SDM Jyoti Maurya : सस्पेंड होने पर भी एसडीएम को मिलती है इतनी सैलरी और ये सुविधाएं
SDM Jyoti Maurya : एमडीएम एक हाई प्रोफाइल पद है। जब किसी एसडीएम को निलंबित किए जाने के बाद उससे सरकारी घर और सरकारी गाड़ी जैसी सुविधाएं जांच पूरी होने तक नहीं छीनी जाती।
HR BREAKING NEWS : उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या का उनके पति आलोक मौर्या के साथ विवाद के चलते इन दिनों एसडीएम पद काफी सुर्खियों में रहा. इस हाई प्रोफाइल पद के बारे में इंटरनेट पर काफी सर्च किया गया.
इंटरनेट यूजर्स ने एसडीएम के पावर और उसकी सैलरी सहित तमाम चीजें सर्च की हैं. आज हम लोग जानेंगे कि किसी अनियमितता/पद के दुरुपयोग या सर्विस रूल के उल्लंघन की वजह से किसी एसडीएम को निलंबित कर दिया जाए तो भी उसे कौन-कौन सी सुविधांए मिलती रहती हैं. सैलरी मिलती है या बंद हो जाती है. सैलरी मिलती है तो कितनी मिलती है.
किसी भी सरकारी कर्मचारी को निलंबित किए जाने के बाद उसे 90 दिन यानी तीन महीने तक आधा वेतन मिलता है. यदि जांच में देरी होती है और यह तीन महीने के भीतर पूरी नहीं हो पाती है तो कर्मचारी को उसे 75% सैलरी मिलने लगती है. 75% वेतन अगले छह महीने तक मिलता रहेगा.
लेकिन यदि छह महीने में भी जांच पूरी नहीं हो पाती है तो उसे पूरी सैलरी मिलती है. यदि कर्मचारी जांच के बाद बेदाग निकल जाता है तो पूरा पैसा मिलता है. यह नियम एसडीएम पर भी लागू होता है.
सरकारी घर और गाड़ी भी नहीं छीना जाता
एसडीएम को निलंबित किए जाने के बाद उससे सरकारी घर और सरकारी गाड़ी जैसी सुविधाएं जांच पूरी होने तक नहीं छीनी जाती. आधिकारिक काम के लिए सरकारी वाहन इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा आवासीय परिसर में काम करने वाले कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी भी सेवाएं देते रहेंगे. यही नहीं, कोर्ट में गवाही देने जाने या विभागीय जांच में शामिल होने कहीं जाने के लिए यात्रा भत्ता भी मिलता है.
एसडीएम और उसके परिवार को मेडिकल फैसेलिटी
एसडीएम के निलंबित होने के बाद भी उसको और उसके परिवार को मिलने वाली मेडिकल फैसेलिटी जारी रहती है. जीवनयापन भत्ते का पुनरीक्षण करा सकते हैं. पीएफ अकाउंट से अग्रिम या निकासी निकाल सकते हैं.
क्यों किया जाता है निलंबित
किसी कर्मचारी को निलंबित इस लिए किया जाता है ताकि वह पद पर रहते हुए जांच को प्रभावित न कर सके. यदि कोई छोटे पद पर कार्यरत कर्मचारी है तो उसे अक्सर स्थानांतरित कर दिया जाता है. निलंबन आवश्यक नहीं होता.