (ACC Cement) 370 रुपये बोरी है. बिड़ला उत्तम (Birla Uttam) सीमेंट की एक बोरी पहले 400 रुपये में मिल रही थी, अब इसका भाव कम होकर 380 रुपये हो गया है. इसी तरह बिड़ला सम्राट (Birla Samrat) का भाव 440 रुपये से कम होकर 420 रुपये बोरी और एसीसी का भाव 450 रुपये से घटकर 440 रुपये बोरी हो गया है. नॉर्मल सीमेंट अभी 315 रुपये बोरी मिल रहा है. डीजल-पेट्रोल के दाम स्थिर होने से सीमेंट के भाव नरम हुए हैं. 


ईंट, रेत का ये है ताजा भाव-

ईंट की कीमतों की बात करें तो अभी दिल्ली में इसके भाव में 1-2 हजार रुपये प्रति हजार यूनिट की गिरावट आई हुई है. दिल्ली-एनसीआर में ईंटों का कारोबार करने वाली कंपनी DBF Bricks के अनुसार, दिल्ली में अभी एक नंबर की 1000 ईंटें 5500 रुपये में मिल रहे हैं. इसी तरह दो नंबर की हजार ईंटों का भाव 4500 रुपये और तीन नंबर की हजार ईंटों का भाव 3500 रुपये है. नरम अब्बल किस्म की हजार ईटों का भाव 5,200 रुपये हो गया  गया है.

वहीं यूपी ब्रिक्स 5,300 रुपये प्रति हजार यूनिट में और हरियाणा ब्रिक्स 5,500 रुपये प्रति हजार यूनिट की दर से उपलब्ध है. महीने भर पहले इनके भाव कम से कम 6000 रुपये के पार थे. भवन निर्माण सामग्रियां बेचने वाली कंपनी यूपीब्रिक्स के अनुसार, अभी टाइल्स के भाव कम होकर 5,200 प्रति हजार यूनिट हो गए हैं. इसी तरह यमुना रेत 30 रुपये स्क्वेयर फीट और व्हाइट डस्ट एक नंबर 42 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट में मिल रहा है. 


जानें अपने शहर में सरिये का रेट-

भारत के प्रमुख शहरों में सरिया के रेट अलग-अलग मात्रा में कम हुए हैं.  आयरनमार्ट (ayronmart) वेबसाइट सरिये की कीमतों की घट-बढ़ पर नजर रखती है और उसी आधार पर कीमतों को अपडेट करती है. देश के प्रमुख शहरों की बात करें तो डेढ़ महीने के दौरान कानपुर और मुजफ्फरनगर में सरिये का रेट सबसे तेजी से कम हुआ है. इन दोनों शहरों में बीते दो सप्ताह में सरिया के भाव में क्रमश: 3,800 रुपये और 3,600 रुपये प्रति टन की गिरावट आई है.

अभी देश में सबसे सस्ता सरिया पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर और कोलकाता में मिल रहा है, जहां इसका ताजा रेट 51,200 रुपये प्रति टन है. वहीं उत्तर प्रदेश के कानपुर में इसका रेट सबसे ज्यादा है. कानपुर में सरिया अभी 58,000 रुपये प्रति टन के भाव में मिल रहा है. देखें प्रमुख शहरों में क्या है सरिये का भाव... सभी कीमतें रुपये प्रति टन में हैं. इन कीमतों पर अलग से 18 फीसदी की दर से जीएसटी (GST) भी लगेगा. 

शहर (राज्य)                  12 जुलाई            23 अगस्त

दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल):       51,500        51,200 (-300) 
कोलकाता (पश्चिम बंगाल):   52,000        51,200 (-800)
रायगढ़ (छत्तीसगढ़):           55,200        51,300 (-2900)
राउरकेला (ओडिशा):            56,200        52,300 (-3200)


नागपुर (महाराष्ट्र):              56,000        53,300 (-2700) 
हैदराबाद (तेलंगाना):          58,000        54,500 (-3500)
जयपुर (राजस्थान):            58,000        55,100 (-2900)
भावनगर (गुजरात):            58,000        56,400 (-1600)
मुजफ्फरनगर (UP):          57,800        54,200 (-3600)


गाजियाबाद (UP):             58,200        54,800 (-3400)
इंदौर (मध्य प्रदेश):            56,500        55,200 (-1300) 
गोवा:                               57,600        56,100 (-1500)
जालना (महाराष्ट्र):             56,500        55,000 (-1500) 
मंडी गोविंदगढ़ (पंजाब):     59,700        57,000 (-2700)


चेन्नई (तमिलनाडु):            59,700        56,500 (-3200) 
दिल्ली:                            58,800        56,900 (-1900)
मुंबई (महाराष्ट्र):                55,700        55,500 (-200)
कानपुर (उत्तर प्रदेश):        61,800        58,000 (-3800)