Property Documents : जमीन खरीदने वालों के लिए जरूरी अलर्ट, इन कागजातों के बिना खरीदा मकान तो हो जाएगी दिक्क्त

HR Breaking News - (Property Documents) प्रॉपर्टी खरीदने से पहले कई बातों का खास ध्यान रखना होता है। इनमें सबसे ज्यादा जरूरी है प्रोपर्टी से जुड़े कागजातों की सही से जांच। केवल प्रोपर्टी के लिए पैसे इकटठा लेने से ही बात नहीं बनती, सभी जरूरी दस्तावेजों (important property documents) को चेक कर लेना जरूरी होता है।
प्रॉपर्टी खरीदने वक्त एक भी दस्तावेज की अनदेखी आपको बहुत भारी पड़ सकती है। इससे आपका पूरा पैसा भी डूब सकता है, इसलिए जब भी प्रोपर्टी (property knowldedge) खरीदें तो हर कागजात की बारीकी से जांच कर लें। आइये जानते हैं कौन कौन से दस्तावेज प्रोपर्टी खरीदने से पहले जरूरी होते हैं।
प्रोपर्टी से जुड़े इन कागजातों को जरूर कर लेना चाहिए चेक
1) RERA सर्टिफिकेट है जरूरी
किसी बिल्डर्स से जमीन या प्रोपर्टी खरीद रहे हैं तो RERA (Regulation and Development Act) यानी विनियमन और विकास अधिनियम, 2016 के अंतर्गत प्रोपर्टी का पंजीकृत होना जरूरी होता है। सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं का भी रेरा से पंजीकृत होना जरूरी है। इस डॉक्यूमेंट (Property Documents Checklist) की जरूर जांच कर लें। बिल्डर के अलावा कोई और प्रोपर्टी है तो संबंधित विभाग या पंजीकरण प्राधिकरण व कार्यालय में जरूर छानबीन कर लें।
2) न भूलें सेल डीड को देखना
सेल डीड को सेल एग्रीमेंट (sale agreement) भी कहा जाता है, इस दस्तावेज में किसी प्रोपर्टी का पूरा ब्योरा होता है। इसमें कब्जे की तारीख, नियम और शर्तें, क्षेत्र आदि के बारे में बताया गया होता है। सम्पत्ति खरीदते समय व होम लोन (home loan) के लिए आवेदन करते समय यह दस्तावेज जमा कराया जाता है।
3) ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट की करें जांच
प्रोपर्टी से जुड़े स्थानीय प्राधिकरण की ओर से यह दस्तावेज दिया जाता है। प्रोपर्टी विक्रेता का किसी प्रोपर्टी (property news) पर वैध कब्जा है या नहीं, यह इसी ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट के डॉक्यूमेंट (Occupancy Certificate) से पता चलता है। प्रोपर्टी खरीददार को इस दस्तावेज को देखने के बाद ही घर खरीदने के बारे में आगे सोचना चाहिए।
4) एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट
प्रोपर्टी से (Property news) जुड़ा एक और अहम दस्तावेज (urgent property documents) होता है जो संपत्ति के बारे में बताता है कि यह विवादमुक्त है या नहीं। इसे एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) कहा जाता है। इसे प्रोपर्टी लेने से पहले जरूर चेक कर लें। सम्पत्ति पर विवाद, कानूनी कार्रवाई, लोन है या नहीं, इन सभी बातों का आपको इसी प्रमाण पत्र में पता चलेगा।
5) नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट
प्रोपर्टी लेते समय बिल्डर या प्रोपर्टी विक्रेता से जमीन या प्रोपर्टी की एनओसी (NOC for property) जरूर मांगें। स्थानीय प्राधिकरण से भी इस बारे में पता किया जा सकता है। इसमें बताया होता है कि उक्त प्रोपर्टी पर स्थानीय अधिकारियों और प्राधिकरण को कोई आपत्ति नहीं है, जिसे आप खरीद रहे हैं।
6) ऑनरशिप प्रमाण पत्र
ownership certificate यानी स्वामित्व प्रमाण पत्र ही किसी को प्रोपर्टी का मालिकाना हक देता है। यह वह प्रमाण पत्र है जो किसी जमीन या प्रोपर्टी के मालिक के स्वामित्व को दर्शाता है।
इस दस्तावेज को कानून विशेषज्ञों की जांच के बाद तैयार किया जाता है। इससे पता चलता है कि किसी प्रोपर्टी पर मालिकाना (property ownership rights) हक किसका है। प्रोपर्टी लेते समय इस अहम दस्तावेज की जांच जरूर कर लें।