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इंग्लिश में इस Business Man को सिर्फ Yes और No आता था बोलना, आज खड़ा कर दिया करोड़ो का Empire

आज हम आपने इर्द-गिर्द बड़े-बड़े बिजनेसमैन को देखते है। लेकिन वे शुरूआत से ही ऐसे नहीं थे। आज उन्होंने जो मुकाम हासिल किया है वह उनकी कड़ी मेहनत और उनके परिश्रम का नतीजा है। आज हम आपको एक ऐसे बिजनेसमैन के बारे में बताने जा रहे है जिन्हें इंग्लिश में सिर्फ Yes और No ही बोलना आता था। लेकिन आज उन्होंने करोड़ो का Empire खड़ा कर दिया है। 
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इंग्लिश में इस Business Man को सिर्फ Yes और No आता था बोलना, आज खड़ा कर दिया करोड़ो का Empire 

HR Breaking News, Digital Desk- वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) का नाम आज अधिकतर लोगों ने सुना है. लेकिन इसे बनाने वाले बिजनेसमैन अनिल अग्रवाल की निजी जिंदगी से बहुत कम लोग वाकिफ हैं. हाल में ट्विटर पर उन्होंने अपनी जिंदगी के शुरुआती संघर्ष से जुड़े कई किस्से साझा किए इनमें से कुछ किस्से तो काफी रोचक हैं. 


बोल पाते थे केवल Yes और No-


अनिल अग्रवाल ने कुछ दिन पहले कई सारे ट्वीट कर अपने और अपनी शादी से जुड़े किस्से बताए थे. उन्होंने लिखा, ‘जब मैं पहली बार बंबई आया, तो इंग्लिश के केवल दो शब्द Yes और No जानता था. मैं अपने सपनों को बड़ा बनाने में लगा रहा, सोचा कि सफर बहुत लंबा है, पर इसे तय करना है. बहुत मेहनत की, मुश्किलें सही, फिर भी उभरता चला गया.


खरीदा 400 वर्ग फुट का मकान-


अनिल अग्रवाल ने लिखा, ‘शुरुआत के तीन साल में मैंने बंबई में किसी तरह 400 वर्ग फुट से कम का एक फ्लैट खरीद लिया. ये मेरा सफर शुरू करने के रास्ते में बहुत बड़ा अचीवमेंट था. मेरी शादी पटना में हो चुकी थी और मेरा बेटा भी पटना में पैदा हुआ.

घर-घर लगना चाहिए-


उन्होंने कहा, ‘इसके बाद मैंने अपनी पत्नी और बेटे को मुंबई बुला लिया, क्योंकि घर-घर लगना चाहिए, मकान नहीं. ये मेरी जिंदगी का सबसे खुशी का पल का था, जब मेरा परिवार मुंबई आ गया. छोटा सा घर था मगर मेरे लिए वो मेरा आशियाना था’ 


इतने बड़े बिजनेस एंपायर के मालिक-
कभी कबाड़ में पुराने तार खरीदने का काम करने वाले अनिल अग्रवाल आज वेदांता ग्रुप के मालिक हैं. ये ग्रुप खनन, एल्युमीनियम और पेट्रोलियम जैसे कई क्षेत्रों में काम करता है. इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.40 लाख करोड़ रुपये है.