Haryana राज्य को ऐसे मिला था अपना नाम, इसके पीछे हैं बड़ी वजह
भारत एक ऐसा देश है जिसमें हर धर्म, भाषा, संस्कृति वाला आदमी रहता है। इसलिए हम इसे अनेकता में एकता कहते हैं। भारत में 29 राज्य हैं जिसमें से एक हरियाणा राज्य है आज हम इस राज्य के नाम को लेकर चर्चा करने वाले हैं।

HR Breaking News (Delhi) : हम सभी जानते हैं कि भारत एक बहुभाषिक देश है, जहां न केवल क्षेत्र और जनसंख्या में अंतर है, बल्कि कई संस्कृति और धर्म के लोग भी रहते हैं। इसलिए हम इसे अनेकता में एकता कहते हैं। भारत में 29 राज्य हैं, जिसमें अरबों लोग एक साथ रहते हैं। कुछ राज्यों के नाम तो हमारी जुबान पर चढ़ें होते हैं, जबकि कुछ के नाम बहुत कम बोलने में आते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि इन राज्यों को अपना नाम आखिर कैसे मिला।
बात अगर भारत की करें, तो इसे अपना नाम सिंधु नदी से मिला है और फारस के आक्रमणकारियों ने इसे हिंदू बना दिया, इसलिए हिंदुस्तान का नाम हिंदू और सिंधु से मिलकर बना है। यहां 7 राज्यों के नामों के पीछे की कहानी बताई गई है, जिसे जानने के बाद आप भी हैरान रह जाएंगे।
केरल - Kerala
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केरल राज्य को अपना नाम कई वजहों से मिला है। इतिहासकारों की मानें, तो केरल का नाम केरा शब्द से पड़ा है, जिसका मतलब नारियल के पेड़ से होता है, जो यहां बहुत ज्यादा देखने को मिलते हैं। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि केरलम शब्द की उत्पत्ति चेरा राजवंश के शासकों के साथ पहली से 5वीं शताब्दी ईस्वी तक 'चेरा आलम' शब्द से हुई है और बाद में इसे केरलम के नाम से जाना जाने लगा।
उत्तराखंड - Uttarakhand
उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है। धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी यह राज्य पर्यटकों के बीच काफी मशहूर है। बता दें कि उत्तरांचल राज्य 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग हुआ है। इसका अर्थ है 'उत्तरी पर्वत' और अंचल पर्वत है। बाद में इसका नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया जिसका अर्थ है 'उत्तरभूमि'।
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हरियाणा - Haryana
हरियाणा भारत का तेजी से विकसित होने वाला एक राज्य है। इसका नाम दो शब्दों से मिलकर बना है। हरि और अना। "हरि" का अर्थ है विष्णु या भगवान कृष्ण का अवतार और "अना" का अर्थ है आना। ऐसा माना जाता है कि महाभारत के शासनकाल के दौरान भगवान कृष्ण इस जगह पर आए थे और इस तरह इसका नाम हरियाणा पड़ गया।
मध्य प्रदेश - Madhya Pradesh
मध्यप्रेश एक बेहद खूबसूरत राज्य है। यहां हर इलाके की अपनी संस्कृति और धार्मिक परंपराएं हैं। इसे अपना नाम कैसे मिला, इसके पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। मध्य का अर्थ है मध्य और प्रदेश का अर्थ है प्रांत। ऐसे में, मध्य प्रांत का हिंदी संस्करण मध्य प्रदेश हुआ। आजादी से पहले मध्य प्रांत में राज्य के ज्यादातर हिस्सों पर अंग्रेजों का राज था। 1950 में मध्य प्रांत और बरार को मकराई और छत्तीसगढ़ के साथ जोड़ा गया था। जिसे अब 'मध्य प्रदेश के नाम से जाना जाता है।
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महाराष्ट्र - Maharashtra
महाराष्ट्र भारत के सबसे प्रमुख राज्यों में से एक है। यह भारत का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य हैं जिसकी राजधानी मुंबई है। इसे भारत की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है। महाराष्ट्र की उत्पत्ति कैसे हुई इससे संबंधित कई सिद्धांत हैं। यह संस्कृत शब्द महा से लिया गया है जिसका अर्थ है महान और राष्ट्र का अर्थ है महान राष्ट्र। इसके अलावा, यह भी कहा जाता है कि अशोक शिलालेख के अनुसार इसकी उत्पत्ति राष्ट्रिका नामक एक कबीले से हुई है।
आंध्र प्रदेश - Andhra Pradesh
आंध्र प्रदेश भारत के समृद्ध राज्यों में से एक है। यह संस्कृत शब्द आंध्र से बना है जिसका अर्थ दक्षिण होता है। इस क्षेत्र में जनजातियां हैं जिन्हें 'आंध्र' के नाम से भी जाना जाता है।
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पश्चिम बंगाल - West Bengal
पश्चिम बंगाल में कई प्राकृतिक चमत्कार देखने को मिलते हैं। यह राज्य अपने इतिहास, विरासत और समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। इसका नाम संस्कृत शब्द 'वंगा' से लिया गया है। इसके बाद कई संस्करण आए जैसे फारस में इसे बंगला, हिंदी में बंगाल और बंगाली में बंगला कहा जाता है। 1905 में जब बंगाल का विभाजन हुआ, तो बाद में इसमें पश्चिम शब्द जोड़ा गया । 1947 में फिर से विभाजन हुआ जिसमें पश्चिम बंगाल भारत का एक राज्य बन गया ।