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इमर्जेंसी में EPFO से निकालना है पैसा तो अनाएं ये ट्रिक, जल्दी अकाउंट में आएगा पैसा

नौकरी पेशा लोगों का सैलरी से कुछ अमाउंट पीएफ अकाउंट में जमा होता है कर्मचारी के साथ इंप्लॉयर भी इस फंड में अपना योगदान देते हैं। रिटायरमेंट फंड के अलावा ईपीएफ अकाउंट के कई अलग फायदे होते हैं। जब कर्मचारी को इमरजेंसी में पैसे की जरूरत पड़ती है तो वह EPFO से पैसे निकाल सकता है। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं। जिनेस पीएफ (PF) का पैसा दो से तीन दिनों में अपने अकाउंट में आ जाएगा। आइए नीचे खबर में जानते हैं- 

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HR Breaking News (ब्यूरो)। एंप्लॉयीज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (ईपीएफओ) एंप्लॉयीज के फायदे के लिए अपने कामकाज को आसान बनाने की लगातार कोशिश करता है। इसी कड़ी में उसने एडवान्स के ऑटो-मोड सेटलमेंट की शुरुआत की है। इसका फायदा ईपीएफओ (EPFO) के करोड़ों सब्सक्राइबर्स को मिलेगा। यह सुविधा क्या है, इसका फायदा कैसे उठाया जा सकता है, इसका लाभ कौन उठा सकता है? आइए इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।

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क्या है ऑटो मोड सेटलमेंट?

ऑटो-मोड सेटलमेंट (Auto-Mode Settlement) का संबंध आपातकालीन स्थितियों में ईपीएफ से एंप्लॉयीज के पैसे निकालने की सुविधा से है। EPFO कुछ तरह की इमर्जेंसी में अपने सब्सक्राइबर्स को अपने फंड से पैसे निकालने की सुविधा देता है। इनमें बीमारी, एजुकेशन, शादी और हाउसिंग शामिल हैं।

इसका मतलब है कि सब्सक्राइबर इनमें से किसी एक स्थिति में अपने अकाउंट से एडावन्स में पैसे निकाल सकता है। क्लेम सेटलमेंट के लिए ऑटो मोड की शुरुआत अप्रैल 2020 में ही हो गई थी। लेकिन, तब सिर्फ बीमारी की स्थिति में इसके इस्तेमाल की इजाजत दी गई थी। अब इसे सभी तरह की स्थितियों के लिए लागू कर दिया गया है।

EPFO ने एडवान्स अमाउंट की सीमा भी बढ़ाई

ऑटो सेटलमेंट मोड (Auto-Mode Settlement) किसी तरह का मानवीय हस्तक्षेप नहीं होता है, जिससे रिक्वेस्ट जल्द प्रोसेस हो जाता है। इससे सब्सक्राइबर के बैंक अकाउंट में पैसा करीब तीन-चार दिन में आ जाता है। आम तौर पर ईपीएफओ (EPFO) में क्लेम सेटलमेंट के लिए कुछ डॉक्युमेंट्स की जांच की जरूरत पड़ती है।

इनमें केवायसी, क्लेम रिक्वेस्ट की एलिजिबिलिटी, बैंक अकाउंट डिटेल शामिल हैं। अगर किसी सब्सक्राइबर की तरफ से दी गई ये जानकारियां सही पाई जाती हैं तो ऑटो मोड में क्लेम की प्रोसेसिंग जल्द हो जाती है। EPFO ने एडवान्स के लिए लिमिट भी बढ़ा दी है। पहले यह लिमिट 50,000 रुपये थी। अब यह 1 लाख रुपये हो गई है।

बीमारी की स्थिति में ले सकते हैं एडवान्स

अगर कोई सब्सक्राइबर बीमारी की स्थिति में अपने फंड से एडवान्स लेना चाहता है तो ईपीएफओ के रूल 68J के तहत उसके एंप्लॉयर या डॉक्टर के हस्ताक्षर के साथ इसका सर्टिफिकेट देना पड़ता है। इलाज के लिए फंड की जरूरत होने पर कोई सब्सक्राइबर किसी समय अप्लाई कर सकता है। इसका मतलब है कि इसके लिए उसके पीएफ अकाउंट (PF account) के कुछ साल पुराने होने जैसी कोई शर्त लागू नहीं होती है।

शादी या उच्च शिक्षा के लिए ले सकते हैं एडवान्स

सब्सक्राइबर अगर शादी या उच्च शिक्षा के लिए एडवान्स लेना चाहता है तो उसे रूल 88K के तहत अप्लाई करना होगा। इसके लिए उसके पीएफ अकाउंट (PF account) का कम से कम 7 साल पूरे होना जरूरी है। सर्विस पीरियड में सब्सक्राइबर तीन बार इस मकसद के लिए अकाउंट से पैसे निकाल सकता है। उसे इसके लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स के साथ अप्लाई करना होगा।

घर खरीदने के लिए ले सकते हैं एडवान्स

ईपीएफओ रूल 68B (EPFO Rule 68B) के तहत सब्सक्राइबर को हाउसिंग एडवान्स की भी सुविधा देता है। इसका मतलब है कि सब्सक्राइबर घर खरीदने के लिए भी एडवान्स ले सकता है। इसके लिए ईपीएफ अकाउंट (EPF account) का कम से कम 5 साल पुराना होना जरूरी है। उसे इस रूल के तहत अप्लाई करने के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स के साथ अप्लाई करना होगा। अगर उसके सभी डॉक्युमेंट्स सही पाए जाते हैं तो उसक अप्लिकेशन ऑटो मोड से तुरंत प्रोसेस हो जाता है।

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अप्लाई करने का प्रोसेस क्या है:

1. सबसे पहले आपको ईपीएफओ के पोर्टल पर लॉग-इन करना होगा। इसके लिए यूएएन और पासवर्ड जरूरी है।

2. लॉग-इन करने के बाद आपको 'ऑनलाइन सर्विसेज' पर जाना होगा। फिर क्लेम सेक्शन को सेलेक्ट करना होगा।

3. आपको अपने बैंक अकाउंट को वेरिफाय करना होगा। इसी बैंक अकाउंट में एडवान्स का पैसा आएगा।

4. आपको अपने बैंक अकाउंट के चेक की एक स्कैन की गई कॉपी या पासबुक की स्कैन की गई कॉपी अपलोड करनी होगी।

5.आपको बताना होगा कि आप किस वजह से एडवान्स पैसा लेना चाहते हैं। बीमारी और एजुकेशन के अलावा आपस खुद, बेटी, बेटा या भाई की शादी के लिए पैसा एडवान्स ले सकते हैं।

6. आपको आधार आधारित ओटीपी जेनरेट करना होगा। एक बार क्लेम की प्रोसेसिंग होने के बाद उसे एंप्लॉयर के एप्रूवल के लिए भेज दिया जाएगा। आप चाहें तो ऑनलाइन सर्विस में जानकर क्लेम का स्टेटस चेक कर सकते हैं।