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Gold Price in 2023 : ढाई साल बाद सोना तोड़ेगा सारे रिकॉर्ड, हो जायेगा इतना महंगा

तकरीबन पिछले ढाई सालों से सोना बहुत कम दाम में बिक रहा था जिससे ज्वेलर्स को नुक़्सानोर ग्राहकों कोफायदा होरहा था पर आने वाले सालों में ऐसा नहीहोगा, एक्सपर्ट के अनुसार सोना तोड़ देगा पिछले सारे रिकॉर्ड। 
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HR Breaking News, New Delhi : साल 2020 तो सभी को याद ही होगा, जब मार्च के महीने में सोने के दाम (Gold Rate) 35 हजार से 38 हजार प्रति दस ग्राम के बीच थे. अगस्त का महीना आते-आते गोल्ड के दाम (Gold Price) 56 हजार से ज्यादा हो गए थे. इसका मतलब है कि पांच महीनों में सोने के दाम में 18 हजार रुपये प्रति दस ग्राम का इजाफा देखने को मिला था. तब जानकारों ने कहा था कि निवेशकों ने कोविड के डर से सेफ हैवन यानी गोल्ड में निवेश करना शुरू करने से डिमांड बढ़ी और दाम में इजाफा हो गया. एक बार फिर से वही माहौल पैदा हो गया है.

चीन में कोविड की चौथी लहर (Fourth Wave of China Covid)सामने आ चुकी है. दुनिया में मंदी का साया है. दोनों ही कारण गोल्ड की कीमत को सपोर्ट करते हैं. ऐसे में जनवरी से लेकर मार्च तक का महीना गोल्ड के निवेशकों के लिए काफी अहम रहने वाला है. जानकारों की मानें तो जनवरी में सोने के दाम मौजूदा लेवल से करीब 1600 रुपये और मार्च तक 3000 रुपये तक बढ़ सकते हैं. इसका मतलब है ढाई साल के बाद सोने का लाइफ टाइम रिकॉर्ड जनवरी में टूटता हुआ दिखाई दे सकता है.

कोविड कहर से मिलेगा सपोर्ट

कोविड की चौथी लहर शुरू हो गई है, जिसका असर चीन में शुरू भी हो गया है. जानकारों की मानें तो कोविड के इस नए वैरिएंट का असर भारत समेत पूरी दुनिया में जल्द देखने को मिल सकता है. जिसकी वजह से दुनियाभर में निवेशकों ने अपने पैसों को इक्विटी मार्केट और दूसरे असेट्स से निकालकर गोल्ड में निवेश करना शुरू कर दिया है. इस तरह की ​क्राइसिस में गोल्ड को सेफ हैवन के रूप में देखा जाता है. जिसकी वजह से गोल्ड की डिमांड में इजाफा होता है और कीमतों में तेजी देखने को मिलती है. बीते कुछ दिनों में विदेशी बाजारों के साथ भारत में भी सोने और चांदी के दाम में तेजी देखने को मिली है.

मंदी के साए में भी निखरता है सोना

दूसरी ओर साल 2023 में मंदी आने की संभावना है. अमेरिकी मंदी आने का असर पूरी दुनिया देने लगेगा. बीते एक साल से इसका असर भी पहले से ही दिखना शुरू हो गया. दुनियाभर की टेक और आईटी कंपनियों की ओर से जबरदस्त तरीके से छंटनी शुरू की. ट्विटर, अमेजन, आने वाले दिनों में गूगल भी इस प्रोसेस में शुरू होने वाला है. सभी कंपनियों ने मंदी का बहाना बनाया है. जानकारों की मानें तो मंदी के माहौल में सोना और भी निखरता है. इस दौरान बाकी असेट्स में गिरावट का माहौल बन जाता है और सोने की कीमत में तेजी देखने को मिलती है. इसी मरह का माहौल हमने साल 2020 के मिड टेन्योर में भी देखा था. तब दाम रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गए थे.

सोना निखरना हुआ शुरू

दिसंबर के महीने में कोविड और मंदी का असर सोना और चांदी की कीमत में दिखना भी शुरू हो गया है. दिसंबर के महीने में सोने की कीमत में 1,643 रुपये प्रति दस ग्राम का इजाफा हो चुका है. 30 नवंबर को सोने के दाम वायदा बाजार में 52,931 रुपये प्रति दस ग्राम रुपये प्रति दस ग्राम थे, जो 54,574 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गए हैं. इसी तरह से चांदी की कीमत में 5,572 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी देखने को मिल चुकी है. 30 नवंबर को चांदी के दाम 63,461 रुपये प्रति किलोग्राम थे जो बीते आखिरी कारोबारी दिन 69,033 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए थे.

जनवरी में टूट सकता है रिकॉर्ड

जानकारों की मानें तो जनवरी के महीने में सोना और चांदी के दाम का रिकॉर्ड टूट सकता है. सोने का लाइफ टाइम हाई प्राइस 56200 रुपये प्रति दस ग्राम है, जो जनवरी के आखिरी हफ्ते को पार कर सकता है. इसका मतलब है कि अगले एक महीने में सोने के दाम मतें 1,600 रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी देखने को मिल सकती है. अगर ऐसा हुआ तो जनवरी के महीने में ढाई साल के बाद सोने का रिकॉर्ड टूटता हुआ दिखाई दे सकता है. वहीं चांदी की कीमत में 75,000 रुपये प्रति किलोग्राम के लेवल पर पहुंच सकते हैं, लेकिन रिकॉर्ड टूटने थोड़ा वक्त लग सकता है. चांदी का लाइफ टाइम रिकॉर्ड प्राइस 79980 रुपये प्रति किलोग्राम था.

मार्च में 57,500 रुपये के लेवल को पार करेगा सोना

मार्च के महीने तक सोने के दाम में और ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है. मौजूदा लेवल से सोने के दाम में 3 हजार रुपये प्रति किलोग्राम से ज्यादा की तेजी देखने को मिल सकती है. इसका मतलब है कि मार्च के खत्म होने से पहले सोने के दाम 57,500 रुपये प्रति दस ग्राम के लेवल पर पहुंच सकते हैं. वहीं दूसरी ओर चांदी के दाम की कीमत में और भी तेजी देखने को मिल सकती है. चांदी के दाम 81 हजार रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच सकते हैं.

क्या कहते हैं जानकार?

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार कोविड और मंदी दोनों ही गोल्ड को सपोर्ट करते हैं. जिसकी वजह से सोने के दाम में इजाफा होने के आसार लगाए जा रहे हैं. जहां तक डॉमेस्टिक मार्केट में सोना जनवरी के महीने में पिछले रिकॉर्ड को तोड़ सकता है, वहीं मार्च के महीने तक इदसके 57 हजार क्रॉस होने के भी आसार दिखाई दे रहे हैं.

आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार दो से ढाई साल पहले सभी ने देखा था कि कोविड के दौरान और मंदी के साए में लोगों ने बाकी असेट्स से पैसा निकालकर गोल्ड में लगाया और निवेशकों को उसका रिटर्न भी मिलौ मौजूदा समय में सोना 54,500 रुपये करीब है. जिसके मार्च तक 57,000 पार जाने की उम्मीद की जा रही है. कोविड के चौथी वेव का असर मार्च में भी जारी रहने की बात की जा रही है.