Income Tax Rule : बैंक खाते में पैसे रखने की लिमिट, इस स्थिति में इनकम टैक्स विभाग वसूलेगा 60 प्रतिशत टैक्स, 25 प्रतिशत सरचार्ज
Income Tax Rule : देश में करीब 80 फीसदी से अधिक लोग (बालिग) बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं। डिजिटल बैंकिंग (Digital Banking) का चलन बढ़ने के साथ लोगों की पारंपरिक निर्भरता कम हो गई है। बैंक अकाउंट (bank account) में आपका धन सुरक्षित रहता है और आपको ब्याज भी मिलता है। कई लोग अपनी बचत को सेविंग अकाउंट में जमा करते हैं, इसलिए यह जानना जरूरी है कि कितनी राशि रखी जा सकती है-

HR Breaking News, Digital Desk- (Income Tax Rule) एक वक्त था, जब लोग पारंपरिक बैंकिंग पर बहुत निर्भर थे। जब भी छुट्टियों या हड़ताल के कारण बैंक बंद होते थे, तो लोग पैसे निकालने के लिए घंटों लाइन में रहते थे। बैंक के बाहर लंबी कतारें लग जाती थीं और लोग इंतजार करते रहते थे।
लेकिन, डिजिटल बैंकिंग (Digital Banking) का चलन बढ़ने के साथ लोगों की पारंपरिक निर्भरता कम हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में करीब 80 फीसदी से अधिक लोग (बालिग) बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं। इससे हर कोई बैंक में पैसे भी रखने लगा है, क्योंकि उन पर लोगों का भरोसा होता है। सरकार के लिए भी जनता तक सुविधाएं पहुंचाना आसान हो गया है।
बैंक अकाउंट (bank account) में आपका धन सुरक्षित रहता है और आपको ब्याज भी मिलता है। कई लोग अपनी बचत को सेविंग अकाउंट में जमा करते हैं, इसलिए यह जानना जरूरी है कि कितनी राशि रखी जा सकती है। इससे आप इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax department) के रडार से बच सकते हैं। सेविंग अकाउंट (saving account) में धन रखने की सीमा को समझना महत्वपूर्ण है, ताकि आपकी वित्तीय स्थिति सुरक्षित रहे और टैक्स की परेशानियों से बचा जा सके।
सेविंग अकाउंट की लिमिट-
सेविंग अकाउंट में पैसे रखने की कोई लिमिट नहीं है। आप चाहे जितना मर्जी पैसा इसमें जमा कर सकते हैं। लेकिन, अगर आपको अकाउंट में जमा रकम इनकम टैक्स (Income tax) के दायरे में आती है, तो आपको उसकी आधिकारिक जानकारी देनी होगी। साथ ही, कमाई का स्रोत भी बताना पड़ेगा।
अगर आप एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक बैंक में जमा करते हैं, तो उसकी जानकारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) को देना जरूरी है। यही लिमिट एफडी में कैश डिपॉजिट (cash deposit), म्यूचुअल फंड (mutual fund), बॉन्ड (bond) और शेयरों में निवेश पर भी लागू होती है।
पैसों का सोर्स नहीं बताया तो?
अगर आपके खातों में 10 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है, तो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आपके जमा का सोर्स पूछ सकता है। यदि उनका उत्तर संतोषजनक नहीं रहा, तो वे जांच कर सकते हैं। जांच में पकड़े जाने पर आपको भारी जुर्माना झेलना पड़ सकता है। इस पर 60 प्रतिशत टैक्स, 25 प्रतिशत सरचार्ज और 4 प्रतिशत सेस भी लगाया जा सकता है, जो आपकी वित्तीय स्थिति पर भारी पड़ सकता है।
सेविंग अकाउंट में पैसे रखना सही है?
बचत खाते में मोटी रकम रखने का कोई मतलब नहीं। आप इस पैसे को शेयर बाजार (share market) या फिर म्यूचुअल फंड (mutual fund) में निवेश कर सकते हैं, जिसमें आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है। अगर आप जोखिम नहीं उठाना चाहते या फिर बैंक में ही पैसे रखना चाहते हैं, तो एफडी (Fixed Deposit) करा सकते हैं। इसमें आपका भी सुरक्षित रहेगा और उस पर अच्छा रिटर्न भी मिल जाएगा।