Home Loan लेने से पहले जान लें कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर
home loan EMI : होम लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर सबसे अहम होता है। जब बैंक से लोन लेते हैं तो सबसे पहले इसे ही चेक किया जाता है और सिबिल स्कोर से यह तय होता है कि लोन मिलेगा या नहीं। अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो ऐसे में आपको यह पता होना बहुत जरूरी है कि होम लोन लेने के लिए कितना सिबिल स्कोर होना चाहिए।

HR Breaking News - (Home Loan)। नया खुद का घर खरीदने का सपना हर किसी का होता है। लेकिन आज बढ़ती महंगाई के इस दौर में यह इतना आसान नहीं है। घर खरीदना एक बड़ा सौदा है। परंतु होम लोन (Home Loan) के जरिए घर खरीदना आसान हो जाता है। लेकिन होम लोन लेने के लिए इंपोर्टेंट डॉक्यूमेंट के साथ साथ सिबिल स्कोर (CIBIL Score) भी अहम होता है। अगर आपका सिबिल स्कोर खराब है या फिर कम है तो लोन मिलने में दिक्कत आ सकती है।
क्योंकि जब लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे बैंक कर्ज देने से पहले सिबिल स्कोर चेक करता है इससे बैंक आपको लेन देन के व्यवहार का पता चलता है। यदि बैंक को लगता है कि आप समय पर लोन की राशि चुका देंगे। ऐसे में सिबिल स्कोर (CIBIL Score) लोन लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
होम लोन के लिए कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर ?
होम लोन ही नहीं किसी भी तरह का लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर (CIBIL score down) सबसे जरूरी होता है। आमतौर पर लोन लेने के लिए 650 से 700 के बीच का स्कोर होना जरूरी है, लेकिन यदि सिबिल स्कोर 750 या उससे ज्यादा है तो इसे बेहतर माना जाता है और जब बैंक से लोन के लिए आवेदन करते हैं तो जल्दी लोन मिलता है।
कितने सिबिल स्कोर पर आसानी से मिलता है लोन -
अगर सिबिल स्कोर (CIBIL score down) 750 या इससे ज्यादा है तो आसानी से लोन मंजूरी और कम ब्याज दर पर मिल जाता है। वहीं, 700 से 749 के बीच सिबिल स्कोर को अच्छा माना जाता है, लेकिन ब्याज दर थोड़ी ज्यादा हो सकती है। अगर स्कोर 650 से 699 के बीच है तो लोन मिल सकता है,
परंतु बैंक कई शर्ते रख सकता हैं और अधिक ब्याज चुकाना पड़ सकता है। 650 से कम सिबिल स्कोर वालों को लोन मिलना काफी मुश्किल होता है। बैंक को-एप्लिकेंट या अधिक डाउन पेमेंट की मांग कर सकता है और इस स्थिति में लोन पर अधिक से अधिक ब्याज चुकाना भी पड़ सकता है।
होन लोन लेने के लिए कैसे सुधारें सिबिल स्कोर -
अगर आपने पहले से कोई लोन लिया है तो समय पर EMI का भुगतान करें। यदि क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो इसका पूरा यूज ना करते हुए 30 प्रतिशत से कम रखें। एक लोन (Loan News) पूरा होने के बाद ही दूसरा लोन लें। अपने CIBIL रिपोर्ट में किसी भी गलती की जांच करें और अगर कुछ गड़बड़ है तो समय रहते सुधार करें। होम लोन या ऑटो लोन जैसे सिक्योर लोन (secured loan) और क्रेडिट कार्ड जैसे अनसिक्योर लोन का बैलेंस बनाए रखें।
अधिक से अधिक करें डाउन पेमेंट -
अगर आप कोई भी चीज लोन के जरिए खरीद रहे हैं तो उसकी कम से कम 20 से 30 प्रतिशत तक डाउन पेमेंट करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो बैंक आपको आसानी से लोन देगा और ब्याज भी अधिक नहीं चुकाना पड़ेगा।
को-एप्लिकेंट के साथ करें अप्लाई
अगर आपका सिबिल स्कोर खराब (CIBIL score down) है, तो आप अपने पति/पत्नी या परिवार के किसी सदस्य के साथ लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं और अपनी प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट को भी गिरवी रख सकते हैं, जिससे मंजूरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
लंबे समय तक के लिए लोन लें -
अगर आप लोन का पीरियड 20-25 साल रखते हैं, तो आपकी EMI कम हो जाएगी, जिससे बैंक को आपके लोन चुकाने की क्षमता पर ज्यादा भरोसा होगा।
इनकम का सॉर्स जरूर दिखाएं -
यहां सबसे जरूरी है कि आप बैंक को नियमित इनकम सॉर्स जरूर दिखाएं। क्योंकि बैंक ऐसे आवेदकों को प्राथमिकता अधिक देते हैं, जिनकी जॉब पक्की हो या नियमित इनकम का कोई भी सोर्स है तो लोन मिलना काफी आसान हो जाता है।