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luxuary Train: इन ट्रेनों में यात्रियों को मिलेगी LED टीवी की सौगात, बड़ी स्क्रीन पर देख सकेंगे मैच और फिल्म

LED TV in Train:  इंडियन रेलवे समय समय पर यात्रियों की सुविधाओं के लिए कुछ बदलाव करता रहता है। ऐसे में अब रेलवे की ओर से यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों में LED टीवी की सुविधा शुरू कर दी है। जिसके चलते अब यात्री चलती ट्रेन में मैच और फील्म देखने का आनंद ले सकते है।
 
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HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली,Indian Railway News: भारतीय रेलवे का सफर अब आरामदायक होने के साथ-साथ मनोरंजक भी होगा. क्योंकि यात्रियों के मनोरंजन के लिए रेलवे ने प्रमुख फैसला ले लिया है. जिसके तहत अभी फिलहाल एसी कोच में एलईडी टीवी लगाई जाएंगी. एक-एक करके ट्रेनों में टीवी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

जिसमें यात्री समाचार, खेल और मनोरंजन से जुड़े कार्यक्रमों का प्रसारण देख पाएंगे. इसके लिए बाकायदा रेलवे ने एक एजेंसी हायर भी कर ली है. जो ट्रेनों के अंदर टीवी और प्रसारित कनेक्टिविटी की व्यवस्था करेंगे. कुछ ट्रेनों में तो यात्री इस टीवी का लाभ भी लेने लगे हैं.

भारतीय रेलवे ने इस मनोरंजन प्रोजेक्ट की शुरुआत पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में की है. पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल में एक-दो ट्रेनों में अभी यह सिवधा शुरू भी कर दी गई है. 12532 लखनऊ-गोरखपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में टीवी इंस्टॉल कर दी गई है. जिसके जरिए यात्री टीवी से मनोरंजन कर पा रहे हैं. रेलवे के बयान के अनुसार इस मंडल में गोरखपुर-ऐशबाग इंटरसिटी ट्रेन, पाटलीपुत्र एक्सप्रेस, लखनऊ जंक्शन-आनंद बिहार टर्मिनल डबल डेकर ट्रेन में जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी. इस टीवी के माध्यम से यात्री समाचार देख सकते हैं. खेल से जुड़े कार्यक्रमों के साथ अपने मनोरंजन के लिए कार्यक्रम चलवा सकते हैं. सबसे पहले वातानुकूलित (एसी) चेयरकार कोच में टीवी लगाई जा रही हैं. इसके बाद यह सुविधा पॉयलेट प्रोजेक्ट के नतीजे सामने आने के बाद फिर से नई योजना बनाई जाएगी.

एजेंसी कर रही है काम

रेलवे ने टीवी और क्लाउड तंत्र इंस्टॉल करने के लिए एजेंसी को हायर किया है. जो डिजिटल कार्यक्रम और आउट ऑफ होम मीडिया के तहत समाचार, सूचना, खेल के कार्यक्रम, मनोरंजक कार्यक्रमों को टीवी पर चलाने की व्यवस्था करेगी.


अन्य ट्रेनों में एलसीडी या एलईडी लगाने की चल रही है प्लानिंग

इस पायलेट प्रोजेक्ट के साथ रेलवे के विभिन्न मंडलों में समीक्षा की जा रही है कि क्या मनोरंजन के साधन से सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं या नहीं. अगर परिणाम सकारात्मक रहते हैं तो यह सुविधा अन्य ट्रेनों में भी शुरू की जा सकती है. कुछ रेलवे मंडलों में इसको लेकर तैयारियां भी शुरू हो गई हैं.