Home Loan SIP : होम लोन को इस तरीके से कर लिया मैनेज तो 20 लाख के लोन के चुकाने होंगे सिर्फ 6 लाख
Home Loan Repayment : लोन चाहे कोई भी हो, उसे सही तरीके से मैनेज न किया जाए तो यह ग्राहक को कर्ज के जाल में भी फंसा सकता है। खासकर होम लोन की राशि व ईएमआई (home loan EMI) आमतौर पर बड़ी होती है, इसलिए इसे सही से मैनेज करना जरूरी भी होता है। होम लोन को आप इस खास तरीके से मैनेज (manage home loan with SIP) कर लेंगे तो आपको 20 लाख के लोन के केवल 6 लाख रुपये ही जेब से चुकाने होंगे। आइये जानते हैं कौन सा है यह खास तरीका-

HR Breaking News - (Home Loan EMI)। होम लोन लेने के बाद लोनधारक के लिए जो सबसे बड़ी चुनौती होती है, वह होती है हर माह ईएमआई (home loan EMI rules) चुकाने की। बहुत से लोग इसे आसानी से चुका देते हैं तो बहुतों के लिए यह काम समस्या बन जाता है।
हालांकि इसके लिए रेगुलर इनकम, हाई लो इनकम जैसे कई इकॉनोमिक फैक्टर मैटर करते हैं, लेकिन होम लोन (home loan repayment) को सही तरीके से मैनेज किया जाए तो कोई भी इसे आसानी से चुका सकता है। अगर 20 लाख का भी होम लोन लिया है तो इसे 6 लाख रुपये में ही चुकता कर सकते हैं। इसके लिए जानिये कौन सा है होम लोन मैनेज (home loan managing) करने का सही तरीका -
एसआईपी (SIP) से करें लोन के ब्याज की भरपाई-
होम लोन के साथ एसआईपी (SIP) में निवेश करने से आपको यह फायदा हो सकता है कि उससे आपको तगड़ा रिटर्न (Return in SIP) मिल सकता है। इसमें 15 प्रतिशत तक ब्याज भी रिटर्न के रूप में मिल सकता है, जो होम लोन पर लगने वाले ब्याज (home loan par byaj) से कहीं ज्यादा होता है। इस तरह से आप होम लोन के ब्याज की भरपाई एसआईपी का रिटर्न पाकर आसानी से कर सकते हैं।
होम लोन का ब्याज होता है भारी, इसलिए करें मैनेज-
घर खरीदने के लिए जब होम लोन (Home Loan with SIP) लेते हैं तो आमतौर पर इसकी बड़ी राशि होने के कारण अवधि भी लंबी ही रखनी पड़ती है जो (Home Loan news) 20 से 30 साल तक होती है। लोन की लंबी अवधि रखने से बेशक ईएमआई कम हो जाए लेकिन पूरी कैलकुलेशन (home loan EMI calculation) करेंगे तो ब्याज काफी ज्यादा पड़ जाता है।
आमतौर पर यह लोन चुकाने तक मूल लोन राशि का डबल से भी अधिक हो जाता है। इसलिए होम लोन को मैनेज करने के तरीके पर जरूर विचार करें।
इसलिए जरूरी है एसआईपी में निवेश करना-
20 साल के लिए 50 लाख रुपये के होम लोन (Home Loan SIP) को 9 प्रतिशत ब्याज दर पर लेने से ब्याज के ही 58 लाख रुपये चुकाने पड़ जाते हैं। अगर आप लोन लेने से पहले म्यूचुअल फंड एसआईपी में निवेश कर देंगे तो आपको इस ब्याज की राशि से अधिक रुपये वहां से रिटर्न (SIP Return) के रूप में मिल सकते हैं और लोन के ब्याज को आसानी से चुका सकते हैं। आप एसआईपी (systematic investment plan) के जरिये होम लोन के ब्याज से ज्यादा रुपया बचा सकते हैं।
इस तरह महंगा पड़ता है होम लोन-
8 या 9 प्रतिशत की ब्याज दर से अगर 10 साल तक 20 लाख रुपये का होम लोन लेते हैं तो इसकी ईएमआई (home loan EMI) 25 हजार रुपये के करीब बनती है। लोनधारक को ब्याज के रूप में ही लाखों रुपये भरने पड़ जाते हैं। लोन चुकाने तक आपको कुल 30 लाख की रकम भरनी पड़ेगी यानी मूल लोन राशि को निकाल दें तो 10 लाख तो ब्याज (home loan interest rates) ही हो गया। होम लोन के इस ब्याज को रिकवर करना चाहते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी (mutual fund SIP) एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
कब करें SIP में निवेश-
अगर आप होम लोन को एसआईपी से मैनेज (how to manage home loan with SIP) करना चाहते हैं तो इसके लिए खास स्ट्रेटेजी अपनानी होगी। मान लें कि आप दस साल के लिए होम लोन ले रहे हैं तो प्लान करते हुए लोन लेने से 5 साल पहले एसआईपी (SIP) में निवेश कर सकते हैं। इसका फायदा यह होगा कि आपको एसआईपी का रिटर्न (SIP ke fayde) तब मिलेगा जब आप अपने लोन को खत्म कर रहे होंगे।
एसआईपी में कितने के निवेश पर कितना फायदा -
10 साल तक हर महीने 5 हजार रुपये निवेश (SIP investment) करते हैं तो करीब 15 प्रतिशत की ब्याज दर के हिसाब से इसकी मैच्योरिटी पर आपको 14 लाख रुपये मिलेंगे। इससे आप आसानी से होम लोन (Home Loan) चुकता कर सकते हैं। अच्छी ब्याज दरें एसआईपी (SIP) में मिली तो आप पैसा बचा भी सकते हैं।