UPI का इस्तेमाल करने वालों के लिए गुड न्यूज, अब बैंक खाते में जीरो बैलेंस होने पर भी कर पाएंगे पेमेंट
HR Breaking News, Digital Desk- सोचिए कैसा हो, आप किसी जरूरी काम से जाएं और आपको पेमेंट करना हो 100 रुपये का, लेकिन आपके खाते में पड़े हों सिर्फ 99.90 रुपये. ऐसे हालात में आप वो पेमेंट नहीं कर पाएंगे. अब ऐसे मौकों पर या खाते में जीरो बैलेंस होने पर भी आपकी यूपीआई ऐप से पेमेंट हो जाया करेगा. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वह अपने ग्राहकों को यूपीआई पर ‘जीरो बैंलेंस’ होने पर भी पेमेंट पूरा हो जाने की सर्विस दें, ताकि पेमेंट करते वक्त ग्राहक ‘हीरो’ बने रहें.
दरअसल आरबीआई ने बैंकों को यूपीआई के साथ ‘Buy Now, Pay Later’ जैसी सर्विस जोड़ने के लिए कह दिया है. इसे ‘UPI Now, Pay Later’ सर्विस की तरह जाना जाएगा. ये बैंक ग्राहकों को बैंक खाता खाली होने पर भी यूपीआई से पेमेंट करने की सुविधा देगी.
UPI को बना रहे Super App-
यूपीआई की लोगों के बीच पॉपुलैरिटी और इस्तेमाल में सहूलियत को देखते हुए सरकार और आरबीआई की कोशिश इसे एक ‘सुपर ऐप’ या ‘सुपर प्रोडक्ट’ बनाने की है. अभी लोगों को अपनी यूपीआई आईडी से सेविंग अकाउंट, ओवरड्राफ्ट अकाउंट, प्रीपेड वॉलेट्स और क्रेडिट कार्ड को ही जोड़ने की अनुमति थी.
अब आरबीआई ने बैंकों को ‘प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन’ से भी यूपीआई पेमेंट करने की छूट दे दी है, यानी बैंक खाता भले हो सफाचट, यूपीआई से पेमेंट होगा फटाफट. हालांकि ये पैसा आपको बाद में बैंक को लौटाना होगा.
क्या है UPI Now, Pay Later सर्विस?
आरबीआई ने हाल में एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके हिसाब से अब सभी कमर्शियल बैंक अपने ग्राहकों को उनकी पूर्व-सहमति के आधार पर यूपीआई पेमेंट के लिए ‘प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट लाइन’ (एक निश्चित सीमा तक उधार लेने की सहूलियत) की सुविधा दे सकेंगे. इससे बैंक ग्राहक यूपीआई के माध्यम से इस क्रेडिट लाइन के बराबर का पेमेंट जीरो बैलेंस होने के बावजूद कर पाएंगे.
ग्राहकों को क्रेडिट लाइन की लिमिट बैंक तय करेंगे. इसमें कई फैक्टर जैसे कि ग्राहक की पेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट हिस्ट्री इत्यादि मायने रखेगी. इस सुविधा का फायदा गूगल पे, पेटीएम, मोबीक्विक, फोन पे और अन्य यूपीआई ऐप्स से उठाया जा सकता है.