Property Update : घर या फ्लैट खरीदते वक्त इन 3 बातों का जरूर रखें ध्यान, सामने आ जाएगा सच

HR Breaking News - (Property rules) प्रोपर्टी खरीदना कोई आसान काम नहीं है। एक घर या फ्लैट खरीदने में व्यक्ति की जीवन भर की पूंजी लग जाती है। फ्लैट, प्लॉट या अन्य कोई प्रॉपर्टी खरीदना एक बेहद ही महंगा सौदा होता है इसलिए प्रोपर्टी (Real Estate Market Tips)खरीदते समय इसकी जांच- पड़ताल करना बेहद जरूरी है। जाए।
जब भी आप घर या फ्लैट खरीद रहे हैं तो सबसे पहले बिल्डर या डेवलेपर के वादों और दांवों की अच्छे जांच-पड़ताल कर लें ताकि आपको बाद में परेशानी न झेलनी पड़े। आइए जानते हैं प्रोपर्टी खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
प्रोपर्टी लेने से पहले कंफर्म करें ये बातें-
प्रोपर्टी (tips for real estate market) में धोखाधड़ी के मामले काफी बढ़ रहे हैं। हालांकि आज भले ही RERA कानून (RERA Law kya hai) के आने से हालात बदल गए हैं, लेकिन फिर भी आपको बिल्डर के पिछले प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी लेनी चाहिए।
प्रोपर्टी खरीदने से पहले बिल्डर्स से यह जानकारी लें कि उनका यह प्रोजेक्ट किन बैंकों से टाई अप है। बिल्डर्स से जवाब मिलने के बाद उन बैंकों में भी पूछताछ करें।
जानिए क्या है प्री अप्रूव्ड लिस्ट -
दरअसल, आपको बता दें कि जिन हाउसिंग प्रोजेक्ट्स को बैंक का अप्रूवल(Housing Projects Bank Approval) मिलता है उन्हें सुरक्षित माना जाता है और इससे यह साबित हो जाता है कि प्रोजेक्ट विवादित नहीं है। ऐसे प्रोजेक्ट्स (property investment tips)में घर के लिए लोन भी मिलना आसान हो जाता है।
आपको बता दें कि नामी और विश्वसनीय बिल्डर अपने प्रोजेक्ट को लॉन्च करने से पहले कई बैंकों (how to choose right property)को अपना पार्टनर बना लेते हैं। इससे उन्हें फंड की दिक्कत भी नहीं होती। बैंकों की ओर से भी अच्छे बिल्डरों की लिस्ट बनाई जाती हैं, जिसे प्री अप्रूव्ड लिस्ट (Pre Approved List kya hai)कहते हैं।
लोकेशन और मिलने सुविधाओं की जांच-
इसके साथ ही बिल्डर या डेवलेपर की प्रोजेक्ट्स(Property Buying updates) में दी जाने वाली सुविधाओं की पुष्टि कर लें। जैसे कि प्रोपर्टी का लोकेशन क्या है और आपका ऑफिस आपकी लोकेशन से कितनी दूर होगा। इसके साथ ही आपके आसपास बच्चों का स्कूल और बाकी सुविधाएं आपकी लोकेशन से कितनी दुर पड़ेंगी।
घर या फ्लैट (how to buy a property) खरीदने से पहले प्रोपर्टी की सारी लीगल जानकारी लें, क्योंकि अगर बिल्डर ऐसा करता है तो भविष्य में आपको घर बेचने में दिक्कत हो सकती है। इसके साथ ही कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी के बारे में भी आपको जानना चाहिए।