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Success Story: रेहड़ी वाले के बेटे के पास नहीं थे कोचिंग के पैसे, फिर भी हासिल की सफलता

कहते हैं कि अगर दिल में चाहत हो तो हम कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं और ऐसा ही कर दिखाया है रेहड़ी वाले के बेटे ने। जिनके पास कोचिंग के पैसे भी नहीं थे। फिर भी उन्होंने ने हासिल की सफलता। आइए जानते है इनकी पूरी कहानी। 
 
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रेहड़ी वाले के बेटे के पास नहीं थे कोचिंग के पैसे, फिर भी हासिल की सफलता 

HR Breaking News, Digital Desk- कहते हैं कि अगर दिल में चाहत हो तो हम कोई भी मुकाम हासिल कर सकते हैं और ऐसा ही कर दिखाया है ओडिशा के रहने वाले एक चायवाले के बेटे ने, जिसने पिता को बिना बताए यूट्यूब वीडियो देखकर तैयारी की और राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) पास कर ली है और 720 में से 635 अंक लाकर 8065वीं रैंक हासिल की है.

पिता अस्पताल के बाहर बेचते हैं चाय-

ओडिशा के कंधमाल जिले में रहने वाले सूरज के पिता अस्पताल के बाहर चाय बेचते हैं और सूरज भी अपने पिता की मदद करता है. सूरज के पिता हमेशा से चाहते थे कि उनका बेटा डॉक्टर बने और चाय पीने आने वाले डॉक्टरों से हमेशा बात करते थे, लेकिन कोचिंग की मोटी फीस को सुनकर कभी भी उन्होंने अपने बटे को फोर्स नहीं किया.

बेटे ने समझ ली पिता के मन की बात-

सूरज अक्सर अपने पिता सिबा शंकर बेहरा को डॉक्टरों से बात करते देखता था और फिर उसने डॉक्टर बनने का फैसला कर लिया. लेकिन, उसने यह बात अपने पिता को नहीं बताई और बिना किसी कोचिंग व गाइडेंस के घर पर सेल्फ स्टडी (Self Study) कर राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (NEET) क्रैक करके दिखा दिया. इतना ही नहीं वह पढ़ाई के दौरान चाय की दुकान पर अपने पिता की मदद भी करता था.


पिता को बिना बताए YouTube Video देख की तैयारी-

सूरज ने जब नीट की तैयारी शुरू की, तब अपने पिता को कुछ नहीं बताया और घर पर रहकर ही परीक्षा की तैयारी की. इसके लिए कोई कोचिंग भी नहीं ली, क्योंकि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी. सूरज ने यूट्यूब वीडियोज से भी परीक्षा की तैयारी के लिए मदद ली.