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Parenting Tips - जीवन में सफल हुए बच्चों के मां-बाप कभी नहीं बोलते ये बातें, आप भी करें गौर

जिंदगी में बच्चों को सफल बनाने में माता-पिता की अहम  भूमिका होती है। मां-बाप की परवरिश से बच्‍चे की सफलता और असफलता काफी हद तक प्रभावित होती है। आज हम आपको बताते है कि वे कौन सी बातें है जो आपको अपने बच्चों को कभी नहीं बोलनी चाहिए। 
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जीवन में सफल हुए बच्चों के मां-बाप कभी नहीं बोलते ये बातें, आप भी करें गौर 

HR Breaking News, Digital Desk- अगर आपको लगता है कि किसी की सफलता के पीछे उसकी मेहनत और टैलेंट है, तो आप सिर्फ आधे सही हैं। जी हां, हमें जिंदगी में सफल बनाने में हमारे पैरेंट्स की भी अहम भूमिका होती है। मां-बाप की परवरिश से बच्‍चे की सफलता और असफलता काफी हद तक प्रभावित होती है।

भरोसा नहीं है-


“मुझे आप पर भरोसा नहीं है, इसलिए मैं आपका होमवर्क चेक कर गलतियां ठीक करना चाहता हूं।” पैरेंट्स होने के नाते सबसे बड़ा पाठ आपको यह सीखना होगा कि अपने बच्‍चे को गलती करने दें और उसे अपनी गलतियों से ही सीखने का मौका दें ताकि वो एक जिम्‍मेदार इंसान बने।


क्‍या करें-


अगर आप अपने बच्‍चे को बिजनेसमैन बनाना चाहते हें जो मुश्किल से मुश्किल प्रॉब्‍लम को भी हल कर सके तो आपको उसे इस काबिल बनाना होगा कि वो अपने रास्‍ते में आ रही मुश्किलों का हल ढूंढ सके।


पॉकेट मनी-


'हम आपकी पॉकेट मनी बढ़ा रहे हैं ताकि तुम अपनी मर्जी का कुछ भी खरीद सको।' सभी 70 पैरेंट्स ने कहा कि बच्‍चों को पैसों की कीमत बताना बहुत जरूरी होता है। आप उन्‍हें पैसे देकर बिगाड़ें नहीं।


एक्‍स्‍ट्रा एक्टिविटी-


'ग्रेड्स ठीक होने तक स्‍कूल के बाद कोई एक्टिविटी नहीं होगी।' कुछ बच्‍चे पढ़ाई से हटकर किसी चीज का पैशन रखते हैं। आपको उनके पैशन के बारे में पता हो या ना हो, फिर भी उन्‍हें मौका देना चाहिए। कुछ बच्‍चे पढ़ाई के साथ भी अपने पैशन को बनाए रख पाते हैं जबकि कुछ बच्‍चे सारा समय ए‍क्‍स्‍ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज में बिताते हैं। बिस्‍नो ने नोटिस किया कि सक्‍सेसफुल बिजनेसमैन के पैरेंट्स उन्‍हें हर चीज में सपोर्ट करते थे।

​अच्‍छे नंबर लाने पर मिलेंगे पैसे-


“अगर आपको अच्छे ग्रेड मिलते हैं तो मैं आपको पैसे दूंगा।” बच्‍चों के लिए पैसों की कीमत जानना जरूरी होता है लेकिन पैसों के लिए काम करने या उनके महत्‍व को समझने का यही प्रभावी तरीका नहीं है। बच्‍चों को अपने सपने और पैशन को पूरा करने के लिए प्रेरित करें।


पैरेंट्स का रोल-


बच्‍चे के लिए पहला स्‍कूल उसका घर ही होता है जहां वो अपने पैरेंट्स से काफी कुछ सीखता है। जो पैरेंट्स अपने बच्‍चे की पढ़ाई में ज्‍यादा दिलचस्‍पी दिखाते हैं, उन बच्‍चों के बड़े होकर सफल होने की संभावना अधिक रहती है।