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Chanakya Niti: व्यापार करने से पहले जान लें चाणक्य नीति, कभी नही होंगे असफल

व्यापार जोखिम भरा क्षेत्र है. एक सफल व्यापारी बनने के लिए चाणक्य ने कई बातों का जिक्र किया है. बिजनेस को बुलंदियों तक पहुंचाना चाहते हैं तो चाणक्य की इन बातों को जान लें। जीवन में कभी नहीं होंगे असफल.
 
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व्यापार करने से पहले जान लें चाणक्य नीति, कभी नही होंगे असफल

HR Breaking News, Digital desk- आज के दौर में अधिकतर व्यक्ति नौकरी की झंझट से दूर खुद का बिजनेस करने की चाह रखता है. कई लोग अपने स्टार्ट अप खोलते हैं तो कुछ छोटे व्यवसाय से व्यापार की शुरुआत करते हैं. व्यापार जोखिम भरा क्षेत्र है. एक सफल व्यापारी बनने के लिए चाणक्य ने कई बातों का जिक्र किया है. बिजनेस को बुलंदियों तक पहुंचाना चाहते हैं तो चाणक्य की इन बातों को अनदेखा न करें. ये नीतियां आपको व्यवसाय के मामले में बहुत लाभकारी हैं.

रिसर्च-

चाणक्य कहते हैं कि बिजनेस शुरु करने से पहले उसके बारे में पूरी तरह रिसर्च कर लें. कितना निवेश करना है, पहले से मौजूद प्रतिद्वंदी की जानकारी, नुकसान की भरपाई की रणनीति आदि. अधूरी जानकारी के साथ व्यापार शुरु करने में फायदा तो दूर हमेशा घाटा झेलना पड़ सकता है. अक्सर कई व्यापारी अपने प्रतिद्वंदी को देखकर अपनी नीतियों में भी बदलाव करने की सोचते हैं,

जो कि एक तरीके से सही भी है लेकिन इसे लागू करने से पहले पूरा मार्केट रिसर्च जरूर कर लें. नई नीति से कितना फायदा होगा, कितना नुकसना, बाकियों के मुकाबले कैसे आप जनता की नजर में दूसरों से अलग छवि बना पाएंगे. इन सब चीजों की जानकारी व्यक्ति को व्यापार में नुकसान होने से बचाती है.

अनुशासन-


चाणक्य नीति कहती है कि सफलता की दिशा में पहला कदम कठोर परिश्रम और अनुशासन है. अनुशासन से ही परिश्रम का सार्थक फल प्राप्त होता है. काम के प्रति ईमानदार रहें. खुद के अलावा साथ काम कर रहे सहयोगियों में भी अनुशासन की भावना होना जरूरी है, क्योंकि व्यापार में कामयाबी अकेले नहीं मिलती है पूरी टीम का साथ और सभी का अनुशासित होना जरूरी है.

वाणी-

व्यापार में वही लोग तरक्की पाते हैं तो कुशल व्यवहार वाला होने के साथ अच्छा वक्ता हो. वाणी में जितनी मधुरता होगी  व्यापारा उतना ही फले-फूलेगा. मेहनत के साथ वाकपटुता में कामयाबी का जरिया है. वाणी आपका काम बना और बिगाड़ सकती है. वहीं एक कुशल व्यापारी को हमेशा अपने संबंधों को लेकर सर्तक रहना चाहिए. बोली से संबंध खराब हो सकते हैं इसलिए वाणी को संयमित रखें.

जोखिम का साहस-

ऐसा कोई बिजनेस नहीं जहां जोखिम नहीं, व्यापार में घाटे से कभी घबराएं नहीं. ऐसे वक्त में कई नकारात्मक विचार पैदा होंगे, इन्हें खुद पर हावी न होने दें. खुद पर विश्वास करें और पूरी शिद्दत से नुकसान को मुनाफे में बदलने की रणनीति तैयार करें.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि HR Breaking News.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.