बैंक या किसी और को CANCEL CHEQUE देने से पहले जान लें ये बात, आपके लिए है जरूरी
 

आज भी बैंक या बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों से कैंसिल चेक की मांग करती हैं. तो ऐसे में बैंक या किसी और को CANCEL CHEQUE देने से पहले आपको यें बातें जानना बहुत जरूरी है।  
 
 

HR Breaking News, Digital Desk- डिजिटल के इस दौर में, जब स्मार्टफोन पर बस कुछ क्लिक में पैसे एक खाते दूसरे में ट्रांसफर हो जा रहे हैं. बैंकिंग (Banking) के तमाम काम ऑनलाइन ही हो जा रहे हैं. इसलिए बैंक जाने की जरूरत अब कम पड़ती है. लेकिन डिजिटल की वजह से हुए तमाम बदलाव के बीच कैसिंल चेक (Cancelled Cheque) की परंपरा बरकार है.  

आज भी बैंक या बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों से कैंसिल चेक की मांग करती हैं. कई कंपनियां नई नौकरी के समय कर्मचारियों से कैंसिल चेक की मांग करती हैं. ऐसे में सवाल यह कि आखिर कैंसिल चेक की जरूरत क्यों पड़ती है? 


क्यों पड़ती है कैंसिल चेक की जरूरत?

जब आप किसी को कैंसिल चेक देते हैं, तो उसपर साइन करने की जरूरत नहीं होती है. सिर्फ चेक पर कैंसिल लिखना होता. इतने भर से ही काम चल जाता है.  इसके आलावा चेक पर क्रॉस का साइन भी बना सकते हैं. कंपनियां या बैंक कैंसिल चेक ग्राहकों के अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए लेती हैं.

चेक पर होती हैं ये जानकारियां-

आमतौर पर कैंसिल चेक देने का मतलब यह होता है कि उस बैंक में आपका अकाउंट मौजूद है. चेक पर आपका नाम हो भी सकता है और नहीं भी. क्योंकि चेक पर आपके बैंक का अकाउंट नंबर लिखा होता है. साथ ही आपके ब्रांच का IFSC कोड भी चेक पर लिखा होता है. इससे कंपनियां या बैंक आपको अकाउंट को वेरिफाई कर लेते हैं. क्योंकि कैंसिल चेक पर भी आपके अकाउंट से जुड़े तमाम डिटेल्स लिखे होते हैं. इसलिए इसे किसी भी नहीं देना चाहिए. 


क्या कैंसिल चेक से निकल सकता है पैसा?

कैंसिल चेक से कोई आपके खाते से पैसे की निकासी नहीं कर सकता. इसका इस्तेमाल सिर्फ आपके अकाउंट को वेरिफाई करने के लिए ही किया जाता है. जब किसी को भी कैंसिल चेक दिया जाता है, तो बीच में Cancelled लिख दिया जाता है. ताकी कोई भी चेक का गलत इस्तेमाल नहीं कर सके. 


क्यों पड़ती है जरूरत?

जब आप फाइनेंसियल काम करते हैं, तो कैंसिल चेक की जरूरत पड़ती है. जब आप कार लोन, होम लोन या पर्सनल लोन लेने जाएंगे तो उस समय बैंक कैंसिल चेक की मांग करते हैं. अगर आप प्रोविडेंट फंड से ऑनलाइन पैसा निकालते हैं, तो कैंसिल चेक की जरूरत पड़ती है. म्यूचुअल फंड में निवेश के दौरान भी कंपनियां कैंसिल चेक की मांग करती हैं.  

कैंसिल चेक के लिए हमेशा ब्लैक इंक या फिर ब्ल्यू इंक वाले पेन का ही इस्तेमाल करना चाहिए. किसी दूसरे रंग की स्याही का इस्तेमाल कैंसिल चेक के लिए नहीं करना चाहिए. 


कब पड़ती है कैंसिल चेक की जरूरत-

1. बैंक से लोन पाने के लिए.
2. ईपीएफ का पैसा निकालने के लिए. 
3. डीमैट खाता खुलवाने के लिए.
4. बैंक में केवाईसी कराने के लिए.


5. बीमा खरीदने के लिए. 
6. ईएमआई भरने के लिए.
7. म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए.