home page

Delhi की इस जगह पर नहीं है कोई बाग- फिर भी कहते है करोल बाग, ये है वजह

Karol Bagh: देश की राजधानी दिल्ली में बहुत सारी घूमने जगहें हैं, जहां सिर्फ देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी लाखों पर्यटक घूमने (Best places to visit in delhi) आते हैं। दिल्ली के अलग-अलग बाजार तो देशभर में फेमस है। इन्हीं में से एक है करोल बाग बाजार (Karol Bagh Market) । यह बहुत भीड़-भाड़ वाला इलाका है। लेकिन क्या आपने कभी इसके नाम पर गौर किया है ? अगर देखा जाए तो करोल बाग़ में कोई बाग़ भी नहीं है लेकिन फिर भी इसका नाम करोल बाग़ कैसे पड़ा ? आइए जानते है इसकी पूरी कहानी-
 | 
Delhi की इस जगह पर नहीं है कोई बाग- फिर भी कहते है करोल बाग, ये है वजह

HR Breaking News (ब्यूरो)। अगर आप बह कभी दिल्ली गए है, तो कभी न कभी करोल बाग जरूर गए होंगे। यह दिल्ली का बाजार दुनियाभर में मशहूर हैं। सरोजिनी मार्किट (Sarojini market) की तरह ये बाजार भी बेहद सस्ते सामान के लिए जाना जाता है। अगर आप कभी करोल बाग इलाके में गए हैं, तो आपके मन में इसके नाम को लेकर सवाल जरूर आया होगा। आइए जानते है इसका नाम करोल बाग़ कैसे पड़ा। 


कैसे नाम पड़ गया करोल बाग?


करोल बाग के नाम के पीछे कई कहानियां प्रचलन में है। दरसल इस इलाके का नाम लाला करोल (Lala Karol) नाम के एक उद्योगपति के नाम पर पड़ा है। वो 20वीं सदी की शुरुआत में यहां रहते थे। लाला करोल ने अपनी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा इलाके के विकास के लिए दान कर दिया, जिसमें स्कूलों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं का निर्माण कराया गया। उनकी याद में इस इलाके का नाम करोल बाग कहा जाने लगा। यह इलाका मूल रूप से कंटीली झाड़ियों से ढका एक चट्टानी क्षेत्र था और इसे राजेंद्र नगर (Rajendra Nagar) के रूप में जाना जाता था।

क्या है करोल बाग का मतलब?


वहीं इसके नाम के पीछे एक और कहानी भी है। दरअसल करोल बाग उर्दू शब्द से बना है। उर्दू में 'कारोल' शब्द का मतलब (Karol word meaning)होता है 'हरी मिर्च की तरह घुमावदार' और बाग का मतलब बगीचा। इस जगह का नाम कई हर्बल उद्यानों (Herbal Garden) की वजह से करोल बाग पड़ा। 

UP Mausam : यूपी में इस दिन होगी बारिश, आ रहा नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस


वहीं ये भी मान्यता है कि करोल बाग का नाम एक ऐतिहासिक बाग से पड़ा है। इस बाग का नाम मुगल शासक अकबर की रानी जोधा बाई के नाम पर रखा गया था। इसे आमतौर पर 'जोधा बाई का बाग" (Jodha's Garden) भी कहा जाता है।

दिल्ली का प्रसिद्ध बाजार


अब करोल बाग दिल्ली के सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाली जगहों में से एक है। करोल बाग मार्केट (Karol Bagh Market) में रोजाना बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं। अगर आप शॉपिंग करने के शौकीन हैं, तो एक बार दिल्ली के इस बाजार में जरूर जा सकते हैं। यहां कपड़े, जूते, घर सजाने का सामान, फूलदान, किताबें और इलेक्ट्रॉनिक सामान (Cheap electronic items) आसानी से मिल जाएगा।

7th Pay Commission: अब होगा शून्य (0) केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता, बदल जाएगा कैलकुलेशन, NPS में भी बदलाव करेगी सरकार

डिजाइनर लहंगों से लेकर आर्टिफिशिल ज्वेलरी के लिए फेमस


​करोल बाग में डिजाइनर लहंगों (designer lehngas) के साथ-साथ दूल्हे की कई सुंदर शेरवानियां भी मिलती हैं। यहां रेडीमेट कपड़ों (cheap readymade clothes) की कई दुकानें हैं, जहां हर तरह के कपड़े मिलते हैं। बुटीक स्टोर के अलावा, मान्यवर और मोहे, दीवान साहब (Deewan sahab), मीना बाजार (Meena Bajar) जैसे लोकप्रिय ब्रांड भी आपको यहां देखने को मिल सकते हैं। 


कपड़ों के साथ साथ करोल बाग मार्केट में बैंक स्ट्रीट (Bank Street) पर आपको सोना, कुंदन या आर्टिफिशिल ज्वेलरी मिल जाएगा। यहां आर्टिफिशियल ज्वेलरी (Artificial Jewellery) 20 रुपये से शुरू हो जाती है।

UP Mausam : यूपी में इस दिन होगी बारिश, आ रहा नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस

कैसे पहुंचे करोल बाग?


अगर आप पुरानी किताबों के शौकीन हैं, तो करोल बाग के आर्य समाज रोड (Arya Samaj Road) पर आपकी खोज पूरी हो सकती है। करोल बाद स्ट्रीट फूड के लिए भी मशहूर है। यहां अंजलिका पेस्ट्री शॉप (Anjlika Pastry Shop) , चंगेजी स्टॉल, गणेश रेस्तरां, रोशन दी कुल्फी और ओम कॉर्नर काफी मशहूर फूड्स शॉप हैं। अगर आप करोल बाग जाना चाहते हैं तो मेट्रो बेस्ट ऑप्शन है। 


दिल्ली मेट्रो (delhi Metro) की ब्लू लाइन (Blue Line) पर करोल बाग स्टेशन स्थित है। इसी इलाके के आसपास मशहूर झंडेवालान देवी मंदिर मंदिर, हनुमान मंदिर, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (Bidla Mandir), जंतर मंतर, अग्रसेन की बावली, इंडिया गेट, गुरुद्वारा बंगला साहिब (Gurudvara bangla Saheb), मुगल गार्डन (Mughal Garden) भी घूमने की जगहे हैं।