PF Ke Fayde : हर महीने सैलरी से कटता है PF तो होंगे 6 बड़े फायदे, कर्मचारी जान लें EPFO के नियम
EPFO New Rules : आजकल बिजनेस में बढ़ते कंपीटिशन के चलते अधिकतर लोग नौकरी करना ही फायदेमंद समझते हैं। नौकरी के दौरान कई फायदे तब भी मिलते हैं जब हर महीने सैलरी से आपका पीएफ (PF benefits) कटता हो। खासकर 6 बड़े फायदे तो ऐसे हैं जिनके बारे में कम ही लोग जानते हैं। आइये बताते हैं इन्हें लेकर ईपीएफओ (EPFO Rules for employees) के क्या हैं नियम।

HR Breaking News - (EPFO Rules)। कर्मचारी को सैलरी के अलावा पीएफ के फायदे भी मिलते हैं, इसके लिए जरूरी है कि हर महीने सैलरी से पीएफ राशि कटती हो। अगर आप भी कहीं नौकरी करते हैं और सैलरी से पीएफ (PF account news) कटता है तो 6 बड़े फायदे आपको जरूर मिलेंगे।
इसके लिए ईपीएफओ यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (Employees Provident Fund organisation) की ओर से कई नियम भी तय किए गए हैं। इन नियमों के अनुसार नौकरीपेशा लोगों को लाभ पहुंचाया जाता है। खबर में जानिये इन फायदों के बारे में।
1. पेंशन लाभ-
ईपीएफ सदस्यों के लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPF account rules) की ओर से उनके पीएफ खाते में हर महीने पैसा जमा किए जाने की सुविधा दी गई है। यह इंप्लॉई प्रॉविडेंट फंड (Employees Provident Fund) और इंप्लॉई पेंशन स्कीम (empolyees pension scheme) में जमा होता है। दो भागों में जमा होने वाली यह राशि कर्मचारी की सैलरी से नियमानुसार कटती है।
सैलरी से 12 फीसदी राशि का योगदान कर्मचारी (employees PF account benefits) की ओर से तथा इतना ही योगदान कंपनी की ओर से किया जाता है। कंपनी के योगदान से पेंशन वाले हिस्से (EPFO pension rules) में पैसा जमा होता है। पेंशन के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए कम से कम 10 साल नौकरी का नियम है। 58 साल की उम्र के बाद कर्मचारी पेंशन ले सकता है।
2. नॉमिनेशन का फायदा-
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने PF के पैसे के लिए कर्मचारी के लिए नोमिनेशन (EPFO nomination rules) करना अब जरूरी कर दिया गया है। कोई भी कर्मचारी अपने PF अकाउंट में माता पिता, बच्चों व पत्नी आदि में से किसी को भी नॉमिनी चुन सकता है। नियम के अनुसार कर्मचारी की मौत के बाद पीएफ (PF amount) का पैसा नॉमिनी को मिल जाता है।
3. मिलता है कंपाउंड इंटरेस्ट-
हर महीने सैलरी से कटने वाली पीएफ राशि पर सालाना हिसाब से कंपाउंड इंटरेस्ट (compound interest rate on PF) भी मिलता है। ईपीएफओ की ओर से सामान्य ब्याज 8.15 प्रतिशत (PF interest rate) सालाना है, इस पर कंपाउंड इंटरेस्ट भी दिया जाता है। हालांकि पेंशन के पैसे पर यह नहीं दिया जाता। इसके अलावा EPFO की ओर से बेसिक सैलरी से अतिरिक्त योगदान के लिए VPF यानी Voluntary Provident Fund की सुविधा भी कर्मचारी को दी जाती है।
4. पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा-
कर्मचारी को अगर जरूरत पड़ती है तो वह PF का पैसा निकाल भी सकता है। इस पैसे की निकासी (PF withdrawal rules) और इसे ट्रांसफर करने के लिए भी कई नियम हैं। नौकरी बदलने पर नई नौकरी हासिल करके इस पैसे को ट्रांसफर (PF transfer kaise hoga) किया जा सकता है। दो महीने नौकरी छोड़े हो गए हों तो आप पूरा पैसा निकाल सकते हैं।
5. आंशिक निकासी का यह है नियम -
कर्मचारी अपने भाई-बहन की शादी, बच्चों की शादी, घर बनाने, होम लोन का पैसा चुकाने व इलाज के लिए पीएफ खाते से पैसा निकाल सकता है। हालांकि एक बार में ही पीएफ (PF withdrawal rules) का पूरा पैसा नहीं निकाला जा सकता। नौकरी के 7 साल बाद पीएफ खाते (PF account) से 50 फीसदी राशि कर्मचारी निकाल सकता है।
6. इंश्योरेंस का ऐसे मिलता है लाभ-
EPFO की ओर से पीएफ खाताधारक को लाइफ इंश्योरेंस (life insurance in EPFO) का लाभ भी दिया जाता है। कई कंपनी इस नियम के अनुसार कर्मचारियों को शामिल नहीं करती। ऐसे में कर्मचारी EDLI (Employees’ Deposit Linked Insurance) स्कीम का लाभ ले सकते हैं।