home page

Meri Kahani : पति को धोखा देने पर किया मजबूर, 6 महिलाओं ने बताई दुख बरी कहानी

पति-पत्नी का अटूट रिश्ता होता है। कई बार पार्टनर की गलतियों की वजह से पति-पत्नी तलाक लेने के बारे में भी सोचने लगते हैं। शादीशुदा लाइफ में परेशान तो आती रहती हैं। तलाक होने के बाद अपने रवैये को और खुद को दोषी मानते हैं।

 | 
Meri Kahani : पति को धोखा देने पर किया मजबूर, 6 महिलाओं ने बताई दुख बरी कहानी

HR Breaking News (ब्यूरो)। हमारे यहां शादी को सबसे पवित्र और अटूट रिश्ता माना जाता है। अगर इसे तोड़ने के बारे में सोच भी लिया जाए, तो समाज और परिवार इसे एक बुरे फैसले की तरह देखता है। यही तो एक बड़ी वजह भी है कि अपनी बेटी के मुंह से तलाक की बात सुनकर ही माता-पिता का दिल बैठ जाता है। हालांकि, आज के समय में तलाक लेना कोई गुनाह नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि टॉक्सिक रिश्ते को निभाना कभी-कभार मेंटल हेल्थ पर भी बोझ बन जाता है।

लेकिन तब क्या, जब तलाक आपकी नासमझदारी की वजह से हो जाए और उसके बाद आपको पछतावा भी हो। जी हां, बहुत बार देखा गया है कि अपने साथी से अलग होने के बाद कई लोग अपने रवैये के लिए खुद को दोषी हैं। इस मामले में महिलाएं सबसे आगे हैं। ऐसा हम यूं ही नहीं रह तहे हैं बल्कि इन औरतों को आज भी अपने तलाक का दुख है। 

काम के आगे पति को नहीं देखा

एक महिला के लिए अपने लक्ष्यों तक पहुंच पाना आज के समय में बहुत ज्यादा मुश्किल है। यही एक वजह भी है कि मुझे अपने पेशे में सफल होने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। लेकिन कहते हैं ना कि सभी सफलताओं का स्वाद सुखद नहीं होता। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। दरअसल, शादी करने के बाद भी मैं अपने काम में बिजी रही। मैं अपने जीवन के दूसरे सुखों को भूल गई थी। मैं कभी भी अपनी प्रोफेशन और पर्सनल लाइफ में बैलेंस नहीं बिठा सकी, जिसका नतीजा मुझे अपने पति से अलग होना पड़ा।

दरअसल, मैं अपने मुकाम को पाने में इतनी ज्यादा अंधी हो गई कि मैं भूल गई कि मेरा जीवनसाथी मेरा इंतजार कर रहा है। हम दोनों बहुत कम ही साथ में समय बिता पाते थे। ऐसे में एक दिन उसने छुट्टियों पर चलने का प्लान बनाया, लेकिन मैं काम में इतना व्यस्त थी कि मैंने उसे दूर धकेल दिया। मेरी लाइफ में यह वो समय था, जब हम दोनों एक-दूसरे से बहुत ज्यादा दूर हो गए थे।

पति को धोखा देने के लिए मजबूर किया

ये भी पढ़ें : SDM साहब गाड़ी लेकर रात को लेडी टीचर के आते थे घर, सुबह जाते वक्त हो गया खेल

मैंने अपने पति से लव मैरिज की थी। दूसरे लोगों की तरह हमारी शादी भी काफी एक्साइटिंग और एडवेंचरस थी। लेकिन मैं कभी नहीं जानती थी कि ये खूबसूरत सफर 10 साल से ज्यादा नहीं चलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि समय के साथ मैंने अपना ख्याल रखना बंद कर दिया था। मैंने कभी भी इस बात पर ध्यान नहीं दिया था कि मैं कैसी दिखती हूं।

हालांकि, उसने मुझे अपना ख्याल रखने के लिए काफी प्रेरित भी किया, लेकिन मैंने उसके संकेतों को नजरअंदाज कर दिया। एक दिन हुआ कुछ यूं कि मैंने अपने पति को धोखा देते हुए पकड़ा। हालांकि, इस घटना के बाद हमारा रिश्ता टूट गया, लेकिन मैं इस सब के लिए खुद को दोषी मानती हूं।

मैंने अपने पति को नजरअंदाज कर दिया

अपनों की जरूरतों को नजरअंदाज करने की गलती कभी न करें। मैंने अपनी लाइफ में यही गलती कर दी थी, जिसके बाद मैं जीवन में बिल्कुल अकेली रह गई हूं। हर दूसरे रिश्ते की तरह हमारी शादी भी खुशहाल थी। हमारी शादी के शुरुआती साल भी रोमांच और उत्साह से भरे थे।

लेकिन समय के साथ-साथ मैंने अपने पति को हल्के में लेना शुरू कर दिया। हालांकि, कुछ दिनों तक उसने मेरा ये रवैया सहन किया, लेकिन मेरा अहंकार समय के साथ बढ़ता ही चला गया। ऐसे में एक दिन जब उसे अपनी कीमत का एहसास हुआ, तो उसने मुझे छोड़ दिया।

एक्स से करती थी पति की तुलना

मैं हमेशा लोगों की आलोचना करती रही हूं। मुझे नहीं पता क्यों, लेकिन मैं हमेशा ऐसे ऐसी ही हूं। यही एक वजह भी है कि मैं बिल्कुल अकेली हूं। दरअसल, मेरे पति परिवार में सबसे प्यारे थे। उन्होंने मुझे खुश करने की पूरी कोशिश की थी। वह मेरे चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए वो सब करते थे, जो उनके बस में होता था। हालांकि, मैंने कभी भी उनके प्रयासों की सराहना करने की कोशिश नहीं की।

मैंने उसे हमेशा यही महसूस कराया कि वह मेरे लिए काफी नहीं है। मैंने उसे कभी यह बताने कि कोशिश नहीं की, वह मेरे साथ हुई सबसे अच्छी चीज में से एक हैं। मैं हमेशा उसकी तुलना अपने एक्स से करती रही, जिसकी वजह से मेरी शादी टूट गई।

मैंने उसे हारे हुए व्यक्ति की तरह महसूस कराया

मेरे पति बहुत ज्यादा मेहनती आदमी थे। वह हर रोज काम से शिकायतें और समस्याएं लेकर घर आते थे और मुझसे साझा भी करते थे। शुरू में तो मैंने उन्हें शांत करने की पूरी कोशिश की, लेकिन समय के साथ मैंने उसकी समस्याओं पर ध्यान देना बंद कर दिया था। मैंने एक दिन उससे कहा कि वह हर समय शिकायत करना बंद करे। वह अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखे। सच कहूं तो मैंने उसे एक हारे हुए व्यक्ति की तरह महसूस कराया था, जोकि हमारा रिश्ता खत्म करने के लिए काफी था। मैं हमारे रिश्ते को बचाने के लिए कोशिश कर सकती थी, लेकिन मैंने नहीं की।

ये भी पढ़ें : Meri Kahani : हनीमून से आने के बाद मेरी पत्नी मुझे नही कर पाती है खुश, कहीं उसने...

मैंने कभी भी उसे प्यार नहीं किया

अपनी टूटी हुई शादी से मैंने एक बात सीखी है कि रोमांस एक खुशहाल और स्वस्थ शादी की कुंजी है। शादीशुदा रिश्ते में वो प्यार ही है, जो पति-पत्नी को करीब लाता है। हालांकि, जब मुझे इस बात का एहसास हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मेरे पति ने हमेशा हमारी शादी में रोमांस को जीवित रखने की कोशिश की, लेकिन मैंने उन्हें इस बारे में हमेशा बचकाना ही महसूस कराया। मेरी लाइफ में एक दिन ऐसा आया, जब उसने मुझे छोड़ दिया।